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आज से पर्यटक नहीं देख पाएंगे शाहजहां-मुमताज की कब्र, ये हैं कारण

दीदार-ए-ताज का ख्वाब दिल में संजोए आने वाले पर्यटकों पिछले कुछ दिनो से मायूस होना पड़ रहा है। क्रिसमस और न्यू ईयर में इस बार वीकेंड के साथ पड़ने की वजह से स्मारक पर आगरा में पर्यटकों के रिकॉर्ड टूट गए हैं। हर दिन 50 हजार से ज्यादा दर्शक ताज देखने आ रहे हैं।

priyankajoshi
Published on: 31 Dec 2017 7:33 AM GMT
आज से पर्यटक नहीं देख पाएंगे शाहजहां-मुमताज की कब्र, ये हैं कारण
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आगरा: दीदार-ए-ताज का ख्वाब दिल में संजोए आने वाले पर्यटकों पिछले कुछ दिनो से मायूस होना पड़ रहा है। क्रिसमस और न्यू ईयर में इस बार वीकेंड के साथ पड़ने की वजह से स्मारक पर आगरा में पर्यटकों के रिकॉर्ड टूट गए हैं। हर दिन 50 हजार से ज्यादा दर्शक ताज देखने आ रहे हैं।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) और आगरा जिला प्रशासन देशी विदेशी पर्यटकों के लिए इंतजाम में पूरी तरह फेल हो गए हैं। जिस कारण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और स्थानीय अधिकारियों ने भीड़ कंट्रोल करने के लिए ट्रायल के तौर पर मुख्य गुंबद में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया है।

यह रोक रविवार (31 दिसंबर)यानि आज से लागू होगी। इस रोक के बाद अब पर्यटक मुख्य गुंबद में स्थित शाहजहां और मुमताज की प्रतीकात्मक कब्र भी नहीं देख पाएंगे।

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निराश होकर वापस लौटे

टिकट से लेकर ताज के दीदार तक दर्शकों को लगभग 3 से 4 घंटे का समय लग रहा है। इसके बाद भी शाहजहां-मुमताज की कब्र तक नहीं पहुंच पा रहे। शनिवार को तो स्मारक में हंगामा और धक्का-मुक्की हुई। पर्यटक सैकड़ों किमी दूर से आने का हवाला देकर मन्नतें करते रहे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंत में मायूस होकर उन्हें वापस लौटना पड़ा।

मुख्य गुंबद में पर्यटकों का प्रवेश बंद

पर्यटकों को होने वाली इन्हीं परेशानियों को देखते हुए प्रशासन और ताज से जुड़े अन्य विभागों ने शनिवार को एक बैठक की। इस बैठक के बाद आगरा के जिलाधिकारी गौरव दयाल ने बताया कि मुख्य गुंबद में प्रवेश पर रोक का फैसला आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सीआईएसएफ कमांडेंट और आगरा सर्कल के पुरातत्व विभाग के अधीक्षक ने संयुक्त रूप से बैठक में लिया है। पूरे ताज परिसर में पर्यटकों को परेशानी न होने देने और सभी पर्यटकों को ताज का दीदार करने में होने वाली परेशानियों देखकर ट्रायल के तौर पर ये फैसला किया गया है। क्योंकि मुख्य गुंबद में प्रवेश के दौरान पर्यटकों की गतिविधियां धीमी हो जाती है जिस वजह से वहां भीड़ हो जाती है।

दरअसल, मुख्य गुंबद में प्रवेश के बाद शाहजहां मुमताज की कब्रों का चक्कर लगाने के बाद ही पर्यटक मुख्य गुंबद से बाहर आ पाता है। पिछले 2 दिसंबर को हुई बैठक में मुख्य स्मारक में प्रवेश रोककर भीड़ को कंट्रोल करने का सुझाव भी रखा गया था।

डिएम ने दिए सुझाव

जिलाधिकारी (डीएम) गौरव दयाल ने बताया कि 2 जनवरी को दिल्ली में होने वाली बैठक में हम सरकार के सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सचिव को स्टेप टिकटिंग लागू करने का सुझाव देंगे, जिसमे मुख्य गुंबद में प्रवेश के लिए अलग से टिकट दिया जाएगा। इस टिकट को प्रवेश के टिकट के साथ ही खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन टिकट भी प्रचारित किए जाएंगे ताकि टिकट की बिक्री वाली खिड़कियों पर ज्यादा भीड़ न हो सके। अभी 15 साल तक के बच्चों का प्रवेश नि:शुल्क है लेकिन हम बैठक में बच्चो के लिए भी मामूली शुल्क लगाने का सुझाव देंगे।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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