TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Yogi Vs Akhilesh: सत्र के आखिरी दिन योगी vs अखिलेश, सीएम ने दिया तीखा जवाब, सपा राज की दिलाई याद, कहा-अब प्रदेश के प्रति बदल गई है धारणा

Yogi Vs Akhilesh: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता विरोधी दल अखिलेश यादव की ओर से किए गए तीखे हमले का उसी अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने अनुपूरक बजट, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था, मेट्रो, सड़कों का बुरा हाल और कई अन्य मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 1 Dec 2023 5:39 PM IST
Yogi vs Akhilesh on the last day of the session, CM gave a sharp reply, reminded of SP rule, said - now the perception towards the state has changed
X

सीएम योगी आदित्यनाथ vs अखिलेश यादव : Photo- Social Media

Yogi Vs Akhilesh: लखनऊ उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता विरोधी दल अखिलेश यादव की ओर से किए गए तीखे हमले का उसी अंदाज में जवाब दिया। अखिलेश यादव ने अनुपूरक बजट, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था, मेट्रो, सड़कों का बुरा हाल और कई अन्य मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने योगी सरकार से सवाल किया कि आखिरकार यह अनुपूरक बजट क्यों लाया गया है।

बाद में सदन को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वे अच्छा होमवर्क करके नहीं आए हैं। उनकी ओर से सदन में पेश किए गए आंकड़े वास्तविक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता विरोधी दल अब लीक से आगे बढ़कर बोलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले सपा राज में प्रदेश में अराजकता और गुंडागर्दी का बोलबाला था मगर अब लोगों की धारणाएं बदल चुकी हैं। अब यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है।

शायराना अंदाज में योगी का जवाब

नेता विरोधी दल अखिलेश यादव को शायराना अंदाज में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा-

बड़ा हसीन है उनकी जुबान का जादू,

लगा के आग बहारों की बात करते हैं।

जिन्होंने रात में बेखौफ बस्तियां लूटीं,

वही नसीब के मारों की बात करते हैं।

Photo- Social Media

सपा राज में थी गुंडागर्दी और अराजकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता विरोधी दल को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। सपा राज की याद दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश अराजकता,अव्यवस्था, गुंडागर्दी और युवाओं की पहचान के लिए संकट वाला प्रदेश बन गया था। 2017 के बाद प्रदेश की स्थितियों में काफी बदलाव आया है और लोगों की धारणाएं बदल गई हैं। अब यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के दिलो-दिमाग में बना यह नया परसेप्शन ही प्रदेश की नई पहचान है। एक ट्रिलियन इकोनॉमी को लेकर अखिलेश यादव की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम पूरी मजबूती के साथ काम कर रहे हैं। विपक्ष के लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब प्रदेश की प्रगति होगी तो उन्हें भी लाभ होगा।

राजकोषीय प्रबंधन पर बेहतरीन काम

प्रदेश के बजट की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में सत्ता संभालने के बाद अभी तक हमारा बजट प्रतिवर्ष बढ़ा है। इस बार हमने अब तक का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट पेश किया है। सरकार की ओर से बजट पेश किए जाने पर आय का भी पूरा ध्यान रखना होता है। हमने राजकोषीय प्रबंधन पर काफी ध्यान दिया है और प्रबंधन का यह काम बेहतरीन ढंग से किया जा रहा है। आज राज्य का कर डेढ़ लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बन चुका है।

नेता विरोधी दल अखिलेश यादव पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे अच्छा होमवर्क नहीं कर पाए। दरअसल उनके पास चीजों को जानने के लिए वक्त ही नहीं होता। यही कारण है कि उनके आंकड़े वास्तविक नहीं थे। मुख्यमंत्री ने आरबीआई बुलेटिन के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि आज हर पांच किलोमीटर के क्षेत्र में बैंकिंग ब्रांच या बैंकिंग सखी के माध्यम से काम किया जा रहा है। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि यह आरबीआई का आंकड़ा है। किसी मैगजीन का नहीं।

प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

प्रदेश में कानून व्यवस्था की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सूचीबद्ध 66 माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। माफियाओं की संपत्ति को ध्वस्त किया गया है। 2017 के बाद यह जीरो टॉलरेंस की सरकार है जो सबको सुरक्षा देने का काम कर रही है। हर जनपद में महिला थाना बनाने के साथ ही महिला प्रभारी की नियुक्ति की गई है और महिला संबंधीय अपराधों में तेजी से कार्रवाई की जा रही है।

पाक्सो अधिनियम में भी सजा दिलाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश में पहली बार तीन महिला पीएसी बटालियन की स्थापना की गई है। साइबर क्राइम को भी हमने एक चुनौती के रूप में लिया है और इस दिशा में भी कार्रवाई की जा रही है। 2017 से पहले सरकार की ओर से इस संबंध में कोई जागरूकता नहीं दिखाई गई थी।

पहली बार पारदर्शी तरीके से भर्तियां

प्रदेश के विभिन्न सेवाओं में भर्तियों पर भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की। उन्होंने कहा कि यदि 2017 से पहले भर्तियों की बात करें तो सिर्फ पुलिस में एक लाख 64 हजार भर्तियां की गईं। पहले भर्ती प्रक्रिया बाधित रही मगर हमारी सरकार में पहली बार पारदर्शी तरीके से भर्तियां की गई है। सरकार में आने के बाद हमने पुलिस ट्रेनिंग सेंटर को बढ़ाने का काम किया है। प्रदेश में 114 नए थाने खोले गए हैं और इसके साथ ही 40 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने बनाए गए हैं।

अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा

इससे पहले शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन नेता विरोधी दल और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले बजट का अभी 65 फीसदी पैसा खर्च नहीं हुआ है तो ऐसे में अनुपूरक बजट की जरूरत क्या है। अभी कुछ समय बाद नया बजट भी आने वाला है। उन्होंने सरकार को विजनलेस बताते हुए कहा कि भाजपा का तो यह नारा होना चाहिए कि जो कहा,वह नहीं किया।

Photo- Social Media

नेता विरोधी दल ने कहा कि भाजपा सरकार की सच्चाई यह है कि यह सरकार कहती कुछ है और करती कुछ और है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी का सपना सिर्फ दिखावा था। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री मुख्यमंत्री को गुमराह करते हैं। नेता विरोधी दल ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल दलालों के अड्डे बन गए हैं। दलाल सरकारी अस्पतालों से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में ले जाते हैं।

मेट्रो को बताया समाजवादियों की देन

सपा नेता ने कहा कि प्रदेश में जिन भी शहरों में मेट्रो चल रही है,वह समाजवादियों की देन है। सपा के लोगों ने लखनऊ में जहां तक मेट्रो बनाई, आज भी मेट्रो वहीं तक जा रही है। उसके बाद काम तनिक भी आगे नहीं बढ़ पाया। मौजूदा सरकार इस दिशा में कोई काम नहीं कर पाई।

गोरखपुर में मेट्रो का काम नहीं हो पा रहा है तो नाला ही बना दो। सपा नेता ने सड़कों की ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा सांड दिखाई देते हैं।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story