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Kanpur Violence: मिल गया कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी, विवादों से है पुराना नाता
Kanpur Violence Latest News: कानपुर में दो पक्षों के बीच हुए भीषण टकराव के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। शुरूआती धरपकड़ा में 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
Kanpur Violence Update: उत्तर प्रदेश सरकार 3 जून 2022 की तारीख को लेकर काफी उत्साहित थी। क्योंकि इस दिन प्रदेश में तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के भव्य आयोजन के साथ–साथ देश के राष्ट्रपति (President) और प्रधानमंत्री का यूपी आगमन था। दोपहर तक मीडिया में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का सफल आयोजन और कानपुर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की चर्चा प्रमुखता से हो रही थी। मगर शाम होते–होते कानपुर में हुई भीषण सांप्रदायिक उपद्रव ने मीडिया में वो जगह हासिल कर ली। सवाल खड़े होने लगे कि जिस शहर में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यक्रम कर रहो हों, वहां कैसे ऐसी घटना हो सकती है।
जफर हाशमी की तलाश (zafar hashmi)
कानपुर में दो पक्षों के बीच हुए भीषण टकराव के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। शुरूआती धरपकड़ा में 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मगर पुलिस को जिस प्रमुख शख्स की सबसे अधिक तलाश है, उसके बार में अभी तक कुछ पचा नहीं चल पाया है। कानपुर पुलिस एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की तलाश कर रही है, जिसे इस पूरे फसाद की जड़ माना जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड बीते कुछ सालों से काफी संपत्ति अर्जित कर चुका है। वह सरकारी कोटे के तहत घर में राशन कंट्रोल चलाता है।
कानपुर हिंसा को लेकर हाशमी पर आरोप
पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर बीजेपी नेता नुपूर शर्मा द्वारा दिए गए बयान के विरोध में हयात जफर हाशमी और अन्य मुस्लिम नेताओं ने जुलूस निकाला था। इस दौरान जबरदस्ती दुकान बंद कराने और भड़काऊ बयानबाजी करने के कारण वहां दो समुदायों के बीच टकराव हो गया। जिनमें आधा दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल हैं। इसके अलावा कई कारों के साथ बाइक और स्कूटी को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जफर हाशमी के जुलूस में हिंदुओं को लक्ष्य करके भड़काऊ बयान दिए जा रहे थे। पुलिस की सख्ती के बाद से जफर हाशमी फरार है और पुलिस उसे खोज कर रही है।
हयात जफर हाशमी का विवादों से पुराना नाता
कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड माने जाने वाला हयात जफर हाशमी का विवादों से पुराना नाता रहा है। हाशमी पर आरोप है कि वह पहले भी कई लोगों को उकसाकर उपद्रव करा चुका है। जानकारी के मुताबिक, वह सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के दौरान भी काफी सक्रिय था। कहा जाता है कि वह अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
एकबार उसने मकान खाली करवाने के लिए अपनी मां और बहन को उकसा कर कानपुर के जिलाधिकारी के कार्य़ालय में आग लगवाई थी। बाद में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। इस एक घटनाक्रम जैसे उसके खतरनाक इरादों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि युपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार कह चुके हैं कि उपद्रव में शामिल लोगों के खिलाफ गैंग्सटर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। उपद्रवियों की संपत्ति जब्त कर उसपर बुलडोजर चलाया जाएगा। उन्होंने आम लोगों से भी उपद्रवियों की पहचान करने में मदद करने की अपील की है।