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यूपी के इस क्षेत्र में आसमान से बरसी आग, बुरी तरह झुलस गए लोग

अधिकारियों की चिंता स्वाभाविक भी है, क्योकि अनुमान के मुताबिक । गर्मी अभी और बढ़ेगी जिसके चलते बिजली की डिमांड भी बढ़ने की पूरी संभावना हैं। कॉरपोरेशन ने लगभग डेढ़ महीने पहले ही गर्मियों में बेहतर और अधिक बिजली आपूर्ति की रणनीति तैयार की थी।

राम केवी
Published on: 26 May 2020 11:43 AM IST
यूपी के इस क्षेत्र में आसमान से बरसी आग, बुरी तरह झुलस गए लोग
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शरद चंद्र मिश्र की विशेष रिपोर्ट

बांदाः मई महीने के नौतपा में सूर्य देवता बुन्देलखंड में अपनी प्रखरता के चरम पर आग उगलने लगे हैं । अपना ही उन्होनें दस सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है । मई के पहले हफ्ते सेआसमान से आग बरस रही है। बुन्देलखंड झुलस रहा है ।

चित्रकूट मंडल के बांदा मुख्यालय सहित चित्रकूट हमीरपुर , महोबा जिले में अधिकतम तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच गया। ऐसे में इस साल गर्मी ने 10 साल पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया है। सोमवार को भी बांदा समेत मंडल के जिलों में 12 बजते-बजते 45 डिग्री से ऊपर पारा पहुंच गया।

बेहाल करने देने वाली गर्मी और लू से लोग परेशान होने लगे । सुबह होते ही सूरज की तेज तपन, दोपहर तक आग बनकर बरसने लगती है। एक तो कोरोना में लाक डाउन के चलते वैसे भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है ।

लोग सिर्फ जरूरी काम के लिए ही ही निकल रहे थे, पर आसमानी आग के शोलों ने उसमें भी ब्रेक लगा दिया । देर शाम तक तापमान में कमी न होने के चलते रात में भी उमस से राहत नहीं मिल पाती।

तापमान की ये बढ़ोतरी चौंकाने वाली है

मौसम विभाग ने आशंका के अनुसार अगले दो तीन दिनों में तापमान और बढ़ सकता है। बांदा में पिछले छह दिनों के तापमान जो हम बताने जा रहे हैं वह निश्चित चौंकाने वाले हैं ।

पिछले बुधवार को अधिकतम तापमान 43 प्वाइंट 7 , गुरुवार को 42प्वाइंट 0 , शुक्रवार को 43 प्वाइंट 7, शनिवार को 45 प्वाइंट 6 रविवार को 47प्वाइंट 7और सोमवार को ग्राफ 48 प्वाइंट 6पहुंच गया । चित्रकूट, महोबा , हमीरपुर में भी कमोवेश यही हालात हैरानी और परेशानी का सवब बन चुका है ।

गर्मी में तपन का पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड टूट चुका है। अभी तक इन महीनों में अधिकतम तापमान 41से 43 डिग्री तक ही रहता था । मौसम विभाग का अनुमान है कि मई महीने के अंतिम दिनों में पड़ रही भीषण गर्मी से फिलहाल दस जून तक राहत मिलती नहीं दिखती ।

कारण जानने को सभी बेचैन

सामान्यतया गर्मी बढ़ने का वैज्ञानिक आधार वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ने, ?आसमान में पहुंचने वाले कार्बन गैस की अधिकता मौसम के बदलाव को माना जाता है, पर कोरोना संक्रमण काल में तो वाहनों एंव औधोगिक इकाइयों का संचालन ठप सा है । इन परिस्थितियों में भी बढ़ते तापमान को आखिर क्या माना जाय ।

बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता शैलेन्द्र कुमार बताते हैं की गर्मी बढ़ने के साथ ही चित्रकूट मंडल में बिजली की मांग भी 500 मेगावाट को पार कर गई है। 300 मेगावाट के लगभग और जरूरत है, जिसकी डिमांड हम कर रहे हैं ।

बिजली भी गर्मी में हांफ रही है

इन पूरे हालातों का निष्कर्ष तो यही निकलता है की जून में यह संकट और बढ़ेगा। बिजली की डिमांड बढ़ने के चलते बिजली फाल्ट भी बढ़ रह है। कटौती भी हो रही है। इससे बांदा के पावर कारपोरेशन के अधिकारियों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं।

अधिकारियों की चिंता स्वाभाविक भी है, क्योकि अनुमान के मुताबिक । गर्मी अभी और बढ़ेगी जिसके चलते बिजली की डिमांड भी बढ़ने की पूरी संभावना हैं। कॉरपोरेशन ने लगभग डेढ़ महीने पहले ही गर्मियों में बेहतर और अधिक बिजली आपूर्ति की रणनीति तैयार की थी।

इसके तहत जिले के 160 केबी बिजली संप्रेषण केंद्र में अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाये गये और सुधार का भी कार्य चला । हालांकि गर्मी बढ़ने के साथ यह तैयारियां भी डगमगा चुकी है।



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राम केवी

राम केवी

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