TRENDING TAGS :
UP Election 2022: गोरखपुर से सीएम योगी और करहल से अखिलेश यादव को चुनौती देंगे 'मास्टर विजय'
UP Election 2022: मास्टर विजय की शामली जिले के चौसाना में गांव की 4 बीघा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की लड़ाई लम्बे समय से लड़ रहे हैं।
UP Election 2022: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) और पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के खिलाफ एक मास्टर ताल ठोकने चुनावी मैदान में उतरने जा रहा हैं। शामली (Shamli) के रहने वाले मास्टर विजय सिंह (Master Vijay Singh) ने कहा है कि वह गोरखपुर शहर (Gorakhpur city) से योगी के खिलाफ निर्दल चुनाव लड़ेंगे और करहल से अखिलेश यादव के खिलाफ भी जनसंपर्क कर पर्चा बाटेंगे। मास्टर विजय देश में सबसे लंबा धरना प्रदर्शन करने वाले शख्स में शामिल हैं। वह गांव की चार बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए 26 सालों तक धरना दिया था। पूर्व की और मौजूदा सरकार में भूमाफिया से कृषि भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त नहीं करा पाने से वह जमीन नाराज हैं। जिसके विरोध में अब गोरखपुर से निर्दल चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो करहल में अखिलेश के खिलाफ भी जनता के बीच जाएंगे।
मास्टर विजय (Master Vijay Singh) की शामली जिले के चौसाना में गांव की 4 बीघा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की लड़ाई लम्बे समय से लड़ रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें इस पर कामयाबी नहीं मिली हैं। उनका कहना है योगी सरकार में भू-माफियाओं (land mafia) पर कार्रवाई की बात होती थी लेकिन उनकी जो मांग थी जिसके लिए वह लड़ाई लड़ रहे हैं उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। 8 अप्रैल 2019 को उन्होंने शामली में बीजेपी की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन किया था। रैली में मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ ने उस वक्त डीएम को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था, डीएम ने जांच की लेकिन क्या हुआ कुछ मालूम नहीं चला। 2017 के पहले जब सूबे में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो 2012 में मास्टर विजय शामली से लखनऊ तक पैदल यात्रा कर सीएम अखिलेश यादव से मिले थे। उस वक्त मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक जांच कमेटी गठित की थी लेकिन उसमें भी उन्हें न्याय नहीं मिला था। जिससे नाराज मास्टर विजय अब मौजूदा सीएम और पूर्व सीएम के खिलाफ हुंकार भरने की बात कर रहे हैं।
मास्टर विजय कौन हैं? (Who is Master Vijay)
आपको बता दें शामली के चौसाना के रहने वाले मास्टर विजय फरवरी 1996 से गांव की 4 बीघा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने के लिए मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) डीएम कार्यालय से अपनी लड़ाई शुरू की है। इसके खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़ी लेकिन आज तक वह अपने मिशन में कामयाब नहीं हुए हैं। इन 26 सालों में कई सरकारें आईं और गईं लेकिन मास्टर विजय को न्याय नहीं मिला तो वह अब जनता जनार्दन के बीच में जाने का मन बना लिए हैं।