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आगरा कोतवाली के बाहर कुत्तों के जमावड़े ने किया पुलिस को परेशान, डर से मांगी नगर निगम से मदद
कुत्तों के आतंक की वजह से बच्चों को घर से अकेला नहीं भेजते। थाने परिसर में रह रहे लोगों का कहना है कि कुत्ते हर एक आने-जाने वाले पर दौड़ते हैं।
आगरा: प्यार-मोहब्बत की नगरी आगरा मे आजकल आवारा कुत्तों का आतंक चरम पर है। आम आदमी तो कुत्तों के आतंक से परेशान हैं ही, साथ ही अब आगरा पुलिस को भी कुत्तों के काटने का डर सता रहा है। आलम यह है कि एक दिन में कुत्तों के काटने से घायल हुए लगभग 500 मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं।
आगरा में बंदरों के आतंक के बाद अब आवारा कुत्तों का आतंक देखा जा सकता है। भीड़-भाड़ वाले इलाके में ये आवारा कुत्ते किसी पर भी हमला कर देते हैं। आम लोगों के साथ-साथ थाना कोतवाली पुलिस भी इन आवारा कुत्तों की आतंक की कहानी बयां कर रही है। आप तस्वीरो में देख सकते हैं कि किस तरह थाने के गेट के सामने ही इन कुत्तों ने डेरा डाला हुआ है।
हर आने जाने वाला शख्स इन कुत्तों की नींद में खलल न डालने का प्रयास करता है क्योंकि ये कुत्ते उन पर भी हमला कर देते हैं। थाना कोतवाली पुलिस ने लिखित में नगर निगम के अधिकारियों से इन आतंकी कुत्तों से छुटकारा दिलाने के लिए मदद मांगी है। कोतवाली थाने का सिपाही राम प्रकाश ने बताया कि यहां पर पंद्रह बीस कुत्ते हैं, जो वैसे तो नहीं दौड़ते हैं, पर जैसे कोई मोटरसाइकिल से गुजरता है, तो दौड़ने लगते हैं ओर कभी-कभी काट भी लेते हैं।
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यही नहीं, थाने पर फ़रियाद लेकर आने वाले फरियादी भी इन कुत्तों के खौफ से परेशान हैं और थाना परिसर में रहने वाले लोग भी कुत्तों के आतंक की वजह से बच्चों को घर से अकेला नहीं भेजते। थाने परिसर में रह रहे लोगों का कहना है कि कुत्ते हर एक आने-जाने वाले पर दौड़ते हैं और बच्चों को भी गिरा देते हैं।
मंजू यादव ने बताया कि थाने के अंदर चार क्वार्टर हैं। बच्चे जब बाहर निकलते हैं, तो थाने में जितने कुत्ते हैं, वो बच्चों को भगा-भगा कर भौंकते हैं, कभी-कभी उनपर गिरकर काटने को आमादा हो जाते हैं। उनसे काफी परेशानी है। एक-दो लोगों को काट चुके हैं। हर एक पर यह कुत्ते दौड़ पड़ते हैं।
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जब आवारा कुत्तों के हमले से घायल हुए लोगों की बात जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ सुबोध कुमार से की गई, तो उन्होंने जो प्रतिदिन का आंकड़ा बताया, उसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। डॉ सुबोध कुमार का कहना है कि हर दिन उनके यहां सैकड़ों लोग कुत्तों के हमले से घायल हुए आते हैं और जिला अस्पताल में उनका इलाज किया जाता है। कभी-कभी तो यह आंकड़ा इतना बढ़ जाता है कि कुत्तों के काटने से घायल हुए मरीजों को देने वाला इंजेक्शन एंटी रैबिज कम पड़ जाता है।
आगरा जिले में हर दिन सैकड़ों लोग आवारा कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे हैं। उनके इलाज पर लाखों रुपए जिला अस्पताल में खर्च हो रहे हैं। आलम यह है कि दूसरों को सुरक्षा देने वाले पुलिसकर्मी भी कुत्तों से अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। लेकिन फिर भी प्रशासनिक अधिकारी आंखें बंद करके आराम की नींद सो रहे हैं और आवारा कुत्ते जिले भर में आतंक मचाए हुए हैं।