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काली की भयानक पूजा: तस्वीरें देख कांप उठेंगे आप, कभी नहीं देखा होगा ऐसा

रूप चतुर्दशी का पर्व यमराज के प्रति दीप प्रज्वलित कर मनाया जाता है। इस दिन काली मां की आराधना का विशेष महत्व होता है, काली मां के आशीर्वाद से शत्रु पर विजय प्राप्त करने में सफलता मिलती है।

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Published on: 13 Nov 2020 2:41 PM IST
काली की भयानक पूजा: तस्वीरें देख कांप उठेंगे आप, कभी नहीं देखा होगा ऐसा
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काली की भयानक पूजा: तस्वीरें देख कांप उठेंगे आप, कभी नहीं देखा होगा ऐसा

आशुतोष त्रिपाठी

लखनऊ: भले ही देश प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है लेकिन आज भी देश में जादू टोने को लेकर लोगों के मन में आशंका बनी रहती है। लेकिन आज का दिन ऐसे ही लोगों के लिए है जिन्हें इनसे दूर रहना है और इसके लिए आपको माँ काली की एक विशेष पूजा करनी होगी। इस पूजा के बाद आप पर कभी भी किसी जादू-टोने का असर नहीं होगा।

नरक चतुर्दशी में होती है मां काली की पूजा

राजधानी लखनऊ के मॉडल हाउस स्थित मातृकृपा धाम मंदिर दिवाली के एक दिन पूर्व काली जी को धूमधाम से स्नान कराया गया। रूप चतुर्दशी या काली चौदस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।

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इस दिन मां काली की पूजा होती है कहते हैं इस दिन मां काली ने असुरों का संहार किया था इसे नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली भी कहते हैं।

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काली मां की आराधना का विशेष महत्व

रूप चतुर्दशी का पर्व यमराज के प्रति दीप प्रज्वलित कर मनाया जाता है। इस दिन काली मां की आराधना का विशेष महत्व होता है, काली मां के आशीर्वाद से शत्रु पर विजय प्राप्त करने में सफलता मिलती है।

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काली चौदस बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है, इस पूजा को भूत पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह पूजा अधिकतर पश्चिमी राज्यों विशेषकर गुजरात में देखी जाती है। इस पूजा को करने से जादू टोना बेरोजगारी बीमारी शनि दोष का बिजनेस में हानि जैसी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।

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ये है पूजा की विधि

काली चौदस की पूजा में अगरबत्ती, धूप, फूल, काली उरद दाल, गंगा जल, हल्दी, हवन सामग्री, कलश, कपूर, कुमकुम, नारियल, देसी घी, चावल, सुपारी, शंख, पूर्णपतत्र, निरंजन, लकड़ी जलाने के लिए लाइटर, छोटी-छोटी और पतली लकड़ियां, घंटा (बेल), गुड़, लाल, पीले रंगका इस्तेमाल किया जाता है।

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काली चौदस पूजा करने से पहले अभ्यंग स्नान करना होता है. ऐसी मान्यता है कि अभ्यंग स्नान करने से व्यक्ति नरक में जाने से बच जाता है।

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