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बैलगाड़ी से विधान भवन पहुंचे BJP विधायक, लेकिन किया कुछ ऐसा कि मालिक ने पकड़ा माथा
लखनऊ: यूपी विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार (15 मई) को एक तरफ जहां विधानसभा में विपक्ष का हंगामा देखने को मिला, वहीं दूसरी ओर कुछ विधायक मीडिया का ध्यान अपनी ओर खींचकर चर्चा में रहे। विधान भवन के प्रांगण में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक बैलगाड़ी से पहुंचे, तो बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक ई-रिक्शा से आए। लेकिन हद तो तब हो गई जब बैलगाड़ी से आने वाले विधायक ने बैलगाड़ी मालिक को पैसा नहीं दिया।
यूपी विधानसभा में आज (15 मई) को संयुक्त अधिवेशन में विपक्षी सदस्यों के राज्यपाल के अभिभाषण का भले ही जमकर विरोध किया हो लेकिन बैलगाड़ी से आने वाले माननीय सुर्ख़ियों में रहे। इस बार भी विधानसभा में कुछ ऐसे माननीय हैं, जो अपने अलग अंदाज के कारण चर्चा का विषय बन गए।
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..जब फंसा वाहन पास का मसला
ऐसे ही झांसी के गरौठा से बीजेपी विधायक हैं जवाहर लाल राजपूत। जवाहर लाल आज विधान भवन बैलगाड़ी से पहुंचे। खुद को किसान बताने वाले झांसी के ये माननीय जब बैलगाड़ी से विधान भवन पहुंचे तो लोग हैरत में पड़ गए। हालांकि, पहले में गेट पर वाहन पास का मसला फंसा। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जाने दिया। अंदर विधायक की बैलगाड़ी देखने वालों का तांता लग गया। उनकी हरकत पर सुरक्षाकर्मियों से लेकर दूसरे विधायक मुस्कुराते नजर आए।
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राइनी पहुंचे ई-रिक्शा से
ऐसे ही एक अन्य माननीय थे श्रावस्ती के भिनगा से बहुजन समाज पार्टी के विधायक मोहम्मद असलम राइनी। राइनी भी अलग अंदाज में विधान भवन पहुंचे। उन्होंने विधानसभा के मुख्य द्वार तक का सफर ई-रिक्शा से तय किया।
मालिक करता रहा विधायक जी का इंतजार
बैलगाड़ी वाले विधायक के मामले में उस वक़्त नया मोड़ आया जब बैलगाड़ी का मालिक धूप में खड़े भूख से परेशान नजर आया। बीजेपी विधायक तो बैलगाड़ी से उतरकर शान से विधानसभा चले गए लेकिन बैलगाड़ी मालिक राम लखन यादव विधायक जी का इंतजार करता रहा। वह परेशान था कि बिना पैसा दिए विधायक सदन में चले गए, अब वह खाना कैसे खाएगा।
एक हफ्ते में पहुंचा था झांसी से लखनऊ
राम लखन ने बताया कि वह पिछले एक हफ्ते से धीरे-धीरे बैलगाड़ी से झांसी से लखनऊ पहुंचा था। विधायक के समर्थकों ने उसे मेहनताना देने का वादा किया था, लेकिन अब वह अकेला है। उसे समझ नहीं आ रहा है क्या करे। इस शहर में वह किसी और को जानता भी नहीं है।
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