नौकरी के बाद भी 'लेखा विभाग का शोषण' जारी, परेशान रिटायर्ड शिक्षक बैठा धरने पर

Shivakant Shukla
Published on: 15 Oct 2018 10:42 AM GMT
नौकरी के बाद भी लेखा विभाग का शोषण जारी, परेशान रिटायर्ड शिक्षक बैठा धरने पर
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रायबरेली: वित्त एवं लेखाअधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग रायबरेली का एक नया कारनामा सामने आया है। मार्च 2017 में सेवानिवृत्त शिक्षकों का जमा किया बीमा का धन आज 18 महीने बीत जाने के बाद भी वापस नहीं मिल रहा है। बुजुर्ग सेवानिवृत्त शिक्षक अपने पैसे के लिए घर से लेखा ऑफिस दौड़ने को मजबूर हैं।

विभाग के शोषण से क्षुब्ध होकर धरने पर बैठ गया शिक्षक

आईजीआरएस पर शिकायत करने के बावजूद जिले की वित्त एवं लेखाधिकारी सीमा पांडे शिकायत को इलाहाबाद स्तर का बताकर निस्तारित कर देती हैं। जिले के जिम्मेदार अधिकारी अपनी कमी को इलाहाबाद की बताकर पिछले डेढ़ साल से बुजुर्ग शिक्षकों को दौड़ा रहे हैं, विभाग के शोषण से क्षुब्ध होकर आज 70 वर्षीय बुजुर्ग शिक्षक कृष्ण किशोर शुक्ला कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।

शिक्षकों का बीमा धन डकारने में लगे हैं अधिकारी- आरोप

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लेखाअधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग रायबरेली और पेंशन एवं समूह बीमा इकाई इलाहाबाद दोनों मिलकर जिले के लगभग 4100 शिक्षकों का बीमा धन डकारने में लगे हैं पेंशन संशोधन के नाम पर संघ के कुछ लोगो ने लाखों रुपए वसूल लिए हैं और शिक्षकों की सर्विस बुक लालगंज ले जाकर सर्विस बुक से छेड़छाड़ कर रहे हैं।

कृष्ण कुमार शुक्ला ने आरोप लगाया है की लेखाधिकारी कार्यालय और संघ के तथाकथित नेता आपस में लाखों का बंदर बांट कर रहे शिक्षक ने कहा कि तीन दिवसीय सांकेतिक धरने पर बैठा हूं कार्यवाही ना होने पर आमरण अनशन पर बैठूंगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की होगी।

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