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UP Election 2022: इस विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम केशव मौर्य लड़ेंगे चुनाव
विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही प्रदेश के बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने के क्षेत्रों पर चर्चा और तेज हो गई है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव बस कुछ भी नहीं दूर रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां विधानसभा सीटों को लेकर सटीक उम्मीदवार को चुनने का प्रयास कर रही हैं ताकि उनका सियासी समीकरण गड़बड़ ना हो जाए। इन सबके बीच कौन से वीवीआईपी नेता किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे इस पर भी संशय बना हुआ है।
मौजूदा वक्त में उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े पिछड़ी जाति के नेता का चेहरा देखें तो भारतीय जनता पार्टी में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शीर्ष पर नजर आते हैं। डिप्टी सीएम कौन से विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर लगातार तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। डिप्टी सीएम के सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाएं सबसे ज्यादा नजर आते हैं। कौशांबी जनपद का यह विधानसभा सीट इसलिए भी उनके लड़ने का संभावित सीट बताया जा रहा है, क्योंकि कौशांबी केशव प्रसाद मौर्या का जनपद है।
इन अटकलों का इसका दूसरा कारण यह भी है कि हाल ही में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बेहद करीबी भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य अरुण अग्रवाल को सिराथू विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया है। बता दे अरुण उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के भी बेहद करीबी माने जाते हैं और इन दिनों उनके सिराथू विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनने के बाद इस क्षेत्र में केशव प्रसाद मौर्य काफी ज्यादा सक्रिय भी नजर आ रहे हैं।
कुछ इस प्रकार हैं मतदाता
सिराथू विधानसभा सीट के अगर मतदाताओं की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा मतदाता पिछड़ी जाति से हैं जहां कुल मतदाताओं में लगभग 45 फ़ीसदी मतदाता पिछड़ी जाति से ही आते हैं। इस विधानसभा सीट पर कुल 3 लाख 40 हज़ार के करीब मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 90 हजार के करीब है तो वही महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 45 हजार के करीब है।
सिराथू विधानसभा सीट का इतिहास
सिराथू विधानसभा सीट का अगर इतिहास देखें तो इस सीट पर ज्यादातर बहुजन समाज पार्टी का दबदबा रहा है। 2002 विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो उस वक्त सिराथू विधानसभा सीट पर बीएसपी के उम्मीदवार मतेश चंद सोनकर ने समाजवादी पार्टी के शैलेंद्र कुमार को हराकर जीत हासिल किया था। इस चुनाव में बीजेपी चौथे स्थान पर रह गई थी।
वहीं 2007 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो इस चुनाव में मनीष चंद सोनकर को समाजवादी पार्टी से टिकट मिला पर इस चुनाव में भी समाजवादी पार्टी को हार का स्वाद चखना पड़ा। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार वाचस्पति ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार महेश चंद सोनकर को करीब 20 हज़ार वोटों के अंतर से हराया था।
लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इस बार भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार केशव प्रसाद ने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार आनंद मोहन को करीब 10 हज़ार के वोटों के अंतर से हरा दिया। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी।
2017 विधानसभा चुनाव में फिर एक बार भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शीतला प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार वाचस्पति को 25,000 के वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की इस बार बीएसपी तीसरे नंबर पर रही।