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UP Election 2022: बिहार के दोस्त यूपी में बन गए दुश्मन, जदयू और वीआईपी को भाजपा ने नहीं दिया भाव
UP Election 2022: अब बिहार सरकार में शामिल दल उत्तर प्रदेश में एक-दूसरे की सियासी ताकत आजमाने पर उतारू दिखाई दे रहे हैं। भाजपा और JDU के बीच गठबंधन नहीं हो सका है और इसी का नतीजा है कि जदयू ने बिहार से सटे पूर्वांचल के इलाके में 51 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि बिहार में एनडीए (NDA) में शामिल तीन दल यहां एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। बिहार की सियासत में इन दिनों शराबबंदी (Liquor Ban) को लेकर घमासान मचा हुआ है। सरकार में शामिल दल एक-दूसरे पर हमले का मौका नहीं चूक रहे हैं। अब बिहार सरकार (Bihar Sarkar) में शामिल दल उत्तर प्रदेश (Uttar Pardesh) में एक-दूसरे की सियासी ताकत आजमाने पर उतारू दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच गठबंधन नहीं हो सका है और इसी का नतीजा है कि जदयू ने बिहार से सटे पूर्वांचल के इलाके में 51 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है। जदयू के अलावा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुखिया मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) भी उत्तर प्रदेश की 160 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी (VIP Candidate In UP) उतारने की तैयारी में जुटे हुए हैं। इससे साफ हो गया है कि बिहार के दोस्त यूपी में दुश्मन बन चुके हैं। बिहार में सियासी ताकत रखने वाले इन दोनों प्रमुख दलों के उत्तर प्रदेश के चुनाव में उतरने से भाजपा को नुकसान पहुंचाना तय माना जा रहा है।
पूर्वांचल की सीटों पर जदयू दिखाएगा ताकत
दरअसल, जदयू की नजर पूर्वांचल की कुछ सीटों पर पहले से ही लगी हुई थी। पार्टी को इस बाबत भाजपा की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद थी मगर भाजपा पूर्वांचल की सीटों पर अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा पूर्वांचल में अपनी ताकत दिखाने में कामयाब हुई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) इस बार पूर्वांचल की गोरखपुर विधानसभा सीट (Gorakhpur Assembly Seat) से चुनाव मैदान में उतर रहे हैं जबकि पूर्वांचल के एक और गढ़ बनारस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) खुद सांसद हैं। ऐसे में भाजपा पूर्वांचल में अपनी ताकत दिखाना चाहती है।
दूसरी ओर जदयू की नजर भी पूर्वांचल (Purvanchal UP Seats) के सीटों पर लगी हुई है। पूर्वांचल की पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों के दम पर जदयू अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में जुट गया है। जौनपुर के एक बाहुबली के भी जदयू के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा जोरों पर सुनी जा रही है। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने उत्तर प्रदेश में जदयू के अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है। त्यागी ने आरोप लगाया है कि भाजपा की ओर से जदयू को सकारात्मक जवाब नहीं मिला और इसी कारण पार्टी ने अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है।
जल्द जारी होगी प्रत्याशियों की सूची
जदयू से जुड़े सूत्रों के अनुसार पार्टी पूर्वांचल के 11 जिलों की 51 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने की तैयारी में जुटी हुई है। प्रत्याशियों का चयन किया जा चुका है। हालांकि अभी तक प्रत्याशियों के नाम (JDU Candidate List 2022 UP) की घोषणा नहीं की गई है। अभी और भी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर विचार किया जा रहा है और पार्टी की केंद्रीय समिति की ओर से जल्द ही पार्टी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जा सकता है। पूर्वांचल की सीटों पर अंतिम सातवें चरण में मतदान होना है। इसलिए पार्टी को प्रत्याशियों के चयन के लिए कुछ समय भी मिल गया है।
दूसरी ओर भाजपा ने यूपी चुनाव में निषाद पार्टी के साथ गठबंधन किया है। इसलिए पार्टी की ओर से विकासशील इंसान पार्टी को कोई भाव नहीं दिया गया। भाजपा के इस रवैये से वीआईपी के मुखिया मुकेश सहनी नाराज हैं और 160 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी में जुटे हैं। जदयू और वीआईपी के रवैए से साफ हो गया है कि भले ही बिहार में तीनों दल नीतीश सरकार में शामिल हैं मगर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में तीनों दल अलग-अलग बैटिंग करते हुए नजर आएंगे।
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