×

हनुमान जी की जाति बताने का मामला: अपर्णा बोलीं- हर इंसान को होनी चाहिए इबादत की आजादी

अपर्णा यादव ने हनुमान जी की जाति पर हो रही बयानबाजी पर कहा कि धार्मिक बातों को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। क्योंकि धर्म हर इंसान की स्वेच्छा पर निर्भर करता है। हर इंसान को इबादत करने की आजादी होनी चाहिए। धर्म के राजनीतिकरण की कोई आवश्यकता नहीं है।

Aditya Mishra
Published on: 21 Dec 2018 6:34 PM IST
हनुमान जी की जाति बताने का मामला: अपर्णा बोलीं- हर इंसान को होनी चाहिए इबादत की आजादी
X

बाराबंकी: मुलायम परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव ने हनुमान जी की जाति पर हो रही बयानबाजी पर कहा कि धार्मिक बातों को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। क्योंकि धर्म हर इंसान की स्वेच्छा पर निर्भर करता है। हर इंसान को इबादत करने की आजादी होनी चाहिए। धर्म के राजनीतिकरण की कोई आवश्यकता नहीं है।

अपर्णा ने ये बात बाराबंकी में कही। वे यहां एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंची थी। उन्होंने यहां राम मंदिर के सवाल पर कहा कि जैसा सुप्रीम कोर्ट आदेश दे उसी के मुताबिक काम होना चाहिए। राम मंदिर बनना औऱ न बनना इसको लेकर सियासत नहीं करनी चाहिए।

ये भी पढ़ें...कुछ ऐसी पवनपुत्र हनुमान की मां अंजनी के जन्म की कहानी,जानते हैं आप

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सपा-बसपा गठबंधन के सवाल पर अपर्णा का कहना है कि अगर दोनों का गठबंधन हो जाए तो बहुत अच्छी बात है। क्योंकि पिछले काफी समय से दोनों ही पार्टियां गठबंधन के लिए कोशिश कर रही हैं, लेकिन उसका कोई असर होता नहीं दिख रहा।

वहीं चाचा शिवपाल के गठबंधन में शामिल होने पर अपर्णा ने कहा कि अगर उनके पास दोनों की तरफ से कोई ऑफर आता है तो वह इसे जरूर स्वीकार करेंगे। क्योंकि चाचा जी पहले भी कह चुके हैं कि गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। गठबंधन की शर्तों पर ऑफर आने के बाद में चर्चा की जाएगी।

अखिलेश यादव से नाराजगी की बात से इनकार करते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। अपर्णा ने कहा कि उनकी सपा से कोई दूरी नहीं और वह आज भी उसकी मेंबर हैं। शिवपाल के साथ मैं इसलिए नजर आती हूं, क्योंकि वह हमारे परिवार के बड़े हैं और मैं उनकी बहुत इज्जत करती हूं। मेरे मन में किसी के प्रति कोई खटास नहीं है।

ये भी पढ़ें...अमेरिका में मिला है पाताल लोक, जानिए कैसे जुड़ा है हनुमान से नाता

वहीं जब उनसे पूछा गया कि वह शिवपाल के साथ हैं या अखिलेश के खेमे में, इस सवाल पर कहा कि वह नेताजी के साथ हैं। मैंने नेताजी के साथ हमेशा मंच साझा किया है। नेताजी के आशीर्वाद के चलते ही मैं राजनीति में आई हूं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह का समीकरण बनेगा, उसको देखते हुए वहा चुनाव लड़ने की रणनीति के बारे में ऐलान करेंगी।

अपर्णा ने आगे कहा कि नेताजी किसके साथ हैं, यह उन्होंने अभी तक किसी को नहीं बताया। लेकिन उनका आशीर्वाद दोनों के साथ है। यादव परिवार की एकता के सवाल पर अपर्णा ने कहा कि हम हमेशा यही चाहते हैं कि सभी एकजुट रहें। विचारधारा अलग होने के चलते चाचा जी ने अलग पार्टी बनाई है। हमारे लिए परिवार हमेशा एक है और मैं उसमें ब्रिज का काम करती हूं। मुझे जो सही लगेगा, सही समय आने पर वही करूंगी। मुझे पार्टी से चाचा जी के अलग होने का दुख है।

मालूम हो कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान हनुमान जी की जाति को लेकर बयान देते हुए उन्हें दलित जाति का बता दिया था।

हाल ही में भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को मुस्लिम जाति का बता दिया था। उसके बाद अब योगी सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने भी विधान परिषद में हनुमान जी को जाट बताया है।

ये भी पढ़ें...योगी के हनुमान जी दलित वाले बयान पर ये क्या कह दिया BSP प्रदेश अध्यक्ष ने



Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story