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कानपुर में डेंगू के डंक ने ली एक परिवार में तीन सदस्यों की जान

डेंगू ने एक बार फिर पैर पसारना शुरू कर दिया है। डेंगू की चपेट में आने से एक परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गईl पूरे गांव सहित परिवार में शोक का माहोल है। ग्रामीण इसके लिए स्वास्थ्य महकमे को जिम्मेदार मान रहे हैंl

priyankajoshi
Published on: 22 July 2017 2:29 PM GMT
कानपुर में डेंगू के डंक ने ली एक परिवार में तीन सदस्यों की जान
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कानपुर : डेंगू ने एक बार फिर पैर पसारना शुरू कर दिया है। डेंगू की चपेट में आने से एक परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गईl पूरे गांव सहित परिवार में शोक का माहोल है। ग्रामीण इसके लिए स्वास्थ्य महकमे को जिम्मेदार मान रहा हैंl

वहीं अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रही हैl इसके साथ ही पूरे गांव में डेंगू के लार्वे की पहचान की जा रही है और दवा का छिड़काव चल रहा हैl ग्रामीणों को डेंगू से बचने के तरीके भी समझाए जा रहे हैंl

ग्रामीणों ने बनाया था बंधक

भीतर गांव ब्लाक स्थित महरौली में इन दिनों डेंगू का प्रकोप जारी है। साल 2015 में गांव में 7 ग्रामीणों की मौत हो गई थी। इससे नाराज ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बंधक भी बना लिया था।

आगे की स्लाइड्स में जानें पूरा मामला...

क्या था मामला?

महरौली गांव में रहने वाले अमरपाल के बेटे छोटू उर्फ इंद्रजीत (23) बीते कई दिनों बुखार से परेशान थाl इंद्रजीत को सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के नाम पर मात्र फार्मेल्टी ही अदा की और छुट्टी कर दी l जब उसे घर लाया गया तो बीते 19 जुलाई को इंद्रजीत की मौत हो गई l उसकी मौत की खबर सुनकर अमरपाल के चचेरे दामाद पुष्पेंद्र ससुराल आए थेl लेकिन जब आए तो उन्हें भी बुखार ने जकड़ लिया l

गांव में मचा हड़कंप

बीते गुरुवार को पुष्पेंद्र की भी मौत हो गई। जब अमरपाल दामाद पुष्पेंद्र का अंतिम संस्कार करके लौटे तो अमरपाल की भी मौत हो गई l अमरपाल गुरुवार रात को ज्यादा तबियत बिगड़ गई थी। परिजन उन्हें उर्सला अस्पताल ले गए, जहां उनकी प्लेटलेस लगातार घटती चली जा रही थी l यह डेंगू के कारण उनकी मौत हो गई। जिसके बाद पूरे गांव में हडकंप मचा गया।

गांव में साफ सफाई और छिड़काव

जब जानकारी स्वास्थ्य महकमे को हुई तो वह फौरन हरकत में आ गई l शनिवार को भीतर गांव सीएचसी प्रभारी अजय मोर्य के नेतृत्व में टीम तैनात की गई है l अजय मौर्या ने बताया कि गांव में साफ-सफाई का काम कराया जा रहा हैl इसके साथ ही ग्रामीणों का ब्लड सैंपल लिया जा रहा है और उसे जांच के लिए भेजा जाएगा l इसके साथ ही बीमार ग्रामीणों को दवाएं भी दी जा रही है और दवा के छिड़काव के साथ ही डेंगू के लार्वे की भी पहचान की जा रही हैl

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को डेंगू से बचने के तरीके बताए जा रहे हैं। कही भी बारिश का पानी जमा नहीं होने देंl पूरे आस्तीन के कपड़े पहन कर रहे और यदि फीवर के साथ उल्टियां होना ,चक्कर आना, थकावट महसूस करना यह डेंगू के प्रारंभिक लक्षण हैl यदि किसी को ऐसा लग रहा है फ़ौरन डॉक्टर की सलाह लें और ब्लड की जांच कराएl

आगे की स्लाइड्स में जानें क्या कहा ग्राम प्रधान ने...

क्या कहना है ग्राम प्रधान का?

ग्राम प्रधान रामवीर के मुताबिक, पूरे गांव की सफाई कराई जा रही है। गांव में सैकड़ों लोग बीमार पड़े है l अमरपाल के परिवार में 3 लोगो की मौत के बाद पूरा गांव दहशत में हैl उनका कहा है, हमने गांव की नालियों की साफ-सफाई शुरू कर दी हैl मृतक अमरपाल के भाई विजयपाल ने कहा कि 'हमारा तो पूरा परिवार बर्बाद हो गया है l मेरे भाई ,भतीजे और दामाद की मौत हुई है। यह सब स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से हुआ है l जब सीएचसी में इतनी बड़ी संख्या में इस गांव से मरीज जा रहे थे तो उन्होंने खून की जांच क्यों नहीं कराई l गांव का दौरा क्यों नहीं किया यदि वह समय से पहले जग जाते तो किसी की जान नहीं जातीl'

priyankajoshi

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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