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Mahakumbh Snan in Jail: प्रदेश की जेलों में महाकुंभ के पवित्र त्रिवेणी संगम जल से बंदियों का हुआ महास्नान, प्रदेश की जेलों में करीब 90 हजार बंदी हैं निरुद्ध
Mahakumbh Snan in Jail: प्रदेश की सभी जेलों में कुम्भ कलश की स्थापना विशेष वाहकों द्वारा प्रयागराज संगम से पवित्र जल लाया गया था।
Mahakumbh Snan in Jail
Mahakumbh Snan in Jail: UP सरकार की विशेष पहल के तहत शुक्रवार को लखनऊ स्थित आदर्श कारागार में महाकुंभ-2025 के पवित्र त्रिवेणी संगम जल से बंदियों का महास्नान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अनूठी पहल का उद्देश्य उन बंदियों को धार्मिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करना था, जो महाकुंभ में प्रयागराज जाकर आस्था की डुबकी नहीं लगा सकते। तो वहीं प्रदेश की सभी जेलों में कुम्भ कलश की स्थापना विशेष वाहकों द्वारा प्रयागराज संगम से पवित्र जल लाया गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत और आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान की तरफ से आदर्श कारागार पर की गई। इसके बाद, प्रदेश की सभी जेलों में एक साथ इस कार्यक्रम का आयोजन आध्यात्मिक शांति और सकारात्मकता के माहौल में हुआ। कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने पवित्र गंगा जल एवं कलश का विधिवत पूजन किया और फिर बंदियों को त्रिवेणी संगम के जल से महास्नान कराया। इस स्नान से बंदियों की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान हुआ।
इस आयोजन में 58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं: कारागार मंत्री
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि महाकुंभ-2025 का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में हुआ है। इस आयोजन में 58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि जो बंदी प्रयागराज नहीं जा सकते, उन्हें जेल में ही आस्था की डुबकी का अवसर प्रदान किया जा रहा है, यह हमारी सनातन परंपरा का प्रतीक है।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर प्रमुख सचिव कारागार अनिल गर्ग, पुलिस महानिदेशक कारागार पीवी रामाशास्त्री, धर्मेन्द्र सिंह अपर महानिरीक्षक प्रशा, रामधनी उप महानिरीक्षक कारागार, लखनऊ परिक्षेत्र, शशिकान्त सिंह वरिष्ठ अधीक्षक(मु), बृजेन्द्र सिंह जेल अधीक्षक आदर्श कारागार, लखनऊ और अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश की कारागारों में लगभग 90 हजार बंदी निरुद्ध हैं। संगम के पवित्र जल से स्नान करने के इच्छुक बंदियों के लिए यह विशेष व्यवस्था सकुशल संपन्न हुई।