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ओलंपियन ललित ने ठुकराया ओएसडी का पद, सरकार की शर्तों से दिग्गज खिलाड़ी संतुष्ट नहीं

Lalit Upadhyay Job: टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य ललित कुमार उपाध्याय ने प्रदेश के पुलिस विभाग में ओएसडी की नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shreya
Published on: 4 Jan 2022 5:20 AM GMT
ओलंपियन ललित ने ठुकराया ओएसडी का पद, सरकार की शर्तों से दिग्गज खिलाड़ी संतुष्ट नहीं
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ललित उपाध्याय (फोटो साभार- ट्विटर) 

Lalit Upadhyay Job: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम (Indian Hockey Team) के सदस्य ललित कुमार उपाध्याय (Lalit Kumar Upadhyay) ने प्रदेश के पुलिस विभाग (UP Police Deapartment) में ओएसडी की नौकरी (OSD Job) का ऑफर ठुकरा दिया है। बनारस (Varanasi) के रहने वाले ललित को प्रदेश सरकार (Yogi Government) की ओर से ओएसडी की नौकरी (OSD Ki Naukari) का ऑफर दिया गया था। ओएसडी पद के लिए तय किए गए नियमों और शर्तों से ललित संतुष्ट नहीं थे और इसी कारण उन्होंने प्रदेश सरकार के ऑफर को ठुकराने का फैसला किया।

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम 41 साल बाद पदक जीतने में कामयाब हुई थी। हॉकी टीम के स्वदेश लौटने के बाद सभी सदस्यों का भव्य स्वागत किया गया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी खिलाड़ियों से बातचीत की थी। प्रदेश सरकार (UP Government) की ओर से भी लखनऊ (Lucknow) में खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया था।

इसलिए लिया पद ठुकराने का फैसला

ओलंपियन ललित (Lalit Kumar Upadhyay) का कहना है कि बांग्लादेश के दौरे से लौटते समय उनके पास प्रदेश सरकार की ओर से फोन आया था और इस दौरान उनसे पूछा गया था कि वे ओएसडी के पद पर ज्वाइन करने के लिए कब आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ओएसडी का पद स्वीकार करने से पहले मैं इस पद की जॉब प्रोफाइल के बारे में सबकुछ जान लेना चाहता था। जानकारी करने के लिए जब मैं लखनऊ पहुंचा तो मुझे इस पद से जुड़े अजीबोगरीब नियमों और शर्तों की जानकारी हुई।

शासन से जुड़े लोगों की ओर से मुझे जानकारी दी गई थी इस नौकरी के दौरान मुझे कोई प्रमोशन नहीं मिलेगा और मैं पुलिस की यूनिफॉर्म भी नहीं पहन पाऊंगा। शासन की ओर से मेरे पास भेजे गए पत्र में भी इस पद को अस्थायी बताया गया है।

शासन को दी फैसले की जानकारी

पद से जुड़ी इन बातों को जानने के बाद मैंने नौकरी ज्वाइन न करने की मंशा से शासन को अवगत करा दिया है। ललित का कहना है कि मैंने अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर बता दिया है कि मैं यह पद स्वीकार करने की स्थिति में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार को मुझे नौकरी देनी है तो मुझे सीधी भर्ती में पद दिया जाना चाहिए या फिर स्पोर्ट्स कोटे में मुझे नौकरी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश में नौकरी करने का इच्छुक हूं और इसके जरिए में प्रदेश के लोगों की सेवा करना चाहता हूं मगर ओएसडी के पद के नियम और शर्तों (OSD Job Terms And Conditions) की वजह से मैं इस पद को स्वीकार नहीं कर सकता।

भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) के सदस्य ललित मौजूदा समय में बीपीसीएल में मैनेजर (BPCL Manager) के पद पर तैनात हैं। उन्हें इस बात की शिकायत है कि ओलंपिक के बाद दूसरे प्रदेश की सरकारों की ओर से खिलाड़ियों को ढेर सारी सुविधाएं और नौकरी दी गई मगर अपने प्रदेश में ऐसा नहीं किया गया।

बड़ी कामयाबी पर सरकार ने की थी घोषणा

टोक्यो ओलंपिक में भारत 41 साल बाद हॉकी में कांस्य पदक (Bronze Medal In Hockey) जीतने में कामयाब हुआ था। हॉकी टीम के सदस्य ललित कुमार उपाध्याय को प्रदेश सरकार की ओर से पुलिस विभाग में ओएसडी बनाने की घोषणा की गई थी। अपर मुख्य सचिव गॄह अवनीश अवस्थी (Awanish Kumar Awasthi) ने इस बाबत जारी आदेश में बताया था कि ललित के लिए ओएसडी का विशेष पद सृजित किया गया है मगर अब ललित इस पद पर ज्वाइन करने के लिए तैयार नहीं है।

ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद लौटने पर ललित का बनारस में जोरदार स्वागत किया गया था। बनारस के रहने वाले ललित के स्वागत के लिए शहर में कई दिनों तक कार्यक्रमों के आयोजन का सिलसिला चला था।

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Shreya

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