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UP IAS Resigned: एक हफ्ते में तीन IAS अधिकारियों ने दिया इस्तीफा, ब्यूरोक्रेसी में हलचल हुई तेज
UP IAS Resigned: एक सप्ताह में तीन आईएएस का इस्तीफा काफी महत्वपूर्ण है । क्योंकि यह तीनों आईएएस यूपी से बाहर हैं ।
UP IAS Resigned: उत्तर प्रदेश की नौकरशाही से बड़ी खबर है वरिष्ठ आईएएस रेणुका कुमार (Senior IAS Renuka Kumar) ने त्यागपत्र दे दिया है । इसके साथ ही वरिष्ठ आईएएस जूथिका पाटणकर (Senior IAS Juthika Patankar) ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है । इससे पहले विकास गोठलवाल (IAS Vikas Gothalwal) ने भी अपना इस्तीफा सरकार को सौंपा था।
वरिष्ठ आईएएस रेणुका कुमार के बारे में कहा जा रहा है कि वहां योगी सरकार की खास अफसरों की लिस्ट में शामिल थीं । पहले कार्यकाल में उन्होंने कई जांच की थी और उनके पास अहम विभाग था । अभी एक महीना पहले वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गई थीं लेकिन एकाएक उन्हें वापस लखनऊ भेज दिया गया और अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है । एक सप्ताह में तीन आईएएस का इस्तीफा काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह तीनों आईएएस यूपी से बाहर हैं। दो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे तो विकास गोठलवाल स्टडी लीव पर चल रहे थे। वह पहले भी स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर चलते रहे हैं। उनके बारे में चर्चा है कि वह देश या फिर देश से बाहर किसी और सर्विस को ज्वाइन कर सकते हैं।
लेकिन रेणुका कुमार के बारे में कहा जा रहा है कि वह 1987 बैच की सीनियर आईएएस अफसर थीं । कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालने उन्हें एक महीने पहले ही केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था लेकिन 28 जुलाई को केंद्र से उनका अचानक यूपी आना यह लोगों को हजम नहीं हुआ । अब लगभग यह स्पष्ट हो गया है कि रेणुका कुमार अपने मंत्रालय में शायद अच्छा काम ना कर पाने की वजह से इस्तीफा दे दिया है । जिसके लिए उन्हें दिल्ली से लखनऊ भेज दिया गया था।
हालांकि उनके इस्तीफे के पीछे एक और वजह बताई जा रही है । वह भारत सरकार में सचिव पद पर तैनात थीं । उनके पति सुनील कुमार भी दिल्ली में तैनात हैं । उनकी प्राथमिकता पति के साथ रहने की थी । इसके साथ ही भारत सरकार में वह सचिव पद पर तैनात थी । केंद्र में सचिव पद मुख्य सचिव रैंक के अफसर का होता है । ऐसे में यूपी में वापसी पर उन्हें किसी विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया जाता जो केंद्र में उनकी जिम्मेदारी से छोटा ओहदा था. लिहाजा उन्होंने इस्तीफा देना अच्छा समझा ।
इसके अलावा 1988 बैच की आईएएस अफसर जूथिका पाटणकर महाराष्ट्र की रहने वाली हैं. यूपी में लंबे समय तक उन्होंने कार्य किया है और केंद्र में सूचना आयोग के सचिव के तौर पर एक महत्व विहीन विभाग में उन्हें डाल दिया गया था । जिसके बाद उन्होंने भी बीआरएस के लिए आवेदन कर दिया । इन दोनों महिला अफसरों ने फिलहाल पारिवारिक कारण का हवाला देते हुए वीआरएस के लिए अप्लाई किया था । वही 2003 बैच के आईएएस अफसर विकास गोथलवाल ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए बीआरएस के लिए अप्लाई किया है । विकास गोथलवाल फिलहाल स्टडी लीव पर है. लेकिन उनके बारे में अब चर्चा है कि वह कोई दूसरी सर्विस ज्वाइन कर सकते हैं ।
पहले भी यह असर ले चुके हैं वीआरएस
दो वरिष्ठ महिला अफसर और 2003 बैच के यंग अफसर विकास गोठलवाल के इस्तीफे की चर्चा तेज है । हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी 2018 में नियामक आयोग का चेयरमैन बनाए जाने के बाद आईएएस आरपी सिंह ने वीआरएस ले लिया था । सितंबर 2019 में 1993 बैच के आईएएस अफसर राजीव अग्रवाल ने भी वीआरएस लिया और कॉरपोरेट जगत में नौकरी जॉइन कर लिया था।