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स्वच्छता में गोरखपुर की रैकिंग सुधारना है लक्ष्य: जिलाधिकारी के. विजेंद्र पांडियन
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 शहरी की तैयारियां एक बार फिर से शुरू हो चुकी है। गोरखपुर में आज नगर निगम में इसको लेकर एक बड़ी बैठक की गई जिसमें नगर निगम के सभी बड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
गोरखपुर: स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 शहरी की तैयारियां एक बार फिर से शुरू हो चुकी है। गोरखपुर में आज नगर निगम में इसको लेकर एक बड़ी बैठक की गई जिसमें नगर निगम के सभी बड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। इसके अलावा जिला प्रशासन की तरफ से भी कई अधिकारियों ने इस बैठक में सहभागिता दिखाई।
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सीएम सिटी होने के कारण गोरखपुर को लेकर सभी की नजर सर्वेक्षण में इसके रैंकिंग को लेकर होती है पर पिछले 2 रैंकिंग में 200 शहरों की सूची में भी गोरखपुर का कोई स्थान नहीं आ पाया था, इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में गोरखपुर को अच्छी रैंकिंग दिलाने के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली से आई टीम ने एक अच्छे शहर में क्या क्या खूबियां होती है और किस तरह से अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना है इसको लेकर यहां के अधिकारियों और कर्मचारियों को टिप्स दिए।
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जिलाधिकारी के. विजेन्द्र पांड्यन का कहना है कि पिछले दो बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में गोरखपुर की रैंकिंग काफी खराब आई थी.जिसकी वजह से इस बार पहले से ही तैयारियां की जा रही है और निगम के कर्मचारियों के साथ साथ आम लोगों से भी इस स्वच्छता सर्वेक्षण में जुड़कर शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही नगर निगम में काम करने वाले सभी सफाई कर्मियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है और हर वार्ड की साफ-सफाई के साथ आम जनता के फीडबैक भी लिए जा रहे हैं।
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