बड़ा झटकाः 5000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी हुए बेरोजगार, नहीं मिला सेवा विस्तार

UP News: कोरोना काल के दौरान तैनात किए गए स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं न लेने का आदेश जारी किया जा रहा है। ऐसे में इन स्वास्थ्य कर्मियों में हलचल मच गई है।

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Published on: 6 July 2024 8:19 AM GMT
बड़ा झटकाः 5000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी हुए बेरोजगार, नहीं मिला सेवा विस्तार
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5000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी हुए बेरोजगार  (PHOTO: social media )

UP News: 5000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी को बड़ा झटका लगा है, वे अब बेरोजगार हो गए हैं। इन कर्मियों को कोरोना काल के दौरान विभिन्न अस्पतालों और जांच केंद्रों पर तैनात किया गया था, लेकिन अब इन स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा विस्तार नहीं मिला है। ऐसे में 1 जुलाई 2024 से करीब 5000 स्वास्थ्य कर्मी बेरोजगार हो गए हैं। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की ओर से एक के बाद एक इनसे काम न लेने का आदेश जारी किया जा रहा है। इसको लेकर इन स्वास्थ्य कर्मियों में हलचल मची हुई है।

बता दें, कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग में जिला स्वास्थ्य समिति के जरिए करीब 7000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की विभिन्न जगहों पर तैनाती की गई थी। इसमें से करीब 2000 स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्त हो चुकी है। कोरोना खत्म होने के बाद भी करीब 5000 स्वास्थ्य कर्मियों को अस्पतालों में और जांच केंद्रों पर अलग-अलग पदों पर तैनात किया गया था।

इन सभी कर्मियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से तीन-तीन माह का सेवा विस्तार मिलता रहा, लेकिन 30 जून के बाद इन्हें सेवा विस्तार नहीं मिला है। ऐसे में अब इनकी सेवा न लेने का एक के बाद एक आदेश जारी किया जा रहा है। इस आदेश के जारी होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में हलचल मची हुई है।

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से लगाई गुहार

इस मामले में संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री सच्चिता नन्द मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को पत्र भेज कर स्वास्थ्य कर्मियों को बेरोजगार होने से बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी बताया कि उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि कोरोना काल के दौरान काम करने वाले कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा लेकिन अभी तक इस संबंध में उनकी ओर से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कई बार शासन को प्रस्ताव पत्र से अवगत भी कराया गया कि जिले के चिकित्सालयों में कर्मचारियों की कमी है। तभी इन कर्मियों से कोरोना काल के बाद भी काम लिया जा रहा है तो इनकी सेवाएं निरंतर जारी रखी जाय। किसी अन्य मद से बजट की व्यवस्था हो।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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