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Ram Mandir: सुल्तानपुर से राम मंदिर का करीबी रिश्ता, प्राण प्रतिष्ठा में एक मात्र जिले को न्यौता, जानें क्यों
Ram Mandir: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए लगातार निमंत्रण भेजे जा रहे हैं। इसी कड़ी में सुल्तानपुर को खास निमंत्रण दिया गया।
Ram Mandir: ... तो ये बात 6 दिसबर 1992 की है। जब राम मंदिर को लेकर बड़ा आंदोलन हुआ। उस समय करीबी जनपद जो बिल्कुल फैज़ाबाद अब की अयोध्या से सटा हुआ था। उस कारसेवा ने सुल्तानपुर की राजनैतिक दिशा में भी बड़ा परिवर्तन ला दिया। 1992 के बाद भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक हैसियत में भी काफी बड़ा बदलाव आ चुका था।
तत्कालीन एसएसपी बने सुल्तानपुर के सांसद
उस समय 1992 में जब कारसेवा शुरू हुई तो कई इतिहास बने। तत्कालीन एसएसपी डीबी राय उस समय सबसे विवादित अफसर माने गए। इनपर आरोप लगा कि 6 दिसंबर की घटना में शामिल थे। इसके बाद 7 दिसंबर को इनको सस्पेंड कर दिया गया। इनपर चार्जशीट लगाई गई। इन्होंने सिविल सर्विसेज से इस्तीफा देकर राजनीति की राह चुनी। 1971 बैच के PPS रहे डीबी राय ने 1992 की घटना के बाद नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। भाजपा ने भी इनको खूब सम्मान दिया। 1996 और 1998 में सुल्तानपुर से सांसद चुने गए।
सरकारी सेवा में रहे कारसेवक के पुत्र को मिला न्यौता
स्वर्गीय सांसद डीबी राय ने भी नौकरी की परवाह न करते हुए राम भक्त होना कबूल किया और अंत समय तक राममय रहे। उनके पुत्र पुनीत राय को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला। फ़िलहाल पुनीत राय को निमंत्रण मिलने से राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा शुरू हो गयी है। साथ ही ये भी चर्चा है कि जनपद से अभी तक और किसी को आमंत्रण नही मिला है।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। देश-विदेशों के मेहमानों को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसी कड़ी में कारसेवकों के परिजनों को भी निमंत्रण दिया गया है। 84 सेकेंड के मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। ट्रस्ट की ओर से घर-घर अक्षत भिजवाया जा रहा है।