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आखिरकार एक्सप्रेस-वे दुर्घटना के बाद जागा परिवहन विभाग, लिया ये बड़ा फैसला

प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), ऊर्जा एवं प्रोटोकाल राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने विगत दिवस आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुयी बस दुर्घटना में 29 यात्रियों की मौत तथा 25 यात्रियों के घायल होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया।

Dharmendra kumar
Published on: 10 July 2019 11:00 PM IST
आखिरकार एक्सप्रेस-वे दुर्घटना के बाद जागा परिवहन विभाग, लिया ये बड़ा फैसला
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लखनऊ: प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), ऊर्जा एवं प्रोटोकाल राज्यमंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने विगत दिवस आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुयी बस दुर्घटना में 29 यात्रियों की मौत तथा 25 यात्रियों के घायल होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया। इस घटना को लेकर उन्होंने क्षेत्रीय प्रबंधकों, सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों तथा सेवा प्रबन्धकों को सख्त निर्देश दिए कि बस संचालन व मेन्टीनेन्स में तथा चालक व परिचालकों की ड्यूटी लगाने में जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

उन्होंने कहा कि चालक व परिचालकों की सुख-सुविधाओं का ख्याल न करने तथा कार्यशैली में सुधार न करने वाले क्षेत्रीय प्रबंधकों को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया जाय। उन्होंने रोडवेज बसों की सही से मेन्टीनेन्स व साफ-सफाई न होने पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों व इनके अनफिट संचालन पर सेवा प्रबंधकों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये।

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परिवहन मंत्री बुधवार को यहां कालाकांकर हाउस लखनऊ स्थित नियोजन विभाग के आडिटोरियम में बसों के सुचारू संचालन व बस दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों पर परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यात्रियों की सकुशल यात्रा एवं सुख-सुविधाओं को लेकर गंभीर है। सरकार की मंशानुरूप सभी अधिकारी अपनी कार्यसंस्कृति बदल लें, अब कोई बस दुर्घटना न हो इसके लिए कमर भी कस लें।

उन्होंने निर्देशित किया कि बसों के सुचारू संचालन, चालक/परिचालकों की निष्पक्ष एवं पारदर्शी ड्यूटी लगाने की सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों, क्षेत्रीय प्रबन्धकों के साथ मुख्यालय स्तर से भी नियमित माॅनीटरिंग की जाय। उन्होंने सभी बस डिपों में चालकों/परिचालकों के लिए सुविधाजनक आराम कक्ष की व्यवस्था करने, सभी का नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराने तथा समय-समय पर ड्राइविंग टेस्ट कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी डिपो में बस संचालन संबंधी रिपोर्ट रखने के लिए कार्यालय में रजिस्टर बनाने तथा सभी आरएम व एआरएम बसों की साफ-सफाई, मेन्टीनेन्स, पेंटिंग, वाइपर, हेडलाइट, इन्डिकेटर, रियर ब्यू मिरर, शीशे, सीटें, टायर, बीटीएस एवं स्पीड गवर्नर आदि की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित करें।

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परिवहन मंत्री ने बस मार्गों, चालक व परिचालकों की नियमित मानीटरिंग करने, लम्बी दूरी पर जा रही बस पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लम्बी दूरी की बसें फिट हों, चालक/परिचालक भी जिम्मेदार हों, इसका ख्याल रखा जाय तथा लम्बी दूरी की बसों में दो चालकों की व्यवस्था की जाय। चालकों को पर्याप्त आराम दिया जाय। बसों की गति सीमा को भी नियंत्रित किया जाय। उन्होंने बस दुर्घटना होने पर संबंधित क्षेत्र के अधिकारी द्वारा घटना स्थल पर समय से न पहुँचने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये। उन्होंने संविदा चालकों का वेतन बढ़ाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने सभी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को राजस्व वृद्धि में सुधार करने तथा इसकी नियमित मानीटरिंग करने तथा राजस्व वृद्धि में कमी पर शामली के एआरएम से स्पष्टीकरण मांगने के भी निर्देश दिये।

परिवहन मंत्री ने सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को सभी बसों की फिटनेस रिपोर्ट 15 दिनों में देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 15 दिन के पश्चात् सड़क पर अनफिट बस संचालन पर सेवा प्रबन्धक पर होगी सख्त कार्रवाई। उन्होंने सभी आर0एम0 को निर्देशित किया कि यातायात निरीक्षक से रात्रि 3.00 से सुबह 6.00 बजे के बीच बसों की चेकिंग जरूर करायी जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को ड्यूटी चार्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये।

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प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला ने कहा कि दुर्घटना रोकने के लिए सभी का सामूहिक प्रयास जरूरी है। जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। छोटे-छोटे कार्यों को नजरअंदाज करने से बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती हैं। सभी अधिकारी अपने कार्यों में तेजी लायें और अधीनस्थ कार्मिकों की नियमित मानीटरिंग भी करें।

बैठक में उप्र परिवहन निगम के चेयरमैन संजीव सरन, परिवहन आयुक्त व प्रबन्ध निदेशक धीरज साहू, अपर प्रबंध निदेशक के साथ मुख्यालय के भी उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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