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मुश्किलें भी नहीं रोक पाईं इनके बढ़ते कदम, हौसलों से भरी सफलता की उड़ान
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लखनऊ: सीबीएसई ने शनिवार को दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया। राजधानी के ज्यादातर स्कूलों में स्टूडेंट्स ने अधिकतम 10 सीजीपीए हासिल कर अपनी अकेडमिक लाइफ का पहला पड़ाव पार किया। लेकिन इसमें से कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस एग्जाम में अधिकतम अंक हासिल किए लेकिन उनके लिए राहें आसान नहीं थी। इसकी बड़ी वजह थी उनके परिवार की माली हालत बेहतर ना होना।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले इन बच्चों के सपने बहुत ऊंचे हैं। वे जिंदगी में बहुत कुछ हासिल कर अपना और अपने परिवार का सपना पूरा करना चाहते हैं।
लखनऊ पब्लिक स्कूल की अदिति यादव ने इस बार के एग्जाम में 10 सीजीपीए सिक्योर किया है। इनके पिता जनार्दन यादव की ऑपरेशन के दौरान तीन साल पहले मौत हो गई थी। मां इंदु यादव ने नौकरी करके उन्हें पाला पोसा। गणित के एग्जाम वाले दिन आदिति यादव को 104 डिग्री तक बुखार था। बावजूद इसके उन्होंने गणित में अच्छे नंबर हासिल किए। अदिति आगे चलकर जर्नलिस्ट बनना चाहती हैं।
आगे की स्लाइड्स में देखें अन्य बच्चों की सक्सेस स्टोरी ...
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-तकरोही के हर्षित चंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि उनके पिता पेशे से बढ़ई हैं। उनकी दैनिक मजदूरी से किसी तरह घर चलाता है। फिर भी उन्होंने मुझे हर हाल में पढ़ाया। उनका सपना था कि मैं इस परीक्षा में सबसे ज्यादा अंक लाऊं। मैंने भी यही ठाना था। गुरुओं के आशीर्वाद से मेरी इच्छा पूरी हुई। मैं आगे चलकर सीए बनना चाहता हूं।
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-वहीं निधि गुप्ता आर्मी ऑफिसर बनना चाहती हैं। उन्होंने बताया, 'मेरे पापा बाटी का ठेला लगाते हैं। मुझे आर्मी बेहद पसंद है। वे चाहते हैं कि मैं एक आर्मी ऑफिसर बनूं। इसके लिए मैंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
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-आरएलबी में पढ़ने वाली अनुषा सिंह ने भी इस बार के एग्जाम में 10 सीजीपीए सिक्योर किया है। वे आगे चलकर एक बहुत बड़ी गायनकोलॉजिस्ट बनना चाहती हैं।
-आरएलबी की अंजलि त्रिपाठी ने भी अच्छे अंक हासिल कर परिवार का मान बढ़ाया है। वो आगे चलकर आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। वह अपने देश के बारे में बहुत कुछ जानना चाहती हैं।
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-एलपीएस से पढ़ाई करने वाली नुजहत खान ने भी 10 सीजीपीए सिक्योर किया है। इनके पिता ईंट-भटठे पर काम देखते हैं। इनकी मां यासमीन खान गृहणी हैं। नुजहत मलाला यूसुफजई को अपना आदर्श मानती हैं।
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-आरएलबी की अंकिता सिंह ने बताया कि वह आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं। उनका काम लोगों के हित में हो ऐसे सोफ्ट्वेयर बनाकर अपने देश और परिवार का नाम ऊंचा करना चाहती हैं।
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