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Lucknow Kanpur Highway News: क्यों लखनऊ कानपुर हाई वे से डरे शेखर सुमन बोले जिंदा पहुंचूंगा या नहीं…

Lucknow Kanpur Highway News: फ़िल्म अभिनेता शेखर सुमन ने कानपुर से लखनऊ जाते समय सडक पर मौजूद गड्ढों को लेकर अपना दर्द बयां किया। शेखर सुमन ने कहा, जिंदा पहुंचूंगा या नहीं इस पर भी शक है।

Shaban Malik
Published on: 27 Sept 2024 9:12 PM IST
Lucknow Kanpur Highway News
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Lucknow Kanpur Highway News: उत्तर प्रदेश में सड़कों का हाल बहुत ही बुरा है। आए दिन सड़कों पर गड्ढे होने के मामले सामने आते रहते हैं। इन गड्ढों की वजह से हाइवे पर कई बार एक्सीडेंट भी हुए है। हालांकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर प्रदेश की सड़कों को गढ्ढामुक्त करने की डेडलाइन जारी कर दी है। सीएम योगी ने आगामी त्योहार से पहले गढ्ढामुक्त करने के लिए अधिकारियों को 10 अक्टूबर तक का समय दिया है।

इसी बीच फ़िल्म अभिनेता शेखर सुमन ने खस्ताहाल सड़क पर अपना दुख बयां किया है। शेखर सुमन ने यहां तक कह दिया कि इसी सड़क से वापस लौटना है, अब पता नहीं जिंदा बचूंगा या नहीं। उन्नाव मे लखनऊ-कानपुर हाइवे का हाल यह हैं की सड़कों मे गड्ढे हैं या गड्ढों मे सड़क, कुछ पता नहीं चल रहा, गड्ढे इतने गहरे और बड़े हैं जिनसे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। हाई वे पर बड़े बड़े गड्ढों ने सरकार के 10 अक्टूबर तक सड़के गड्ढा मुक्त करने के दावों की भी पोल खोल कर रख दी है।

फ़िल्म अभिनेता शेखर सुमन ने कानपुर से लखनऊ जाते समय सडक पर मौजूद गड्ढों को लेकर अपना दर्द बयां किया। शेखर सुमन ने कहा, जिंदा पहुंचूंगा या नहीं इस पर भी शक है। शेखर सुमन ने आलाधिकारियों से हाईवे पर गड्ढों, ट्रैफिक व्यवस्था की शिकायत भी की। बता दें कि अभिनेता शेखर सुमन एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने कानपुर आए थे, जहां से वे अपनी निजी कार से कानपुर से लखनऊ जा रहे थे। उन्नाव सीमा में पहुंचते ही शेखर सुमन सड़कों की दुर्दशा को लेकर नाराज हुए और सरकार के 10 अक्तूबर तक सड़के गड्ढा मुक्त करने के दावों की भी पोल खोल कर रख दी।


शेखर सुमन की शिकायत के बाद हमने हकीकत जानने के लिए कानपुर-उन्नाव सीमा जाजमऊ से अपना सफर शुरू किया। जिसमें यह अनुमान लगाना मुश्किल नजर आ रहा था की सड़क में गड्ढे है या फिर गड्ढों में सड़क। पहली तस्वीर हाईवे के त्रिभुवन खेड़ा के पास की है, यहां हाई वे पर लखनऊ से कानपुर जाने वाली लेन पर एक गड्ढा दिखा जो करीब 5 इंच गहरा और दो फीट चौड़ा था, दूसरी तस्वीर आज़ाद मार्ग चौराहे से बिलकुल पहले की है, जहां सड़क पर 50 की परिधि में 26 बड़े गड्ढे हैं, जिनमे से एक की गहराई 6 इंच थी जबकि चौड़ाई ढाई फीट तक थी। जबकि तीसरा गड्ढा गहरा क्षेत्र में दिखा जो सबसे ज्यादा 8 से 9 इंच गहरा था, जबकि 2 फिट चौड़ा और 2.5 फिट लंबा था। इसके बाद हम आगे बढ़ते रहे और उन्नाव आरटीओ कार्यालय के सामने चौथा बड़ा गड्ढा नजर आता है, जो करीब 4 इंच गहरा था जबकि 2 फिट चौड़ा और ढाई फीट लंबा रहता है। इसके बाद हम बढ़ते हैं, आगे जहां उन्नाव के हाइवे स्थित आरओबी पर सबसे ज्यादा गहरा गड्ढा नजर आता है जो 7 इंच गहरा, 22 इंच चौड़ा और 60 इंच यानी 5 फिट से ज्यादा बड़ा था, इस गड्ढे के साथ ही यहां एक के बाद एक कई गड्ढे बन गए थे जो जिम्मेदारों को नजर नहीं आ रहे।


अंत में हम दही चौकी क्षेत्र में पहुँचे जहां एक अलग ही दिक्कत नजर आती है। यहां ओवरलोड गाड़ियों के निकलने से सड़क बह जाने जैसी स्थिति में आ गई है। और यह स्थिति थोड़ी बहुत दूरी में नहीं बल्कि कई किलोमीटर तक थी सड़क का कुछ इलाका ट्रक-डम्पर के पहियों के दबाव के कारण 5 इंच तक गहरा हो गया है जबकि अगल बगल का क्षेत्र डिवाइडर और ब्रेकर की तरह 6 से 7 इंच तक ऊंचा हो गया। ट्रक के दोनो पहियों के चलने के स्थान पर सड़क पर यही स्थिति नजर आती है। पूरी सड़क ओवरलोड वाहनों के कारण लहरों जैसे हो गई है जिसके कारण अक्सर दोपहिया चालक गिरकर हादसे का शिकार हो जाते हैं।

आपको बता दें कि करीब 25 किलोमीटर के इस सफर में यह अनुमान लगाना मुश्किल था कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क हैं। आपको बता दें कि कानपुर-लखनऊ को जोड़ने वाली यह सड़क एक मुख्य मार्ग है इसी से रोजाना तमाम नेता और मंत्री के साथ ही अधिकारी गुजरते हैं। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। ऐसे में बड़ा सवाल यह भी है की आखिर 10 अक्तूबर तक सड़के गड्ढे मुक्त करने का दावा कैसे पूरा होगा जबकि हकीकत दावों से कोसों दूर नजर आ रही है।

दरअसल जाने-माने अभिनेता शेखर सुमन गुरुवार को कानपुर में एक कार्यक्रम में शिकरत करने के लिए पहुंचे थे। शेखर सुमन ने लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक का रास्ता बाय रोड लखनऊ-कानपुर नेशनल हाइवे से तय किया था। लेकिन इस दौरान लखनऊ से कानपुर जाने वाली सड़क पर गढ्ढा ही गढ्ढा होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। गाडी मे बैठे शेखर सुमन को गड्ढों के झटके महसूस हुए।

Shalini singh

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