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Lucknow: लखनऊ में नहीं है पेट्रोल की कोई किल्लत, मांग के मुताबिक मिला तेल

Lucknow: राजधानी लखनऊ में पेट्रोल खत्म हो सकता है। लेकिन राहत की बात ये रही कि ये सिर्फ एक अफवाह थी लखनऊ में ऐसी कोई दिक्कत नहीं थी। सभी को उनकी मांग के मुताबिक पेट्रोल मिला।

Rishi Bharadwaj
Newstrack Rishi BharadwajPublished By Deepak Kumar
Published on: 4 May 2022 11:28 AM GMT (Updated on: 4 May 2022 12:07 PM GMT)
no shortage of petrol in Lucknow
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लखनऊ में नहीं है पेट्रोल की कोई किल्लत (Image Credit : Social Media) 

Lucknow: मंगलवार को पीएम सिटी वाराणसी में पेट्रोल की किल्लत से हडकंप मच गया था। इसके बाद newstrack ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का हाल जानने का प्रयास किया कि क्या राजधानी वासियों को भी ऐसी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। देखिए ये रिपोर्ट…

वाराणसी की खबर ने मचाया हडकंप

मंगलवार देर शाम राजधानी लखनऊ में खबर आम हुई कि वाराणसी में पेट्रोल खत्म हो चुका है। लखनऊ में भी कभी भी पेट्रोल खत्म हो सकता है। पंप पर भीड़ बढ़ने लगी। हर किसी को जल्दी थी कि उसे पेट्रोल मिल जाए। कई पंप पर झगड़ा भी हुआ। राहत की बात ये रही कि ये सिर्फ एक अफवाह थी लखनऊ में ऐसी कोई दिक्कत नहीं थी। सभी को उनकी मांग के मुताबिक पेट्रोल मिला।


इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (Indian Oil Corporation) के सेल्स अधिकारी अजय कुमार वर्मा (Sales Officer Ajay Kumar Verma) ने हमें बताया कि पेट्रोल की शहर में कोई किल्लत नहीं है। पंप को उनकी डिमांड के मुताबिक सप्लाई दी जा रही है। जहां तक अचानक किल्लत होने की बात है इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (Indian Oil Corporation) 5 दिन का बैकअप लेकर चलता है। इसलिए शहर में किसी भी पंप पर कभी किल्लत नहीं होगी सभी। बेफिक्र रहें।


पेट्रोलियम कारोबारी अभिषेक कहते हैं पेट्रोल की कोई किल्लत नहीं है। कल देर शाम अचानक भीड़ बढ़ गई थी। पता चला कि वाराणसी में पेट्रोल खत्म हो गया। कहीं यहाँ भी खत्म ना हो जाए इसलिए लोग पंप की तरफ भागने लगे। आपके माध्यम से मै कहना चाहता हूं कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें पेट्रोल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।


प्रियांशु भी पेट्रोलियम कारोबारी हैं उन्होंने बताया, तेल कंपनी को आर्डर देने के साथ ही पैसे देने होते हैं। आरटीजीएस में यदि समस्या आती है। तब कंपनी सप्लाई नहीं देती है। जैसे ही पैसा कंपनी खाते में जाता है टैंकर सप्लाई के लिए निकल जाता है। कभी-कभी टैंकर कई होने के चलते भी सप्लाई में देरी होती है। इस वजह से कुछ पंप पर पेट्रोल की किल्लत नजर आने लगती है। ये पंप की तरफ से होता है। तेल कंपनी को सिर्फ आर्डर से मतलब होता है। पैसे दीजिए माल लीजिए। लखनऊ में भी कई बार पंप पर ऐसा देखा गया है कि वहां लिख के टंग जाता है पेट्रोल नहीं है। उन्होंने कहा, कल वाराणसी वाली खबर के बाद से शहर के कुछ पंप पर वक्ती किल्लत जरुर देखी गई। लेकिन ऐसा कुछ नहीं कि शहर में पेट्रोल को लेकर कोई बड़ी समस्या है।

पेट्रोलियम कारोबारी अभिषेक

मांग में कमी भी आई

पेट्रोलियम कारोबारी अभिषेक ने बताया, अभीतक रामजान चल रहे थे। गर्मी भी अधिक थी। ऐसे में लोगों का निकलना कम हुआ एक महीने, तो कमी तो आई है। इसके साथ ही पेट्रोल के दाम भी 100 रु प्रति लीटर से ज्यादा हैं। तो लोग कम ही पेट्रोल ले रहे हैं। कई लोगों ने जिनके पास पेट्रोल कार थीं उन्होंने बाइक से निकलना शुरू कर दिया है। और जिन्हें एक ही रूट पर जाना होता है वो पैसे मिलाकर पेट्रोल ले रहे है। पिछले साल दिसंबर के बाद से बिक्री में धीरे धीरे कमी आनी शुरू हुई जो अभी भी जारी है। सरकार यदि पेट्रोल के दाम 100 रु प्रति लीटर के अंदर रखती है तो आम आदमी को भी राहत मिलेगी।


प्रियांशु ने बताया मांग कम होने के पीछे ज्यादा कीमत जहां जिम्मेदार हैं। वहीँ बाइक टैक्सी भी अपनी बाइक से अधिक सस्ती पड़ती है। उन्हें कहीं पार्किंग के लिए भी पैसे नहीं देने होते। ऐसे में आम आदमी के लिए पेट्रोल से ज्यादा सस्ती ये बाइक टैक्सी पड़ रही हैं। 100 रु के पार जबसे कीमत गई है बाइक टैक्सी की डिमांड बढ़ गई है। बाजार में कई बाइक टैक्सी कंपनी काम कर रही हैं जो सस्ती राइड देती हैं।


बाइक टैक्सी सस्ती कैसे

मान लीजिये आपका ऑफिस गोमतीनगर में है। और आपका घर चंदरनगर आलमबाग में तो आपको चलना होगा लगभग 8 किमी। इसके बाद ऑफिस टाइम में पार्किंग के लगेंगे 20 रु इसमें आप अपनी बाइक में ज्यादा पैसे खर्च करेंगे। जबकि बाइक टैक्सी आपको इससे कहीं कम खर्च में ऑफिस ले जाएगी और वापस लाएगी आपको सिर्फ सुकून से पीछे बैठ जाना है। आपको करना सिर्फ ये है कि कई बाइक टैक्सी एप्प से सबसे सस्ती वाली राइड बुक करनी है।

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Deepak Kumar

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