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Firozabad : दो दिन से गायब ढाई साल की बच्ची मिली कुएं में,..परिजन बोले- ईश्वर ने दिया 'दिवाली गिफ्ट'
फिरोजाबाद के नगला सिंघी थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व एक बच्ची लापता हो गई थी। प्रेमलता नामक बच्ची को परिजनों ने कहां नहीं तलाशा।नाउम्मीद हो चुके परिवार के लिए खुशी का क्षण भी आया।
Firozabad News : यूपी के फिरोजाबाद के नगला सिंघी थाना क्षेत्र (Nagla Singhi Police Station) में मंगलवार (25 अक्टूबर 2022) को अजीब घटना पेश आई। जिसने भी ये सुना वो दंग है। हालांकि, उस परिवार के लिए खुशी की बात है जिसे उसका लापता पारिवारिक सदस्य वापस मिल गया। उस परिवार के लिए तो आज ही दिवाली है।
क्या है मामला?
दरअसल, फिरोजाबाद के नगला सिंघी थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व एक बच्ची लापता हो गई थी। प्रेमलता नाम की इस बच्ची को परिजनों ने कहां नहीं तलाशा। मगर, इस नाउम्मीद हो चुके परिवार के लिए खुशी का वो क्षण आज यानी मंगलवार को आया, जब गांव से करीब एक किलोमीटर दूर कुएं से बच्ची बरामद हुई। प्रेमलता पूरी तरह सुरक्षित है। पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए बच्ची को अस्पताल भिजवाया है। बच्ची को ठीक पाकर स्वजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पिता को खबर नहीं, पीछे हो ली थी छोटी बच्ची
थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गांव बास दानी निवासी देवेंद्र सिंह की तीन बेटियां हैं। सबसे छोटी प्रेमलता महज ढाई साल की है। रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे देवेंद्र सब्जी लेने घर से निकला था। तब घर के बाहर खेल रही प्रेमलता भी पीछे-पीछे चली गई। इसकी जानकारी देवेंद्र को नहीं हुई। सब्जी लेकर जब वह लौटे तो छोटी बेटी को घर पर न जाकर पूछताछ की लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा। गांव में सभी जगह तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं हो सकी।
कुएं से आई रोने की आवाज
थक-हारकर परिजनों ने बच्ची के लापता होने की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस भी बच्ची की खोजबीन में जुट गई, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। पुलिस ने गांव में बने तालाबों को खाली कराकर उसमें खोज शुरू कर दी। मंगलवार को परिजन बच्ची की तलाश करते हुए गांव से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित कुएं पर पहुंचे। जहां अंदर झांककर देखा तो बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी।
सकुशल आई कुएं से बाहर
सूचना पर थानाध्यक्ष सचिन कुमार पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से बच्ची को सकुशल बाहर निकाला। उसे जिला अस्पताल भिजवाया गया। बच्ची को सुरक्षित पाकर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह भगवान का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे। देवेंद्र मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता है। देवेंद्र का कहना है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश ने उन्हें बेटी को सुरक्षित लौटाकर तोहफा दिया है।