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एटा में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल, बीजेपी सांसद बोले- सीएम योगी से करूंगा बात

राजवीर सिंह ने कहा कि एटा के वेंटीलेटर अलीगढ़ भेजे जाने व ऑक्सीजन की कमी के संबंध में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे।

Sunil Mishra
Reporter Sunil MishraPublished By Shreya
Published on: 7 May 2021 12:57 PM GMT
एटा में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल, बीजेपी सांसद बोले- सीएम योगी से करूंगा बात
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लोकसभा सांसद राजवीर सिंह (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

एटा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एटा जिले (Etah) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या ने जनपदवासियों में भय व्याप्त कर दिया है। लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं। वहीं पिछले साल कोविड-19 मरीजों के स्वास्थ्य व जनहानि न होने के उद्देश्य से सरकार ने एटा की जनता के लिए 20 वेंटीलेटर भेजे थे, जिनमें से बीते साल 4 निवर्तमान जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने जिला चिकित्सालय में लगवा दिये थे।

उसके बाद जनपद के बागवाला स्थित कोविड-19 होस्पीटल एल 2 में कोरोना मरीजों के लिए 4 वैंटीलेटर लगा दिये गये, किन्तु उनके संचालन के ओपरटर की व्यवस्था नहीं की गई। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एटा व बागवाला में लगे वेंटीलेटर आज तक प्रयोग में ही नहीं लाये गये हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बागवाला में अभी तीन आपरेटर मौजूद हैं।

भाजपा राज्यसभा सदस्य ने CM को लिखा पत्र, लेकिन...

एटा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों व मरीजों के बाद एटा के भाजपा राज्यसभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव (Harnath Singh Yadav) ने भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। किन्तु उससे जनपदवासियों को लाभ के स्थान पर एटा की जनता के लिए आए वेंटीलेटर जिले में लगाने के स्थान पर अलीगढ़ भेजे जा रहे हैं। इसके लिये जिम्मेदार कौन जनप्रतिनिधि या अधिकारी?

एटा लोकसभा के सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भईया (Rajveer Singh) ने भी एटा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते बीते दिन एटा आने पर ऑक्सीजन व वेंटीलेटर के लिये सांसद निधि से बीस लाख रुपये दिये हैं। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता होगी तो में एटा कासगंज के लिये और वेंटीलेटर खरीदूंगा। एटा के वेंटीलेटर अलीगढ़ भेजे जाने व ऑक्सीजन की कमी के संबंध में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे।

साथ ही उन्होंने बताया कि अभी मेरी जिलाधिकारी विभा चहल से फोन पर बात हुई है। उन्होंने बताया है कि एटा जनपद में वेंटीलेटर के चलाने के लिए चिकित्सक नहीं है। इसलिए शासन की मंशा के अनुरूप अलीगढ़ भेजे गये हैं। सांसद ने बताया कि डॉक्टर की कमी के चलते अलीगढ़ में वेंटीलेटरों को अभी भेज दिया गया है। क्योंकि वैसे भी यहां के लोग एटा चिकित्सालय में इलाज के लिए विश्वास नहीं रखते हैं। जब तक मेडिकल कालेज नहीं बन जाता है, तब तक एटा के लोग अलीगढ़ में अपना उपचार कराये।

उपचार के दौरान एटा के मरीजों को वेंटीलेटरों के लिए अलीगढ़ में प्राईटी मिलेगी। यहां वेंटीलेटरो का प्रयोग नहीं हो रहा था, वह यूजलैस थे। यहां चिकित्सक भी कमी के चलते नहीं हैं। चिकित्सकों के आने पर हम और वेंटिलेटर मंगवा लेंगे। वहीं, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने बताया कि आज ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए जिलाधिकारी ने एक बैठक की है।

एटा की जनता के उपचार के लिए आये 20 वेंटीलेटरों में से अलीगढ़ 16 वेंटीलेटर वापस चले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में एक पूल बन गया है। जहां पर मंडल के सभी जनपदों में भेजे गये और किसी कारण वश प्रयोग न हो रहे सभी वेंटीलेटरो को अलीगढ़ मंगवा लिया गया है। एटा से भी सोमवार को 16 अनयूज्ड वेंटीलेटरों को अलीगढ़ भेज दिया गया है। एटा में इन वेंटीलेटरों का एनैथीसीसिया के डॉक्टर व कोई फिजीशियन न होने के कारण प्रयोग नहीं हो रहा था। उन्होंने जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन के न होने के सवाल पर बताया कि अभी ऑक्सीजन आई नहीं है जब सीएमओ के यहां आ जायेगी तब ही मिलेगी। अभी वहां आई नहीं है।

समाजसेवी ने सांसद व विधायक को दी चेतावनी

एटा के समाजसेवी मेधावृत शास्त्री ने शासन प्रशासन से एटा की जनता के लिए आये 16 वेंटिलेटर अलीगढ़ भेजने तथा एटा की जनता की किस्मत में मौत लिख देने की बात कही है। साथ ही एटा की जनता का हक वापस न करने पर अहिंसात्मक व संविधान के दायरे में रहकर विरोध करने व फिर भी बात न माने जाने पर ईट से ईट बजा देने की धमकी देते हुए एटा के सांसद व विधायक को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा जब मरना ही है तो कोरोना से क्यों? उन्होंने कल धरना स्थल पर धरने पर बैठकर अनिश्चितकालीन धरना करने की घोषणा की है।

आपको बताते चलें कि एटा जनपद में बीते कई दिनों से ऑक्सीजन की काफी कमी है और अस्पताल व होम आइसोलेट लोगों के परिवार के लोग ऑक्सीजन के लिए मारे मारे घूम रहे हैं। लोग कोरोन से ग्रसित होकर जीवन व मौत से संघर्ष कर रहे हैं।

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