TRENDING TAGS :
UP By Election: योगी के मास्टर स्ट्रोक से बिगड़ सकता है अखिलेश का प्लान, अपने ही घर में घिर गए सपा अध्यक्ष
UP By Election: करहल को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर 1993 से सपा का बोलबाला है। यहां पर केवल 2002 में बीजेपी ने बाजी मारी थी जब बीजेपी के सोबरन सिंह यादव ने जीत का परचम लहराया था। हालांकि, बाद में वे सपा में शामिल हो गए थे।
UP By Election: यूपी की नौ सीटों पर विधानसभा का उप चुनाव हो रहा है। सभी पार्टियों एक-दूसरे को मात देने में लगी हैं। इन सीटों पर मुकाबला भाजपा, सपा और बसपा के बीच ही होना है। वहीं यूपी की करहल सीट सबसे हाईप्रफाइल सीट बन चूकी है। यहां से अखिलेश यादव ने लालू प्रसाद यादव के दामाद और अपने भतीजे तेज प्रताप को मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने यहां से सैफई परिवार के रिश्तेदार को टिकट देकर यहां के मुकाबले को काफी रोचक बना दिया है। इस तरह से देखा जाए तो सीएम योगी ने मास्टर स्ट्रोक लगा कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके गढ़ में ही मात देने की बड़ी योजना तैयार कर ली है।
मुकाबला फूफा-भतीजे के बीच
करहल में अब मुकाबला फूफा-भतीजे के बीच हो रहा है। बीजेपी ने यहां से अनुजेश प्रताप सिंह यादव को टिकट दिया है। करहल सीट पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद उपचुनाव हो रहे हैं। करहल को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर 1993 से सपा का बोलबाला है। यहां पर केवल 2002 में बीजेपी ने बाजी मारी थी जब बीजेपी के सोबरन सिंह यादव ने जीत का परचम लहराया था। हालांकि, बाद में वे सपा में शामिल हो गए थे।
मुलायम सिंह यादव ने दी थीं यहां सेवाएं
एक समय करहल में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने यहां के जैन इंटर कॉलेज में शिक्षक के रूप में सेवाएं दी हैं। यादव परिवार के पैतृक गांव सैफई से करहल की दूरी मात्र चार किलोमीटर है। करहल सीट अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का भी हिस्सा है।
कौन हैं अनुजेश यादव जिन्हें योगी ने सपा के गढ़ में उतारा है
बीजेपी उम्मीदवार अनुजेश यादव, आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या यादव के पति हैं। यानी अनुजेश यादव, अखिलेश यादव और धर्मेंद्र यादव के बहनोई हैं और मुलायम सिंह यादव के भाई अभयराम यादव के दामाद हैं। अनुजेश, फिरोजाबाद जिले के भरौल गांव के रहने वाले हैं। जबकि तेजप्रताप यादव भी सैफई परिवार के ही सदस्य हैं। तेजप्रताप, मुलायम सिंह यादव के भाई रतन सिंह के नाती और दिवंगत रणवीर सिंह यादव के बेटे हैं। तेज प्रताप सैफई ब्लाक के ब्लाक प्रमुख और मैनपुरी से लोकसभा सांसद भी रह चूके हैं। तेज प्रताप आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के दामाद हैं। यानी यहां साफ है कि करहल के उपचुनाव में फूफा अनुजेश और भतीजे तेजप्रताप में ही मुकाबला होना है। इसी के चलते यह माना जा रहा है कि अब करहल सीट पर सैफई परिवार और उनके रिश्तेदार के बीच होने वाला मुकाबला काफी दिलचस्प रहने वाला है।
यादव बहुल इलाका माना जाता है
करहल का इलाका यादव बहुल इलाका माना जाता है। यही कारण है कि इस इलाके को सपा का गढ़ माना जाता है। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ करहल से मैदान में उतारा था, लेकिन अखिलेश के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में अब बीजेपी ने सपा के गढ़ में अखिलेश यादव को घेरने के लिए बढ़ा दांव खेला है और यादव परिवार के ही रिश्तेदार को टिकट देकर यहां के मुकाबले को काफी रोचक बना दिया है।
पत्नी जिला पंचायल अध्यक्ष तो मां रह चूकी हैं विधायक
अनुजेश यादव सैफई परिवार के रिश्तेदार हैं। अनुजेश की पत्नी संध्या यादव आजमगढ़ से लोकसभा सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन हैं। संध्या यादव की एक अलग पहचान यह भी है। वह यादव परिवार की पहली बेटी हैं, जिन्होंने राजनीति में कदम रखा था। संध्या 2015 से 2020 तक मैनपुरी से जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और इसी दौरान उनके पति अनुजेश फिरोजाबाद में जिला पंचायत सदस्य रहे। यही नहीं अनुजेश मां उर्मिला देवी मैनपुरी के घिरोर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की विधायक रह चूकी हैं। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही संध्या यादव ने अपने पति अनुजेश यादव के साथ बीजेपी में शामिल हो गईं। इस तरह से बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले की सैफई परिवार को उनके ही रिश्तेदार को अपनी पार्टी में शामिल कर बड़ा झटका दे दिया था। अब बीजेपी अनुजेश यादव को करहल से टिकट देकर सपा के गढ़ में ही अखिलेश यादव को मात देने में जुटी है। अब देखना यह होगा कि क्या अनुजेश चुनाव जीत कर सपा के इस गढ़ का किला ध्वस्त कर पाएंगे। यह तो चुनाव बाद ही पता चलेगा। लेकिन यहां इतना तो तय है कि मुकाबला अब काफी रोचक होने वाला है।