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UP Election 2022: अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी का सुर हुआ पार्टी के खिलाफ

UP Election 2022: अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्र मौर्य (Swami Prasad Maurya Daughter Sanghamitra Maurya) ने भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा पर उठाया सवाल।

Bishwajeet Kumar
Published on: 19 Jan 2022 4:01 PM GMT
UP Election 2022: अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी का सुर हुआ पार्टी के खिलाफ
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Sanghmitra Maurya

UP Assembly Election: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) बस कुछ ही दिन दूर रह गए हैं। ऐसे में प्रदेश का सियासी पारा और तेज़ी से चढ़ता जा रहा है। सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर और ज्यादा हमलावर होती जा रही हैं। इन दलों के बीच एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी सिलसिले में अब भाजपा सांसद और स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की बेटी संघमित्रा मौर्य (Sanghmitra Maurya) के सुर भी भाजपा के खिलाफ सुनाई पड़ने लगे हैं। आज मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा यादव बिष्ट (Aparna Yadav Bist) के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद संघमित्रा मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की नीतियों पर कई बड़े सवाल उठाएं।

स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि "संस्कार शब्द अच्छा है लेकिन संस्कार है किसके अंदर? हफ्ते भर पहले एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज वहीं एक बहू अपने चचेरे भाई (योगी जी) के साथ एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आती है तो स्वागत। क्या इसको भी वर्ग से जोड़ा जाना चाहिए कि बेटी (मौर्य) पिछड़े वर्ग की है और बहू (विष्ट) अगड़े वर्ग से है। क्या बहन - बेटी की भी जाति और धर्म होता है? अगड़ा भाजपा में आता है तो राष्ट्रवादी और वो वोट भाजपा को करेगा या नहीं इसपे सवाल खड़ा करना तो दूर सोचा भी नहीं जाता, लेकिन पार्टी में रहने वाला राष्ट्रद्रोही, उसके वोट पे सवाल खड़े हो रहे ऐसा क्यों?"

गौरतलब है कि पांच साल भारतीय जनता पार्टी कि सरकार में श्रम मंत्री रहने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम लिया था। तभी से सोशल मीडिया पर संघमित्रा मौर्य से चौतरफा सवाल पूछा जा रहा था कि पिता के जाने के बाद क्या वह भी भारतीय जनता पार्टी को छोड़ देंगी? इस पर उन्होंने कहा था की 'मेरी विचारधारा अभी भी भारतीय जनता पार्टी के साथ है' वहीं आज पार्टी छोड़ने के लगातार हो रहे सवाल पर भी संघमित्र मौर्य ने अपने फेसबुक पोस्ट में प्रतिक्रिया दिया उन्होंने कहा "कृपया सलाह न दें मैं कहाँ जाऊ क्या करूँ, मैं जहाँ हूं ठीक हूं।"

ये नेता भाजपा छोड़ सपा में चले गए

पिछले दिनों योगी कैबिनेट में मंत्री रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्या ने भारतीय जनता पार्टी पर यह आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था कि भाजपा में सम्मान नहीं मिलता, इस सरकार में पिछड़ों, दलितों और बेरोजगारों की उपेक्षा की जाती है। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्या के इस्तीफा देने के बाद ही भारतीय जनता पार्टी के कई विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया। जिसमें कानपुर के बिल्हौर विधानसभा सीट से विधायक भगवती सागर, शाहजहांपुर विधानसभा सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा, बांदा विधानसभा सीट से विधायक बृजेश कुमार प्रजापति, शिकोहाबाद विधानसभा सीट से डॉक्टर मुकेश वर्मा और पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी जैसे अन्य नेता शामिल थे इन सभी ने स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था।

Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

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