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UP Assembly Monsoon Session: विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले दलीय नेताओं की बैठक, CM योगी ने कही ये बात

UP Assembly Monsoon Session 2021| उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से प्राम्भ हो रहा है। सत्र प्रारम्भ होने से पहले उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलीय नेताओं से सहयोग का अनुरोध किया है।

Shreedhar Agnihotri
Report Shreedhar AgnihotriPublished By Shreya
Published on: 16 Aug 2021 5:24 PM GMT
UP Assembly Monsoon Session: विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले दलीय नेताओं की बैठक, CM योगी ने कही ये बात
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दलीय नेताओं की बैठक (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UP Assembly Monsoon Session 2021: विधानसभा में सदन के नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि विधान मण्डल की कार्यवाही कल से प्रारम्भ हो रही है। संसदीय परंपरा के अनुरूप वर्ष में तीन बार विधान मण्डल की बैठक का प्राविधान है। विधान मण्डल की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कोरोना महामारी (Corona Virus) के बावजूद इस परंपरा का पालन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करते हुए विधान मण्डल की कार्यवाही को सकुशल सम्पन्न कर सके, इसमें विभिन्न राजनैतिक दलों की भूमिका और दलीय नेताओं का समर्थन अपेक्षित है। सरकार हर एक मद पर चर्चा कराने को तैयार है। उन्होंने दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि विधान सभा को लोकतांत्रिक ढांचे का सम्मान करते हुए चर्चा परिचर्चा का विषय बनाना चाहिए। राजनीति की अपनी जगह हो सकती है लेकिन गम्भीर और सार्थक चर्चा से लोक कल्याण का विस्तार होगा। साथ ही कार्यवाही हमारी संस्थाओं को जन विश्वास का प्रतीक भी बनायेगी।

योगी ने कहा कि सदन में अलग-अलग राजनीतिक दलों के बहुत ही ऐसे सदस्यों के पास लम्बा अनुभव है। उस अनुभव का लाभ भी सदन की कार्यवाही से मिलता है। इसके लिए आवश्यक है कि एक सार्थक चर्चा/परिचर्चा का केन्द्र बिन्दु हमारी विधान सभा बन सके। इसके लिए सदन संचालन में सभी दलीय नेताओं का समर्थन अपेक्षित है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

मंगलवार से शुरू हो रहा मानसून सत्र

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से प्राम्भ हो रहा है। सत्र प्रारम्भ होने से पहले उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष, हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलीय नेताओं से सहयोग का अनुरोध किया है। अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादाओं के अन्तर्गत रखें। उन्होंने कहा कि विगत सत्र के समय कोरोना की लहर से देश दुनिया व्यथित थी।

हमारे संविधान निर्माताओं ने संसद और विधान मण्डल को सरकार को जवाबदेह बनाये जाने के उपकरण के रूप में विकसित किया है। यह प्रदेश की जनता का स्वप्न, आशा, अभिलाषा की पूर्ति का भी अंग है। उत्तर प्रदेश विधान सभा देश के सभी विधान सभाओं से बड़ी है। हम देश के सबसे बड़े राज्य है। हम सब मिलकर देश की सभी संस्थाओं को एक संदेश दे सकते है कि उत्तर प्रदेश में विचार विमर्श के कारण बहुत प्रेय और श्रेय ढंग से सदन की कार्यवाही संचालित हो रही है।

यूपी विधानसभा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

शोकांजलि के बाद सदन होगा स्थगित

इसके पूर्व कार्य-मंत्रणा की बैठक सम्पन्न हुई। अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया की 17 अगस्त से 24 अगस्त, 2021 तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। 17 अगस्त, 2021 को स्व विजय कुमार कश्यप, स्व सुरेश कुमार श्रीवास्तव, स्व रमेश चन्द्र दिवाकर, केसर सिंह, स्व दल बहादुर एवं स्व देवेन्द्र प्रताप सिंह को शोकांजलि के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा। 18 अगस्त, को भूतपूर्व सदस्यों को शोकांजलि दी जायेगी।

उसके बाद अध्यादेशों एवं अधिसूचनाओं को सदन के पटल पर रखा जायेगा तथा विधेयकों के पुरःस्थापन आदि का कार्य सम्पन्न होगा। उसी दिन पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार 12:30 बजे से अनुपूरक बजट रखा जायेगा। 19 अगस्त को अनुपूरक अनुदानों पर चर्चा एवं विनियोग विधेयक का पुरःस्थापन, विचार एवं पारण होगा। 23 अगस्त और 24 अगस्त को विधायी कार्य लिये जायेंगे।

विधान भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संसदीय कार्यमंत्री, सुरेश कुमार खन्ना सहित सभी दलीय नेताओं ने अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षितको सदन चलाने में सहयोग का आश्वासन दिया।

इन्होंने दिया सहयोग देने का आश्वासन

बैठक में नेता विरोधी दल, राम गोविन्द चौधरी के स्थान पर नरेन्द्र वर्मा, बहुजन समाज पाटी के नेता, शाह आलम उर्फ गुडडू जमाली, कांग्रेस की नेता, आराधना मिश्रा 'मोना', अपना दल (सोनेलाल) के नेता नील रतन पटेल के स्थान पर डॉ लीना तिवारी एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किए और सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया।

संसदीय कार्य मंत्री, सुरेश कुमार खन्ना ने मुख्यमंत्री की भावना के साथ-साथ सम्बद्ध करते हुए सभी दलीय नेताओं से सदन में शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना की आशंका हर समय बनी हुई है। अतः सदन में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सदन संचालित किया जाए।

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