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Unnao News: दिन में नौकरी, रात में पढ़ाई-मेहनत रंग लाई गांव मे जश्न, तीनों बहनों की सफलता की कहानी
Unnao News: कभी कभी जीवन में मुश्किलें इतनी बड़ी हो जाती हैं कि मनोबल टूटने लगता है। लेकिन जिनके दिल में हौसला हो और जिनकी मेहनत अडिग हो, वो किसी भी चुनौती का सामना करके अपनी मंजिल पा लेते हैं।
Kalpana Archana and Sulochana success story (Photo: Social Media)
Unnao News: कभी कभी जीवन में मुश्किलें इतनी बड़ी हो जाती हैं कि मनोबल टूटने लगता है। लेकिन जिनके दिल में हौसला हो और जिनकी मेहनत अडिग हो, वो किसी भी चुनौती का सामना करके अपनी मंजिल पा लेते हैं। यह कहानी है उन्नाव जिले की तीन सगी बहनों की, जिन्होंने कठिनाइयों के बावजूद यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल की है।
यूपी पुलिस भर्ती में 3 सगी बहनों को मिली सफलता
उन्नाव जनपद के हसनगंज तहसील के सुंदरपुर गांव में रहने वाली कल्पना, अर्चना और सुलोचना ने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो रास्ते में आने वाली कोई भी मुश्किल उन्हें नहीं रोक सकती।
पिता की मौत के बाद भी नहीं हारी हिम्मत
2017 में इनकी ज़िंदगी में एक दुखद मोड़ आया, जब इनके पिता रवींद्र कुमार का निधन हो गया। यह घटना इनकी ज़िंदगी में एक बड़ा आघात थी, लेकिन बड़ी बहन कल्पना ने हार नहीं मानी। कल्पना ने परिवार की जिम्मेदारी उठाई और 2018 में मृतक आश्रित कोटे से होमगार्ड की नौकरी प्राप्त की। इसके बाद, उसने अपनी मां राजकुमारी और छोटे भाई को उन्नाव बुलाया और किराए के मकान में रहते हुए अपनी दोनों छोटी बहनों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
कठिन परिश्रम से पूरी की सफलता की राह
कल्पना ने दिन में अपनी नौकरी की जिम्मेदारी निभाई और रात में अपनी बहनों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। हालांकि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन मां राजकुमारी ने भी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने हरसंभव तरीके से अपनी बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए मेहनत की।
समय के साथ, तीनों बहनों ने कड़ी मेहनत की और अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा की तैयारी की और पूरे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दी। नतीजा यह हुआ कि तीनों बहनों ने एक साथ यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इस खबर ने पूरे परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ाई।
कामयाबी पर गांव में खुशी की लहर
गांव में जश्न का माहौल था, और सभी ने इन तीनों बहनों को बधाई दी। यह सफलता सिर्फ उनके परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। तीनों बहनों ने यह साबित कर दिया कि अगर आप मेहनत और संघर्ष से अपने सपनों की दिशा में चलते हैं, तो कोई भी कठिनाई आपको रोक नहीं सकती। इनकी कहानी यह सिखाती है कि जो लोग कभी हार नहीं मानते, वे कभी भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। आज तीनों बहनें अपने संघर्ष और कड़ी मेहनत से न सिर्फ अपनी, बल्कि पूरे समाज की सोच को बदल रही हैं। ये तीनों बहनें अपने आप में एक मिसाल बन गई हैं। यही है तीन सगी बहनों की प्रेरणादायक कहानी, जिन्होंने अपनी मेहनत से एक नया रास्ता दिखाया और सफलता की ऊँचाइयों को छुआ।