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UP Election 2022: बीजेपी में ये हुकुम के इक्के, चुनाव से पहले हुए शामिल, करेंगे डैमेज कंट्रोल

UP Election 2022: इन दिनों उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में बीजेपी छोड़ने वाले नेताओं की बड़ी चर्चा है। हालांकि हमें यह भी देखना होगा कि चुनाव से ठीक पहले कौन सी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा है।

Bishwajeet Kumar
Published on: 13 Jan 2022 4:08 PM IST
UP Election 2022
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UP Election 2022

UP Election 2022: चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (2022 Uttar Pradesh Legislative Assembly Election) के तारीखों का ऐलान होते ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपना समीकरण साधने में लग गई। पार्टियों के साथ हर दल के नेता भी अपना अपना राजनीतिक भविष्य संवारने के लिए सियासी चाल चलने लगे और फलस्वरुप यह हुआ कि चुनाव से पहले मानो दल बदलने की एक आंधी सी आ गई हो। इस आंधी में सभी पार्टियों के तमाम नेता उड़कर किसी न किसी अन्य पार्टी में चले गए।

इन दिनों उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में पार्टी बदलने के नाम पर सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी के आंकड़ों को ही देखा जा रहा है। क्योंकि हाल के दो-तीन दिनों में भारतीय जनता पार्टी से मौजूदा 10 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसमें योगी कैबिनेट के तीन मंत्री रह चुके हैं। जिन्होंने कार्यकाल पूरा होने के बाद सरकार पर आरोप लगाया है कि इस सरकार में दलितों पिछड़ों तथा बेरोजगार नौजवानों के बारे में बिल्कुल नहीं सोचा जा रहा है। साथ ही इस सरकार पर आरक्षण विरोधी होने का भी आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे।

विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले इन नेताओं का भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ना बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। क्योंकि इन नेताओं में ज्यादातर नेता पिछड़ी जाति से आते हैं और अगर उत्तर प्रदेश में कुल वोटरों की बात करें तो सबसे ज्यादा वोटर भी पिछड़ी जाति से ही आते हैं। उसके बाद दलित तथा अंत में सवर्ण वोटर आते हैं। उत्तर प्रदेश में ओबीसी वोटरों की संख्या 40 फ़ीसदी से भी अधिक मानी जाती है। यही कारण है की इन नेताओं के जाने से बीजेपी को चुनाव में नुकसान होने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को होने वाली घाटे की संभावना को जानने के लिए हमें यह भी देखना होगा कि इस दौरान अन्य दलों से कितने नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। अगर आंकड़े को देखें तो अब तक बीजेपी से कुल 10 विधायकों ने इस्तीफा दिया है। लेकिन इसके इतर अगर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं का आंकड़ा देखें तो वह इस्तीफा देने वाले आंकड़े से अधिक है। अब तक यूपी बीजेपी में कुल 14 नेता शामिल हुए हैं। जिसमें समाजवादी पार्टी कांग्रेस पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता शामिल है।

आइए जानते हैं कि आखिर किन पार्टियों के कौन से नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं-

अदिति सिंह (Aditi Singh Politician)

भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले नामों में एक बहुचर्चित नाम अदिति सिंह का है। 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली के सदर विधानसभा सीट से अदिति सिंह को टिकट दिया। बता दे अदिति सिंह रायबरेली के बाहुबली विधायक रहे अखिलेश सिंह की बेटी हैं। अतिति सिंह की 2017 विधानसभा चुनाव में जीत हुई। लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव के बात से अदिति सिंह के तेवर कांग्रेस के खिलाफ कुछ बाकी नजर आने लगे। और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस पार्टी को बाय बाइक है भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया।

राकेश प्रताप सिंह (Rakesh Pratap Singh Politician)

कांग्रेस पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में जाने वाले नेताओं में एक और बड़ा नाम राकेश प्रताप सिंह का भी है। उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में राकेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर रायबरेली के हरचंद्रपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्हें जीत भी हासिल हुई। लेकिन अब उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले वह कांग्रेस के खिलाफ बागी सुर गाने लगे थे। और हाल ही में राकेश प्रताप सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।

जितिन प्रसाद (Jitin Prasada Politician)

उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं में जितिन प्रसाद का नाम बहुत बड़ा है जितिन प्रसाद को गांधी परिवार का बहुत करीबी माना जाता है। जितिन प्रसाद यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश में एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले जितिन प्रसाद ने हाल ही में कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कर लिया। भाजपा ने उन्हें योगी कैबिनेट में मंत्री पद भी दिलवाया।

हरिओम यादव (Hariom Yadav)

उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले दल बदलने वालों में हरिओम यादव भी शामिल है समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव मुलायम सिंह यादव को समधी लगते हैं। हरिओम यादव 2017 विधानसभा चुनाव में फिरोजाबाद से तीसरी बार विधायक चुने गए। लेकिन हाल ही में उन्होंने समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है हरिओम यादव ने सपा छोड़ते हुए यह कहा कि समाजवादी पार्टी को अब चापलूसी ने घेर लिया है।

वंदना सिंह (Vandana Singh MLA)

भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं में एक नाम वंदना सिंह का है वंदना सिंह 2017 विधानसभा चुनाव में समाज पार्टी से आजमगढ़ की सगड़ी विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई थी। लेकिन नवंबर 2021 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वंदना सिंह ने बसपा का सांचौर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

इन पार्टियों के इन नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव से पहले अब तक भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले कुल नेताओं की बात करें तो इसमें कांग्रेस पार्टी से जितिन प्रसाद, अदिति सिंह, नरेश सैनी और राकेश सिंह शामिल हैं। वहीं अगर बात समाजवादी पार्टी की करें तो इसमें विधायक सुभाष पासी, एमएलसी शतरुद्र प्रकाश, एमएलसी पप्पू सिंह, एमएलसी नरेंद्र भाटी, एमएलसी सीपी सिंह, एमएलसी रमा निरंजन और हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाले हरिओम यादव शामिल हैं। वही बात अगर बहुजन समाज पार्टी छोड़ भाजपा में जाने वालों की करे तो विधायक वंदना सिंह और विधायक अजीत बालियान शामिल है।



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Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

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