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UP Election 2022: यूपी के सियासत में चले संगीत के तीर, सुरों की टक्कर में कौन मारेगा बाजी

कोरोना के कारण चुनाव आयोग द्वारा लगाए प्रतिबंधों की वजह से चुनाव प्रचार डिजिटल हो चुका है। सियासी दलों के डिजिटल वॉर अपने काम को अंजाम देने में जुट गए हैं।

Krishna Chaudhary
Written By Krishna ChaudharyPublished By Divyanshu Rao
Published on: 22 Jan 2022 4:56 PM GMT
UP Election 2022
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UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव यूपी की सियासी फिजा इन दिनों चुनावी नारों औऱ गानों से पटी पड़ी रही है। रैलियों पर रोक के कारण सियासी पार्टियां गानों के सहारे एक दूसरे पर निशाना साध रही है। पार्टियां अपने दले के विचारधारा के अनुसार आकर्षक गाने बना जनता को आकर्षित करने में जुटी हुई है।

कोरोना के कारण चुनाव आयोग द्वारा लगाए प्रतिबंधों की वजह से चुनाव प्रचार डिजिटल हो चुका है। सियासी दलों के डिजिटल वॉर अपने काम को अंजाम देने में जुट गए हैं। सुर संगीत की इस राजनीति में बीजेपी और सपा अन्य दलों से आगे निकल चुकी है। दोनों पार्टियां एक दूसरे पर अपने चुनावी गानों के जरिए जमकर निशाना साध रही है। इन गानों में पूर्वांचल की बोली पर हावी है, जो ये दिखाता है कि यूपी की असल लड़ाई प्रदेश के किस हिस्से में लड़ी जा रही है।

बीजेपी

बात करें बीजेपी की तो इन दिनों पार्टी के पास भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के तमाम बड़े सितारे मौजूद हैं। इनमे मनोज तिवारी, रवि किशन से लेकर दिनेश लाल यादव निरहुआ तक शामिल है। इसलिए स्वाभाविक है कि इन पूर्वांचली कलाकरों की मौजूदगी के कारण बीजेपी इस मामले में सपा पर भारी पड़ रही है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी द्वारा गाया हुआ गाना 'मंदिर अब बनने लगा है भगवा रंग चढ़ने लगा है' काफी वायरल हो रहा है। गाने को अयोध्या में हो रहे भव्य राममंदिर के निर्माण को केंद्र में रखकर लिखा गया है।

वहीं एक अन्य भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी सांसद रवि किशन का गाना 'यूपी में सब बा' को भी अभी तक लाखों लोग देख चुके हैं। गाने में पीएम मोदी और सीएम योगी के कामों का बेहतरीन ढंग से चित्रण किया गया है। हालांकि उनके इस गाने पर बिहार की जाने मानी भोजपुरी व्यंगकार नेहा सिंह राठौर ने भी अपने अंदाज में जवाब दिया है।

हाथरस की घटना और कोरोना के दौरान हुई मौतों का मुद्दा उठाकर उन्होंने 'यूपी में का बा' गाकर योगी मोदी पर सवाल उठाया है। उनका ये गाना भी खूब पॉपुलर हो रहा है। खासकर विपक्षी दल इसे खूब शेयर कर रहे हैं। वहीं एक अन्य कलाकार कन्हैयालाल मित्तल ने भी राम मंदिर निर्माण पर बेहतरीन गीत पेश किया है जो खुब वायरल हो रहा है। गाने के बोल कुछ इस तरह है - जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे, गाने में अयोध्या, काशी के बाद मथुरा की बारी आने का संदेश दिया गया है।

समाजवादी पार्टी

वहीं सुर संगीत के इस सियासत में सपा भी पीछे नहीं है। सपा की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सामने रखकर कई गाने गाए हैं। जिनमे प्रसिध्द बॉलीवुड सिंगर अल्तमश फरीदी द्वारा गाया हुआ गाना 'जनता पुकारती है अखिलेश आईए' काफी वायरल हो रहा है। इसके अलावा बंगाल के खेला होबे के तर्ज पर खदेड़ा होबे को भी सपाईयों ने गाने का रूप देकर बीजेपी के खिलाफ तैयार किया है।

बता दें कि बंगाल चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीजेपी को हराने के लिए खेला होबे का नारा दिया था, जो काफी पॉपुलर हुआ था। इसके अलावा सपा का एक औऱ गाना वायरल हो रहा है जिसे सपा कार्य़कता चाहत मलहोत्रा ने गाया है। गाने का बोल कुछ इस तरह है - मारा तो एक ही नारा है, अखिलेश जी दोबारा है, फिर यूपी ने पुकारा है।

कुल मिलाकर बीजेपी के गाने में जहां धर्म औऱ राष्ट्रवाद के मिश्रण के साथ – साथ विकास कार्य़ों का बखान है। तो वहीं सपा के गानों में भाजपा सरकार में जनता की बदहाली और समाज के सभी वर्गों को त्रस्त बताया गय़ा है। ऐसे में जनता किस गाने पर अपना ऐतबार जताती है ये तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे।

Divyanshu Rao

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