TRENDING TAGS :
UP Election 2022: बसपा के सुधीर सिंह पर 26 मामले दर्ज, सपा के 60 प्रतिशत उम्मीदवार अपराधी प्रवृति के
UP Election 2022: इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण के मतदान में भी पहले के चरणों के तरह ही अपराधी उम्मीदवारों तथा करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या अधिक है।
UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) छठवें चरण में होने वाले मतदान (Sixth phase of polling) में भी आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या कम नहीं है। इस चरण में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के 48 में से 40 (83 %), बीजेपी (BJP) के 52 में से 23 (44%), कांग्रेस (Congress) के 56 में से 22 (39% ) बसपा (BSP) के 57 में से 22 (39%), और 51 में से 7 (14% ) आप पार्टी (AAP) के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठें चरण में 57 में से 37 (65 %) संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र है, जहाँ 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
वही गंभीर आपराधिक मामले दलवार समाजवादी पार्टी के 48 में से 29 (60%), बीजेपी के 52 में से 20 (39%), काग्रेस के 56 में से 20 (36% ), बसपा के 57 में से 18 (32%) और 51 में से 5 (10% ) आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (Election Watch Association for Democratic Reform) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में चुनाव लड़ने वाले 676 में से 670 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो 57 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं 6 उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका।
आपराधिक आरोपों वाले उम्मीदवार
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 670 में से 182 (27%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। वहीं गंभीर आपराधिक मामले 151 (23%) हैं। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच के प्रमुख संयोजक संजय सिंह ने आज छठें चरण की रिपोर्ट जारी करते हुए कहीं। उन्होंने बताया कि छठें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) से सुधीर सिंह (Sudhir Singh) हैं जो गोरखपुर के सहजनवां विधानसभा सीट (Sahjanwan assembly seat) से उम्मीदवार हैं, जिनके ऊपर 26 मामले (गंभीर धराये 27) दर्ज हैं।
दूसरे स्थान पर कुशीनगर जनपद के खड्डा विधानसभा सीट (Khadda assembly seat) से सुलाह्देव भारतीय समाज पार्टी (Sulladev Bhartiya Samaj Party) के अशोक चौहान (Ashok Chauhan) हैं जिनके ऊपर 19 मामले (गंभीर धराये 23) और तीसरे स्थान पर आज़ाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र (Gorakhpur Assembly constituency) से चन्द्रशेखर आज़द (Chandrashekhar Azad) हैं, जिनके ऊपर 16 मामले दर्ज (गंभीर धराये 22) है।
उन्होंने बताया कि हम करोड़पति उम्मीदवारों कि बात करें तो 670 में से 253 (38%) छठें चरण में करोड़पति उम्मीदवार हैं। हमारे चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट देते है।
करोड़पति उम्मीदवार
करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करें तो समाजवादी पार्टी के 48 में से 45 (94% ), बीजेपी के 52 में से 42 (81%), बसपा के 57 में से 44 (77%), कांग्रेस के 56 में से 26 (46 %), और 51 में से 14 (28%) आप पार्टी के उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिनकी घोषित संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा है। ए.डी.आर. यूपी इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि
सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष 3 उम्मीदवारों में से पहले स्थान में समाजवादी पार्टी के जनपद गोरखपुर से चिल्लूपार विधानसभा सीट (Chillupar assembly seat) से उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) हैं। जिन्होंने अपनी संपत्ति 67 करोड़ बतायी है।
दूसरे स्थान पर जनपद अम्बेडकर नगर के जलालपुर विधानसभा सीट (Jalalpur Assembly seat) से समजवादी पार्टी के राकेश पांडेय (Rakesh Pandey) हैं, जिनकी संपत्ति 63 करोड़ है। वहीं तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के जनपद बलिया के रसरा विधानसभा सीट (Rasra assembly seat) से उमाशंकर सिंह (Uma Shankar Singh) हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति 54 करोड़ बतायी है।
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के छठें चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति रू 2.10 करोड़ है। वहीं 256 (38 %) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है जबकी 44 (7%) उम्मीदवारों ने अपना पैन विवरण घोषित नहीं किया हैं।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठें चरण में 234 (35 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 382 (57 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 6 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है। वहीं 44 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 3 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। एक उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है।
226 (34%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 346 (52%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं 98 (15%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं।
इसके अलावा 8 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धि मामले घोषित किये हैं। इन 8 में से 2 उम्मीदवार ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बन्धित मामला घोषित किया है। वहीं 23 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं।