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इधर UP बोर्ड परीक्षा देंगे छात्र, उधर योगी-मोदी पर फर्स्ट डिवीज़न पास होने का दबाव
यूपी में एक तरफ बोर्ड परीक्षाओं में नक़ल पर सख्ती के बीच परीक्षा जारी है, तो दूसरी तरफ सत्ताधारी भाजपा की प्रतिष्ठा से जुड़ी गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों का उपचुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। गोरखपुर लोकसभा सीट सीएम योगी आदित्यनाथ और फूलपुर लोकसभा सीट डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विधान परिष
लखनऊ : यूपी में एक तरफ बोर्ड परीक्षाओं में नक़ल पर सख्ती के बीच परीक्षा जारी है, तो दूसरी तरफ सत्ताधारी भाजपा की प्रतिष्ठा से जुड़ी गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों का उपचुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेन्द्र मोदी के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। गोरखपुर लोकसभा सीट सीएम योगी आदित्यनाथ और फूलपुर लोकसभा सीट डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विधान परिषद का सदस्य चुने जाने के बाद खाली हुई थी।
इन दोनों ही सीटों पर भाजपा ने तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। विपक्षी अब दोनों सीटों पर गटबंधन का प्रत्याशी उतारने की कोशिश में हैं, वही सत्ताधारी दल के लिए दोनों सीटों पर जीत हासिल करना नाक का सवाल बन गया है।
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उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा इन सीटों को वापस हासिल करना चाहेगी। यह उपचुनाव खास तौर से सत्ताधारी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है, क्योंकि मार्च 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। डिप्टी सीएम केशव मौर्या कहते हैं कि फूलपुर में उन के परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। लेकिन दोनों ही लोक सभा सीटों के उपचुनाव में पार्टी को जीत मिलगी।
विधान परिषद् में नेता विरोधी दल व समाजवादी पार्टी के नेता अहमद हसन कहते हैं, कि चुनाव में जनता सरकार के ज़ुल्म ज़्यादती के खिलाफ मतदान करेंगी। मतदाता गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को उसकी वादा खिलाफी का सबक सिखाएंगे। योगी सरकार में मंत्री सुरेश राणा कहते हैं 10 माह में सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं के ज़रिये सीधे बिना भेद भाव के जनता तक लाभ पहुंचाया है ऐसे में इन चुनावों में भाजपा को निश्चित ही जीत मिलेगी। उधर बसपा का रुख क़रीब क़रीब साफ़ हो चुका है।इन चुनावों से बसपा दूर रहेगी।