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Encounter Specialist IPS Amitabh Yash: IIT से की पढ़ाई, बनना था इंजीनियर बन गए IPS, कर दिया ऐसा काम हर कोई ले रहा नाम
Encounter Specialist IPS Amitabh Yash: अमिताभ यश का अपराधियों में ऐसा खौफ होता है कि जो बदमाश उनसे टकराए उन बदमाशों ने सरेंडर करने के बजाए मरना ही कबूल किया। अमिताभ के नाम 150 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज हैं।
Encounter Specialist IPS Amitabh Yash: एक ऐसा नाम जिससे हर माफिया और अपराधी खौफ खाता है। जिस मिशन में लगे उसको अंजाम तक पहुंचाया, जिसके पीछे पढ़ गए फिर वह बच नहीं पाया। जिस काम को सौंपा गया उसको अंजाम तक पहुंचाया। सरकार ने जब भी कोई मिशन में लगाया उस मिशन को अंजाम तक पहुंचाया। कभी पीछे नहीं हटे। यहां हम बात कर रहे हैं यूपी के तेज तर्रार आईपीएस अफसर अमिताभ यश की। उन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, उन्हें बनना तो इंजीनियर था लेकिन वह बन गए आईपीएस अफसर। अब उन्होंने जो कर दिखाया उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
अमिताभ यश का अपराधियों में ऐसा खौफ होता है कि जो बदमाश उनसे टकराए उन बदमाशों ने सरेंडर करने के बजाए मरना ही कबूल किया। 2017 से लेकर 27 फरवरी 2023 तक अमिताभ यश के दिशा-निर्देशन में जिन अपराधियों का खात्मा किया गया, उनकी गिनती 50 से अधिक है।
बचपन से ही थाने-चैकी देखे हैं-
अपराधियों में खौफ पैदा करने वाले अमिताभ यश ने बचपन से ही थाने-चैकी देखे हैं। इनके पिता राम यश ने भी पुलिस में ही नौकरी की। इनका जन्म बिहार के भोजपुर जिले में हुआ। इनकी पढ़ाई पटना से हुई। ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से की। आईआईटी कानपुर से केमेस्ट्री में मास्टर्स किया और लोकसेवा आयोग की परीक्षा पास कर 1996 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अफसर बन गए।
पिछले साल उत्तर प्रदेश में 8 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर के साथ प्रमोशन हुआ था, जिनमें अमिताभ यश भी शामिल थे। अमिताभ यश आईजी पद से एसटीएफ चीफ बने थे। आज कल अपनी बहादुरी के लिए चर्चा में हैं। प्रयागराज में पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सात गुनहगारों में से दो का गुरुवार को झांसी में एनकाउंटर कर दिया। इस एनकाउंटर में एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश का भी योगदान रहा।
बाकी सब से जुदा बनाता है उनका यह स्टाइल-
अमिताभ यश स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ प्रमुख रहकर, खूंखार अपराधियों की बागडोर सभाले हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में आए दिन उनकी बहादुरी के चर्चे रहते हैं। यहां अमिताभ का पुलिसिंग का स्टाइल उन्हें बाकी सब से जुदा बनाता है। वे बिना शोर के पुलिसिंग करते हैं। जो भी बदमाश अमिताभ से टकराया उसके लिए परिणाम उसकी मौत या जेल ही रहा।
विकास दुबे एनकाउंटर-
आईजी पद पर रहते हुए अमिताभ यश की अगुवाई में विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ था। यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से कानपुर ला रही थी इसी बीच रास्ते में उसकी गाड़ी पलटी और विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और पुलिस एनकाउंटर में मारा गया।
चर्चित एनकाउंटर-
वैसे तो आईपीएस अमिताभ यश ने कई एनकाउंटर किए हैं, लेकिन उनमें कुछ काफी चर्चित रहे हैं। जैसे विकास दुबे और उसके साथियों का सफाया, चंबल घाटी में निर्भय गैंग का सफाया, ददुआ गैंग का एनकाउंटर, बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे का एनकाउंटर कार पलटने के नाम से मशहूर है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमिताभ यश के नाम 150 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज हैं।