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Agra News: BAMS की परीक्षा का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद जागा विश्वविद्यालय प्रशासन, अब कॉपियों की मौके पर ही स्कैनिंग
Agra News: डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन बीएएमएस का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद नींद से जाग गया है । कुलपति ने व्यवस्थाओं में बदलाव कर दिया है ।
Agra News: डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr. Bhimrao Ambedkar University) प्रशासन बीएएमएस का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद नींद से जाग गया है । कुलपति ने व्यवस्थाओं में बदलाव कर दिया है । फर्जीवाड़े को लेकर कुलपति ने मीडिया से बातचीत की । बताया कि छात्र नेता के जरिए उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली थी । इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय की टीम को टेंपो चालक के पीछे लगाया । टेंपो चालक ने रूट बदला तो विश्वविद्यालय की टीम ने उसे पकड़ लिया । बाद में दो बंडल कॉपिया को पुलिस ने अलग से बरामद की ।
कुलपति का कहना है कि बीएएमएस की सभी कॉपियों की जांच की जा रही है । एसटीएफ मामले की जांच कर रही है । एसटीएफ की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद बीएएमएस की परीक्षा पर फैसला लिया जाएगा । पूरी परीक्षा निरस्त करानी है । या कुछ छात्रों की परीक्षा निरस्त करानी है । इस पर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही फैसला लिया जाएगा । कुलपति ने बनाएगी एसटीएफ को विश्वविद्यालय में अस्थाई कार्यालय दिया जा रहा है । जांच में एसटीएफ टीम की पूरी मदद की जाएगी । उन्हें हर जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी ।
एमबीबीएस और बीएमएस की परीक्षा में बदलाव
कुलपति ने बताया कि फर्जीवाड़े को देखते हुए अब एमबीबीएस और बीएमएस की परीक्षा में बदलाव किया गया है । अब एमबीबीएस और बीएमएस की कॉपियों की मौके पर ही डिजिटल स्कैनिंग करवा दी जाएगी । कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को भी छलेसर कैंपस में शिफ्ट कर दिया गया है । कुलपति ने बताया कि एसटीएफ पुराने सभी मामलों की भी जांच कर रही है ।
आपको बता दें कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के संविदा चालक देवेंद्र ने बीएएमएस की कॉपियों को बदलने का काम किया था । देवेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया था । देवेंद्र के मोबाइल से डॉक्टर अतुल का नाम सामने आया था । पुलिस ने डॉक्टर अतुल को भी गिरफ्तार कर लिया । अब गिरोह का सरगना छात्र नेता राहुल पाराशर फरार है । पुलिस और एसटीएफ राहुल पाराशर की तलाश में जुटी हुई है ।
140 कॉपियों में हैंडराइटिंग बदलने की बात सामने आई है
प्रारंभिक जांच में लगभग 140 कॉपियों में हैंडराइटिंग बदलने की बात सामने आई है । एसटीएफ पूरे मामले की जांच कर रही है । एसटीएफ की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि पूरे रैकेट में कौन-कौन लोग शामिल हैं । एसटीएफ की जांच से विश्वविद्यालय में हड़कंप मचा हुआ है । माना जा रहा है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की संलिप्तता भी हो सकती है ।
मुख्य-
यूपी एसटीएफ बीएएमएस मामले की जांच कर रही है । बीएएमएस का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद कुछ बदलाव किए गए हैं । अब बीएएमएस और एमबीबीएस की कॉपियों की मौके पर ही डिजिटल स्कैनिंग करवा ली जाएगी । विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को छलेसर कैंपस में शिफ्ट कर दिया गया है । एसटीएफ को सभी जरूरी जानकारियां दी जा रही हैं । एसटीएफ की जांच पूरी होने के बाद बीएमएस की परीक्षा पर फैसला लिया जाएगा ।