TRENDING TAGS :
Varanasi News: वाटर क्रूज को लकड़ी की नावों से घेरकर रोक दिया रास्ता, जानिए क्या थी वजह
Varanasi News: वाटर टैक्सी चलाए जाने के विरोध में नाविक समाज कर रहा है प्रदर्शन, लंबी पंचायत के बाद माने।
Varanasi News: गंगा में वाटर बोट चलाए जाने को लेकर नाविक समाज लगातार विरोध कर रहा है। नाविकों का विरोध इस कदर बढ़ गया है कि आज सामने घाट पर गंगा में चलने वाले 4 क्रूजों के सामने अपनी नाव को लगाकर क्रूज की गति को रोक दिया। वाराणसी के 84 घाटों पर हजारों नाविक परिवारों की रोजी-रोटी गंगा में नाव चला कर ही चलती है। पिछले एक सप्ताह से नाविक समाज के लोग गंगा में वाटर टैक्सी चलाए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
नाविकों के प्रदर्शन के चलते 250 बुकिंग कैंसिल
आज नाविकों का प्रदर्शन इस कदर बढ़ा कि सामने घाट से गंगा में चलने वाली सभी क्रूज के सामने अपनी नावों को लगाकर रास्ते को रोक दिया गया। नाविकों के प्रदर्शन के चलते लगभग ढाई सौ पर्यटक की बुकिंग कैंसिल हो गई। नाविक समाज वाटर टैक्सी चलाए जाने को लेकर शुरू से ही विरोध कर रहा है। नाविकों ने आरोप लगाया कि हम लोगों की रोजी-रोटी को खत्म करने का यह प्रयास हो रहा है। प्राइवेट कंपनियां गंगा में वाटर टैक्सी चलाएंगी और मां गंगा के मानस पुत्र भुखमरी के शिकार होंगे। जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस विकल्प नहीं निकाला जा रहा है। इससे समाज का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि गंगा में चलने वाली क्रूज़ वाटर टैक्सी और अपनी नाव को भी रोक दिया। संत रविदास घाट पर गुरुजी के सामने अपनी नावों को लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया गया।
प्रशासन के इस आश्वासन के बाद क्रूज का रास्ता छोड़ा गया
जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद लंबी वार्ता के बाद मल्लाह समाज के लोगों ने क्रूज को मुक्त कर दिया, लेकिन विरोध अभी भी जारी है। नाविक समाज के लोगों ने कहा कि 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाए। यह कमेटी वाटर टैक्सी को लेकर अपना सुझाव देगी। जब तक प्रशासन से वार्ता नहीं हो जाती, तब तक वाटर टैक्सी को बंद रखा जाए। आज शाम के समय वाराणसी के प्रमुख घाटों से पर्यटक बिना नौका विहार किए ही वापस लौट गए। शाम का काफी महत्वपूर्ण समय होता है, गंगा आरती के बाद पर्यटक गंगा में नाव की सवारी करते हैं लेकिन आज सभी घाटों पर नावों का संचालन बंद था। जिसके चलते पर्यटक मायूस होकर वापस लौटते हुए देखे गए।
नविकों को सता रहा है डर, धंधा हो जाएगा चौपट
माझी समाज के लोगों को यह डर सता रहा है कि वाटर टैक्सी के चलने के बाद से अब नावों की बुकिंग कम होगी। अभी तक वाराणसी के 84 घाटों पर नाविक समाज का एकछत्र राज था। सभी प्रमुख त्योहारों पर नाव की बुकिंग पहले से ही हो जाती थी लेकिन वाटर टैक्सी चलने के बाद से अब नाव की बुकिंग लोग कम कराएंगे। जिला प्रशासन के द्वारा वाटर टैक्सी का भाड़ा भी निर्धारित कर दिया गया है। जिसके चलते भी नावों की बुकिंग पर असर पड़ेगा। मल्लाह समाज के लोग इसी बात को लेकर चिंतित भी है और गुस्से में भी है। वाटर टैक्सी चलने के बाद नावों की बुकिंग में कमी आई है।