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Kushinagar: रात के अंधेरे में अवैध खनन का बालू लेने जा रही ट्रॉली पलटी, दो मजदूरों की मौत
Kushinagar News : कुशीनगर जिले में अवैध खनन (Illegal mining) धड़ल्ले से जारी है। प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद खनन माफिया बालू खनन कराकर मुंह मांगे दाम पर बेच रहे हैं।
Kushinagar News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कुशीनगर जिले (Kushinagar District) के रामकोला थाना क्षेत्र के खोटही गांव के निकट एक ट्रैक्टर-ट्राली पलट गई। जिस पर सवार मजदूरों में से एक की मौके पर मौत हो गई। जबकि, दूसरे ने अस्पताल ले जाने के क्रम में दम तोड़ दिया। इस हादसे में दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं। बताया जा रहा है, कि मजदूर रात के अंधेरे में छोटी गंडक (Chhoti Gandak River) नदी से बालू लादने देने जा रहे थे। मृतक के परिजन ने थाने में तहरीर दी है। दोनों मृतक खोटही गांव के रामवर टोले के हैं।
रोके नहीं रुक रहा अवैध बालू खनन
कुशीनगर जिले में अवैध खनन (Illegal mining) धड़ल्ले से जारी है। प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद खनन माफिया (mining mafia) बालू खनन कराकर मुंह मांगे दाम पर बेच रहे हैं। इस अवैध कारोबार के फलने-फूलने से जहां एक तरफ राजस्व की और पर्यावरण की क्षति हो रही है, वहीं दूसरी तरफ आम आदमी महंगे दामों पर बालू खरीदने को मजबूर है। दरअसल, बालू खनन के कारोबार (sand mining business) में सफेदपोश से लेकर खाकी वर्दी तक का गठजोड़ है। रामकोला क्षेत्र के गांवों में प्रतिदिन दर्जनों गाड़ियां सफेद बालू लदी दिखती हैं।आखिर, जब बालू खनन पर रोक है तो ये बालू कहां से आ रहे हैं?
छोटी गंडक पर चलते हैं कई अवैध खनन घाट
जिले के कप्तानगंज (Kaptanganj) और रामकोला थाना क्षेत्र (Ramkola police station area) के बीच में छोटी गंडक नदी बहती है। इसी नदी पर अवैध खनन होता है। छोटी गंडक नदी पर सुअरहा, रगड़गंज, विश्वनाथपुर, मुरली छपरा, टेड़िया घाट, बभनौली सहित कई अवैध घाट चलते हैं। इन्हीं घाटों से पुलिस की मिलीभगत से छोटी नाव द्वारा बालू खनन कराया जाता है। रात के अंधेरे में खनन किया हुआ बालू माफिया द्वारा ट्रालियों पर लदवाकर दूर गांव तक ले जाकर बेचते हैं। जानकार बताते हैं कि हल्का तथा चौकी पुलिस प्रत्येक ट्राली के पीछे कमीशन बांध रखे हैं।
अवैध खनन का ग्रामीण कई बार कर चुके हैं शिकायत
अवैध खनन को लेकर घाटों के निकट के गांव वाले लोग कई बार प्रशासन को शिकायत भी किए हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर कई बार छापा भी पड़ा। इस छापे का प्रभाव कुछ ही दिन रहा। फिर सेटिंग से काम शुरू होता जा रहा है।
पूर्व SDM से भयभीत थे खनन माफिया
कुशीनगर जिले के कप्तानगंज के पूर्व एसडीएम गोपाल शर्मा जिनका अभी कुछ दिन पूर्व स्थानांतरण हुआ है, उनसे बालू खनन माफिया भयभीत थे। युवा तेज तर्रार एसडीएम को बहुत ही कम दिन कप्तानगंज तहसील में कार्य करने का अवसर मिला। लेकिन, उनके इस अल्पावधि काल में खनन माफियाओं में दहशत फैल गई थी। हालांकि नवागत एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव ने भी पहले ही दिन बाबू देवरिया के कोटिया टोला पर छोटी गंडक नदी के समीप करीब 15 ट्राली अवैध बालू एकत्र की सूचना मिली। उन्होंने तत्काल राजस्व टीम भेजकर बालू को वापस नदी में बहा दिया।