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Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा, बरेली सेंट्रल जेल से अशरफ ने की थी व्हाट्सएप कॉल
Umesh Pal Murder Case:मोबाइल से व्हाट्सऐप कॉल के जरिए बरेली सेंट्रल जेल बात की गई थी, जहां माफिया अतीक अहमद का भाई और पूर्व विधायक अशरफ बंद है।
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल मर्डर केस में खुलासों का दौर जारी है। गाजीपुर के सदाकत खान की गिरफ्तारी के बाद से इस मामले में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। प्रयागराज एसटीएफ ने आरोपी सदाकत की मोबाइल जांच की तो दंग रह गई। मोबाइल से व्हाट्सएप कॉल के जरिए बरेली सेंट्रल जेल बात की गई थी, जहां माफिया अतीक अहमद का भाई और पूर्व विधायक अशरफ बंद है। सदाकत को रविवार को गोरखपुर से यूपी एसटीएफ ने दबोचा था।
अभी तक की जांच में सामने आया है कि प्रयागराज विवि के मुस्लिम हॉस्टल में सदाकत के कमरे में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। साजिश में गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया और बाहुबली नेता अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसका भाई अशरफ व्हाट्सएप कॉल के जरिए शामिल हुए थे। सदाकत के फोन से एसटीएफ को अतीक के सबसे छोटे यानी चौथे नंबर के बेटे के साथ की गई चैट भी हाथ लगी है, जिसमें से कुछ मैसेज डिलीट किए गए हैं। पुलिस डिलीट किए गए उन मैसेजों को रिकवर करने की कोशिश कर रही है।
जेल प्रशासन पर उठ रहे सवाल
सदाकत के मोबाइल फोन से व्हाट्सऐप कॉल की जानकारी मिलने के बाद अब बरेली सेंट्रल जेल प्रशासन सवालों के घेरे में है। जेल में बंद अशरफ आखिर कैसे स्मार्टफोन यूज कर पा रहा है, ये बड़ा सवाल है। सावल गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती जेल प्रशासन को लेकर भी है, जहां माफिया अतीक बंद है। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने भी स्वीकार किया कि हत्याकांड की साजिश रचने के दौरान जेलों से वीडियो और व्हाट्सएप कॉल किए गए थे।
बरेली जेल पर पड़ा था छापा
27 फरवरी को वरीय अधिकारियों ने अचानक बरेली सेंट्रल जेल पर छापा मार दिया था। डीएम और डीआईजी समेत कई अन्य अफसर बगैर किसी पूर्व सूचना के जेल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल भी नहीं किया था। गोपनीय ढंग से जेल पहुंचे अधिकारियों ने उस बैरक की जांच कराई, जिसमें अशरफ रह रहा है। जेल ड्यूटी में शामिल अधिकारियों की भी जांच-पड़ताल कराई जा रही है। जेल अधीक्षक उन सभी लोगों का ब्यौरा मांगा गया, जिन्होंने पूर्व विधायक से मुलाकात की थी।
माफिया अतीक अहमद का भाई और पूर्व सपा विधायक अशरफ पिछले दो साल से बरेली सेंट्रल जेल में बंद है। अतीक भी पहले इसी जेल में बंद था। एक अन्य हत्याकांड में जेल में बंद अशरफ उमेश पाल मर्डर केस में भी नामजद किया गया है। उसने पिछले दिनों कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जान को खतरा बताया था। उसने आशंका जताई कि जेल ट्रांसफर या पेशी के दौरान उसकी हत्या की जा सकती है।
अभी तक एक भी शूटर गिरफ्त में नहीं आया
प्रयागराज शूटआउट के एक सप्ताह होने को है लेकिन अभी तक पुलिस उन शूटरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिसने पिछले शुक्रवार को उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या कर दी। सीसीटीवी फुटेज में लगभग सभी शूटरों की तस्वीरें सामने आ चुकी है और इनकी शिनाख्त भी हो चुकी है, फिर भी पुलिस और एसटीएफ के हाथ खाली हैं। शूटरों में एक माफिया अतीक अहमद का बेटा भी शामिल है।
बता दें कि 24 फरवरी की शाम बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के एकलौते गवाह उमेश पाल की उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई। प्रयागराज के जीटी रोड पर पाल जैसे ही अपने कार से उतरे 13 हमलावरों ने गोली और बमों से उनपर हमला बोल दिया। उमेश पाल को दौड़ा कर गोली मारी गई। पाल और उनके एक गनर की मौत उसी दिन हो गई थी। जबकि दूसरे गनर ने बुधवार को अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा।