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बिजनौर में गंगा नदी पर बना अस्थायी पुल ढहा

जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे नदी पार कर रहे हैं किसान

‪Rohit Tripathi‬
Published on: 22 May 2021 10:32 AM GMT
बिजनौर में गंगा नदी पर बना अस्थायी पुल ढहा
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बिजनौर। पहाड़ो पर लगातार हो रही आफत की बारिश व तबाही ने बिजनौर में भी कहर बरसा दिया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर से जहाँ किसानों की फसलें पानी मे समा गई तो वही दर्जनों गांव का आपस मे संपर्क टूट गया।साथ ही लाखो रुपए की लागत से बना अस्थाई पुल का कुछ हिस्सा बह गया है। बिजनौर से सटे मण्डावर के देवलगढ़ में गंगा के तेज बहाव में किसानों की सैकड़ो बीघा खड़ा गन्ना पानी मे बह गया साथ ही अस्थाई पुल का कुछ हिस्सा भी पानी मे समा गया ।


गंगा किनारे बसे तमाम ग्रामीण नाव के सहारे अपने घर सुरक्षित स्थानों पर आते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में पशुओं के लिए जंगल से चारे तक की लाने की मुसीबत खड़ी हो गई है। दर्जन भर से ज्यादा गांव का सम्पर्क टूट गया है। हालांकि पुलिस प्रशासन लगातार ग्रामीणों को गंगा किनारे जाने से सतर्क भी कर रहा है।


बिजनौर में किसानों के लिए बारिश आफत बनी हुई है। हजारों किसानों का पुल से संपर्क टूट गया है। गंगा खादर क्षेत्र के हजारों लोगों को इस पार से उस पार पहुंचाने वाला अस्थाई पुल भी गंगा में बह गया है। इस पुल से हजारों लोग मुजफ्फरनगर की सीमा में जाकर गंगा किनारे गन्ने की खेती किया करते थे। इसी खेती के सहारे इन किसानों के परिवार का पेट पल रहा था। अचानक से पहाड़ों पर हुई जोरदार बारिश से गंगा में बढ़े जलस्तर से अब सैकड़ों किसानों को अपनी जान जोखिम में डालकर गंगा के तेज बहाव में नाव के सहारे उस पार जाना पड़ेगा। किसानों का साफ तौर पर कहना है कि गंगा में ज्यादा पानी आने के कारण अस्थाई पुल बह गया है। लेकिन किसानों को खेती करने के लिए अब नाव के सहारे उस पार जाना पड़ेगा। अगर किसान सड़क के रास्ते जाता है तो उसे 60 किलोमीटर की सड़क यात्रा तय करनी पड़ेगी। जिसके कारण किसान नाव सेगंगा के उस पार जाने को मजबूर हैं। कई बार गंगा के उफान के कारण नाव से खेती करने जाने वाले किसान गंगा में नाव डूबने की वजह से बह भी गए हैं। लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा इस अस्थाई पुल के ही सहारे किसान खेती करने के लिए जा रहा था। जो अब ढहता जा रहा है।



जलस्तर बढ़ने का खतरा

बढ़े जलस्तर से यहां अफरा-तफरी का माहौल है। किसान अपने कृषि उपकरणों को बचाने को भारी मशक्कत कर रहे हैं। अचानक बढ़ा पानी का स्तर लोगों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। गंगा किनारे बसे गांव में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। मंडावर थाना अध्यक्ष मनोज कुमार द्वारा जागरूक किया जा रहा है लगातार पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। बढ़ते गंगा का जलस्तर में कोई भी किसान खेती करने के लिए गंगा पार ना जाए। इसके लिए मंडावर थाना अध्यक्ष द्वारा लाउडस्पीकर से गंगा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। गंगा किसी भी समय रौद्र रूप धारण कर सकती है जिससे कि गंगा के पार खेती करने वाले लोग गंगा में ना जाए इसके लिए ग्रामीणों को गंगा क्षेत्र के दूसरे छोर पर खेती करने से जाने के लिए रोका जा रहा है। जिससे किसी भी किसान के साथ कोई अनहोनी घटना ना हो।



कई किसानों की खेती गंगा में बह गई

जिले के मंडावर थाना क्षेत्र के नांगल सोती व बालावाली से जुड़े गंगा खादर इलाके में अचानक से पानी आने के कारण गंगा के किनारे प्लेज़ की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है। पहाड़ों पर हो रही बारिश से अचानक से गंगाजल का स्तर बढ़ गया है। उधर गंगा के उस पार प्लेज़ की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है। ज्यादातर उनकी खेती गंगा में बह गई है। गंगा की तेज धार में एक कार भी चपेट में आ गई। बाद में किसानों की मदद से ट्रैक्टर के माध्यम से कार को निकाल लिया गया है। उधर मंडावर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष मनोज कुमार द्वारा गंगा इलाके से जुड़े क्षेत्र में पहुंचकर लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें गंगा क्षेत्र में खेती ना करने जाने के लिए जागरूक किया गया है। साथ ही गंगा के उस पार कोई भी खेती करने के लिए ना जाए इसके लिए गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया गया है।


Pallavi Srivastava

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