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Unnao News: साहब सुनिए! सीओ ने तीन लाख रुपए लिए, आहत दलित युवक ने लगाई आग, पुलिस के फूले हाथ-पांव
Unnao News: पुलिस की कार्यशैली से आहत होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में एएसपी कमरे के बाहर दलित युवक ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।
Unnao News: जिले में योगी की हाईटेक पुलिस की कार्यशैली से आहत होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में एएसपी कमरे के बाहर दलित युवक ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। देखते ही देखते युवक बुरी तरह से आग की चपेट में आकर झुलस कर जख्मी हो गया। एसपी ऑफिस में दलित युवक के आत्मदाह से हड़कंप मच गया। एएसपी, सीओ सिटी से लेकर पूरे पुलिस विभाग के हाथ पैर फूल गए। तत्काल मौजूद पुलिसकर्मियों ने पानी और कंबल डालकर आग बुझाई।
पुलिस ने तत्काल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया। पीड़ित आईपीसी 147,148,323,504,506,308 और एससी एसटी के मुकदमे में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आहत था। पीड़ित ने सीओ पुरवा पर तीन लाख रुपए लेकर नाम बाहर निकालने का आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि नाम बाहर होने के बाद आज सुबह नदी के किनारे अनीश लोगों ने जान से मारने का प्रयास किया था।
बता दें कि जनपद के पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूलेमऊ गांव के रहने वाला श्री चंद्र पुत्र रामस्वरूप पासी ने बीते 18 अक्टूबर को अनीश,आरिफ़,मुमताज़, साबीरा,मुनीर व मुमताज की पत्नी के खिलाफ लाठी डंडों और धारदार हथियार से मारने पीटने के साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद श्री चंद्र की तहरीर पर पुरवा थाने में धारा 147, 148, 323, 504, 506, 308 एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। मामले की जांच पड़ताल क्षेत्राधिकारी पुरवा कर रहे थे।
जांच के दौरान दो आरोपियों के नामजदगी गलत पाए जाने पर जांच अधिकारी ने नाम हटा दिया और बीते नवंबर माह में चार्ट सीट लगा लगाते हुए न्यायालय में दाखिल करा दिया। इसके बाद वादी का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के नाम हटा दिया और उनकी गिरफ्तारी तक नहीं की। आज दोपहर व एसपी ऑफिस के दूसरे गेट से कंबल लपेटकर परिसर में पहुँचा और अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया और आग लगा ली। आग से जलते देख कार्यालय में मौजूद एएसपी अखिलेश सिंह, सीओ सिटी आशुतोष कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर मौजूद दमकल की कर्मियों ने मशक्कत कर जल रहे युवक पर कंबल डाला पानी डालकर किसी तरह आग बुझाई। तब तक युवक गंभीर रूप से झुलस गया।
आनन फानन से सरकारी वाहन से उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां पीड़ित की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने लखनऊ के केजीएमयू में रेफर कर दिया है। पीड़ित युवक जब लखनऊ के लिए रेफर किया जा रहा था तभी एएसपी, सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ जिला अस्पताल इमरजेंसी वार्ड के अंदर दाखिल हो रहे थे इस दौरान युवक ने अपर पुलिस अधीक्षक को देखा और गुहार लगाई की अरे एसपी साहब रुकिए, सुन लीजिए पीड़ित युवक कहता रहा कि सब से बात कर लेने दीजिए पर उसको रेफर कर दिया गया। फिलहाल घटना को लेकर पुलिस के अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं।