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जानिए क्यों बार काउंसिल ने दी विधानसभा घेराव की धमकी?

उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने बुधवार को प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर अधिवक्ताओं की बात नहीं मानी गई तो 26 जुलाई से अधिवक्ता सड़क पर आएंगे और विधानसभा का घेराव करेंगे।

Aditya Mishra
Published on: 24 July 2019 3:05 PM GMT
जानिए क्यों बार काउंसिल ने दी विधानसभा घेराव की धमकी?
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लखनऊ: अधिवक्ताओं पर हो रहे हमले, हत्या और सरकार से कोई सहायता न मिलने से क्षुब्ध उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने बुधवार को प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर अधिवक्ताओं की बात नहीं मानी गई तो 26 जुलाई से अधिवक्ता सड़क पर आएंगे और विधानसभा का घेराव करेंगे।

बार काउंसिल अध्यक्ष के अनुसार पूर्व बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश सिंह की हत्या के बाद भी आज तक उनके परिवार को सुरक्षा नहीं दी गयी। सरकार की तरफ से उनके परिवार को कोई सहायता नहीं दी गयी।

ये है नाराजगी की वजह

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हाल में ही कई अधिवक्ताओं की हत्या हो गई, जिसमें पुलिस की कार्यवाही समझ में नहीं आयी। पुलिस हीलाहवाली कर रही है। प्रतापगढ़ के डीएम ने अधिवक्ताओं से मिलने का समय तक नहीं दिया।

काउंसिल अध्यक्ष ने कहा कि बार काउंसिल उत्तर प्रदेश ने तीन बार मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। पूरे प्रदेश के अधिवक्ता शुक्रवार को विरोध दिवस मनाएंगे, फिर भी अगर सरकार नहीं मानी तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा।

अब अधिवक्ताओं को भी अपनी ताकत दिखाना है। एक सुझाव को मानते हुए बार काउंसिल अध्यक्ष ने कहा कि आगे किसी घटना पर बार काउंसिल उत्तर प्रदेश अपने सदस्यों की एक कमेटी बना कर जांच कराएगी।

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उनका कहना था कि वर्तमान में प्रदेश में जंगलराज कायम है, दिनदहाड़े हत्याएं हो रही है लेकिन किसी भी घटना का पर्दाफाश कर पाने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रही है।

अधिवक्ता समाज का एक अंग है जिस पर आये दिन हमले हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार इनके बारे में नहीं सोच रही है। अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों को बैठने की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं है।

इसके बावजूद ग्राम्य न्यायालय और सांध्य न्यायालय की व्यवस्था प्रारंभ की जा रही है जो अपने आप में महज दिखावा और हास्यास्पद प्रतीत होता है।

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