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Mirzapur News: जानिए राजनीति का ‘पॉवर सेंटर’ बना वो आश्रम, जहां माथा टेकने पहुंचने लगे बड़े-बड़े लोग, अब एंट्री पर रोक
Mirzapur News: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से महज 15 किलोमीटर दूर मिर्जापुर में गंगा किनारे बना एक आश्रम पिछले एक बरस में राजनीति के पावर सेंटर के तौर पर उभरता दिखाई दिया।
Mirzapur News: होली के दिन चल रहे हैं लेकिन मीरजापुर जिले में गंगा किनारे पड़ने वाले गड़ौली धाम आश्रम में इस बार उस तरह का वृहद आयोजन नहीं किया जा रहा है, जैसा पिछली दीवाली पर दीप-दान या उससे पहले किया गया था। ये बात भले ही साधारण सी लगे लेकिन इसके गहरे राजनीतिक मायने हैं। दरअसल, इस आश्रम को चलाने वाली संस्था ओएस बालकुंदन फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनील ओझा हैं। मूलरूप से गुजरात के रहने वाले सुनील ओझा भारतीय जनता पार्टी बीजेपी उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी तो हैं ही, उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी करीबी माना जाता है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जिम्मेदारी वो संभालते रहे हैं। उनके बड़े राजनीतिक कद की वजह से इस आश्रम में माथा टेकने भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम पहुंचने लगा था।
कहा जा रहा है कि अब इस आश्रम में बीजेपी कार्यकर्ताओं के आने पर रोक लगा दी गई है। ताकि आश्रम की पॉवर सेंटर के तौर बन रही इमेज से बचा जा सके। अब यहां सिर्फ धार्मिक और सेवाकार्यों की गतिविधियों को ही प्राथमिकता दी जा रही है।
पीएम मोदी के चुनाव के लिए गुजरात से आए थे सुनील ओझा
सुनील ओझा से संबंधित आश्रम में बड़े-बड़े लोगों के पहुंचने का सिलसिला यूं ही नहीं शुरू हुआ। दरअसल, जैसे-जैसे सुनील ओझा के राजनीतिक कद का अंदाजा कार्यकर्ताओं को होने लगा, वहां भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम एकत्र होने लगा। इसकी बानगी दीपावली पर दीपोत्सव में दिखी जब यहां हजारों की भीड़ एकत्र हुई और भाजपा व आरएसएस के तमाम शीर्ष लोग यहां दिखाई दिए। इसी तरह बीती 12 से 20 फरवरी को आश्रम के स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ था।
आश्रम परिसर में 1001 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया था। जिसमें विधायक, सांसद, मंत्रियों के अलावा भाजपा से जुड़े काफी चेहरे दिखाई दिए। इसके अलावा माफिया बृजेश सिंह भी यहां दिखाई दिए थे, जिनकी पत्नी फिलहाल विधानपरिषद सदस्य हैं। इस आश्रम में होने वाले कार्यक्रमों में काशी क्षेत्र के भाजपा के मंत्री विधायकों के अलावा बड़े-बड़े राष्ट्रीय पदाधिकारी पहुंचते रहे हैं। बीते दिनों यहां डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के अलावा केंद्र और राज्य के कई मंत्री मौजूद दिखे थे।
गुजरात भाजपा के प्रवक्ता थे सुनील ओझा
गुजरात के मूल निवासी सुनील ओझा पीएम मोदी की उस कोर टीम के सदस्य हैं जो 2014 में यहां पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के चुनाव के लिए आई थी। चुनावों के दौरान जब अमित शाह को यूपी भाजपा का प्रभारी बनाया गया तो सुनील ओझा सहप्रभारी थे। वो तभी से काशी क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
माना जाता है कि विधायक, सांसद के टिकट के दावेदारों का यहां जमघट लगने लगा। अब ये भनक भाजपा आलाकमान के कानों तक पहुंचने के बाद यहां भाजपा कार्यकर्ताओं के आने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि सुनील ओझा ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं हैं कि किसी कार्यकर्ता को आश्रम आने से रोका गया है।