TRENDING TAGS :
Unnao: महिला को नॉर्मल डिलीवरी से एक साथ हुए 3 बच्चे, परिवार में खुशी की लहर...बच्चों को देखने उमड़ी भीड़
Unnao News: महिला की डिलीवरी होने के बाद जैसे ही यह सूचना जिला अस्पताल परिसर में हुई तो बच्चों को देखने के लिए वार्डों में भर्ती मरीजों की तीमारदार भी पहुंचने लगे हैं हालांकि के एतिहात के तौर पर डॉक्टरों ने मिलने से रोक लगाई है।
Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक गर्भवती महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया। डॉक्टर ने महिला की नॉर्मल डिलीवरी कराई है। महिला के दो लड़के और एक लड़की हुई है। मां और पिता के साथ परिवार वालों में खुशी का माहौल है। एक साथ तीन बच्चों की किलकारी से अस्पताल ही नहीं, घर-आंगन भी गूंज उठा।
हर दंपति की चाहत होती है कि, उसके घर बच्चे हों। उसका भी हंसता-खेलता परिवार हो। इसी कड़ी में उन्नाव जिले में मंगलवार (13 फरवरी) को चमत्कार हो गया। एक महिला ने नॉर्मल डिलीवरी से एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया। सभी स्वस्थ हैं।
तीनों बच्चे स्वस्थ,2 लड़के और एक लड़की का जन्म
आपको बता दें, कि एक गर्भवती महिला ने उन्नाव के उमा शंकर सरकारी जिला अस्पताल में 3 बच्चों को जन्म दिया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला की नॉर्मल डिलीवरी कराई। महिला ने 3 बच्चों को जन्म दिया। तीनों बच्चों में 2 लड़के और एक लड़की है। ख़ुशी की बात रही कि सभी बच्चे नॉर्मल डिलीवरी से हुए हैं। परिवार में खुशी है।
CMS ने ये कहा
ये परिवार उन्नाव जिले के भंतावा का रहने वाला है। भंतावाके रहने वाले सुरेश कुमार वर्मा की पत्नी सावित्री वर्मा गर्भवती थी। सोमवार को दर्द होने पर सुरेश ने पत्नी सावित्री को जिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती करवाया। जिला अस्पताल के डॉक्टर महिला को डिलीवरी के लिए लेबर रूम लेकर गए। डॉक्टरों ने मशक्कत कर महिला की नॉर्मल डिलीवरी करवाई। जिसमें महिला ने एक नहीं, 2 नहीं बल्कि 3 बच्चों को जन्म दिया। 3 बच्चों और नॉर्मल डिलीवरी होने से महिला खुश हैं। वहीं, डिलीवरी के वक़्त मौजूद डॉक्टर और नर्स देखकर हैरान हो गए। सक्सेस नॉर्मल डिलीवरी को लेकर डॉक्टर की टीम में भी खुशी का माहौल है। वहीं, सीएमएस डॉक्टर संजू अग्रवाल ने बताया कि, 'महिला ने 3 बच्चों को जन्म दिया, जिसमें एक बेटी और 2 लड़के हैं।'
बच्चों को देखने उमड़ी भीड़
महिला की डिलीवरी होने के बाद जैसे ही यह सूचना जिला अस्पताल परिसर में हुई तो बच्चों को देखने के लिए वार्डों में भर्ती मरीजों की तीमारदार भी पहुंचने लगे हैं हालांकि के एतिहात के तौर पर डॉक्टरों ने मिलने से रोक लगाई है जिससे बच्चों को किसी प्रकार का कोई भी संक्रमण न फैल सके।