TRENDING TAGS :
यहां तो ग्रामीणों ने टॉयलेट में ही कर दिया 'खेल', पता चला तो हुआ ये...
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में एक ऐसा घोटाला सामने आया है जहां घोटाले का आरोप सरकार पर नहीं बल्कि यहां की जनता पर लगा है। यहां 122 लाभार्थियों ने शौचालय के नाम पर पैसा तो ले लिया लेकिन टॉयलेट नही बनवाएं। जब शौचालयों की जांच हुई तो उसमें बङा खुलासा हुआ।
खुलासे के बाद नगर पंचायत ईओ ने 122 लाभार्थियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी। जिसमें बाद कार्यवाही के डर से 22 लाभार्थियों ने पैसा वापस कर दिया है। जबकि अभी भी 100 लाभार्थी ऐसे हैं जिनके उपर कार्यवाही की तलवार लटक रही है। फिलहाल इस कार्यवाही से लाभार्थियों मे हङकंप मचा हुआ है।
ये भी पढ़ें— 7 साल तक किया यौन शोषण, शादी के डेढ़ साल बाद घर से निकाला, प्रेमिका धरने पर बैठी
ये है पूरा मामला
दरअसल कटरा नगर पंचायत क्षेत्र मे नगर मे सरकार द्वारा 122 लाभार्थियों को शौचालय दिए गए थे। शौचालय बनवाने के लिए चार हजार रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी गई थी। कुछ लाभार्थी ऐसे भी है। जिनको शौचालय बनवाने के लिए 8 हजार रुपये दे दिए गए थे। लेकिन जब इसकी जांच हुई तो लाभार्थियों के घर पर शौचालय नही बने थे।
रिपोर्ट जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी तक पहुची तो जिलाधिकारी के आदेश पर ईओ अवनीश गंगवार ने 122 लाभार्थियों के खिलाफ थाने मे तहरीर दे दी। थाने पर तहरीर पहुचने की सूचना पर 22 ऐसे लाभार्थी है जिन्होंने कार्यवाही के डर से पैसा ईओ को वापस कर दिया है। जबकि अभी भी 100 लाभार्थी ऐसे है जिन्होंने अभी पैसा वापस नही किया है। ईओ का कहना है कि अगर पैसा वापस नही हुआ तो उनके उपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें— मात्र दो हजार में शुरू करें ये बिजनेस, कमाएं हजारों रुपये महीना!
कटरा नगर पंचायत ईओ अवनीश गंगवार ने बताया कि 122 लोगो की सूची हमने जारी की थी। जिनको शौचालय देना था। शौचालय की पहली किश्त उनको जारी कर दी गई थी। लेकिन बाद मे जब उसकी जांच की गई तो लाभार्थियों के घर एक भी शौचालय बना हुआ नही मिला। जबकि कुछ लाभार्थी ऐसे है जिनको पूरा पैसा दे दिया गया था। लेकिन उनके घर शौचालय नही बना था। ऐसे सभी 122 लाभार्थियों के खिलाफ थाने मे तहरीर दी है। जिसके 22 लाभार्थियों ने पैसा वापस कर दिया है। अगर 100 लाभार्थियों ने अगर पैसा वापस नही किया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें— 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में फैसला, एक को मौत, दूसरे को उम्रकैद की सजा