TRENDING TAGS :
आबादी में शिकार तलाशते बाघ,दहशत की कहानी बयान कर रहा एक बोर्ड
दक्षिणी खीरी फारेस्ट डिवीजन के महेशपुर रेंज में कठिना नदी पर बने घमहाघाट से आगे बढ़ने पर सड़क किनारे बाबा कमलेशदास के मंदिर पर बाघ सुरक्षा माह के मौके पर लगा जागरूकता बैनर इन दिनों दहशत की कहानी बयान कर रहा है।
लखनऊ: दक्षिणी खीरी फारेस्ट डिवीजन के महेशपुर रेंज में कठिना नदी पर बने घमहाघाट से आगे बढ़ने पर सड़क किनारे बाबा कमलेशदास के मंदिर पर बाघ सुरक्षा माह के मौके पर लगा जागरूकता बैनर इन दिनों दहशत की कहानी बयान कर रहा है। बैनर सावधान करता है कि खेतों में अकेले न जाएं, बच्चों को स्कूल खेल के मैदान और बाजार अकेले न भेजे।रात में खेतों की रखवाली मचान पर बैठ कर करें और अकेले गन्ने की कटायी न करें ।ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत के सौजन्य से एक बोर्ड लगाया गया है- बाघ प्रभावित क्षेत्र
इस इलाके घूम रही बाघिन के दहशत से बाबा कमलेश दास ने अपना आश्रम छोड़ वहां से शाम होते ही पास में बनी टंकी पर चले जाते हैं।उनका कहना है कि इससे पहले बाघ का इतना आतंक कभी नहीं था।
यह भी पढ़ें ........वर्कशॉप: बाघ के हमलों को लेकर किसानों को किया गया जागरूक
ये इलाका दुधवा नेशनल पार्क के टाइगर रिजर्व से भी जुड़ता है। दरअसल महेशपुर रेंज में मोहम्मदी के घने जंगल से सटे आबादी के इलाके में एक बाघिन अपने शावकों के साथ भोजन की तलाश में निकलती है।जिस वजह से आस पास के इलाके में उसका दहशत कायम हो रहा है।हालांकि मोहम्मदी जंगल टाइगर रिजर्व का हिस्सा नहीं है फिर भी इस इलाके में बाघों की आमद रफ्त बनी रहती है। इस इलाके में गांव और सिक्खों के झाले है।एक बाघिन अपने तीन शावकों के साथ पिछले छह माह से कई बार देखी जा चुकी है। अभी हाल में ही बाघिन लाल सिंह के झाले में गेट के पास देखी गयी। उसके साथ शावक भी था जिसकी वन विभाग ने पुष्टि की है।
यह भी पढ़ें ........VIDEO: बाघ ने किया किसान पर जानलेवा हमला, आक्रोशित भीड़ ने फूंक दी वन चौकी
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों में बाघिन को देखा जा चुका का है। फिलहाल अभी तक बाघिन आदमखोर नहीं हुयी है। वह शिकार के रूप में सिर्फ मवेशियों को अपना निशाना बना रही है। इस बाघिन को लेकर आस पास के इलाके में दहशत है।
यह भी पढ़ें ........बाघों की गणना पर उठ रहे सवाल
बीते 29सितबंर को अयोध्यापुर निवासी कंधई के उपर बाघ ने हमला कर दिया था जिससे गुस्साये ग्रामीणों ने महेशपुर रेंज कार्यालय में आग लगा दी थी।