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UP Election 2022: डिजिटल प्रचार की कितनी तैयारी? यूपी में सोशल मीडिया का बादशाह कौन, देखिए ये आंकड़े

UP Election 2022: यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव प्रचार डिजिटल होंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों का डिजिटल प्लेटफॉर्म काफी मजबूत है लेकिन छोटे छोटे दलों के लिए इसमें काफी समस्याएं आ रही हैं।

Rahul Singh Rajpoot
Report Rahul Singh RajpootPublished By Shreya
Published on: 11 Jan 2022 4:23 AM GMT
UP Election 2022: डिजिटल प्रचार की कितनी तैयारी? यूपी में सोशल मीडिया का बादशाह कौन, देखिए ये आंकड़े
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(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

UP Election 2022: यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव प्रचार डिजिटल (Digital Election Campaign) होंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों का डिजिटल प्लेटफॉर्म काफी मजबूत है लेकिन छोटे छोटे दलों के लिए इसमें काफी समस्याएं आ रही हैं। ऐसे में आपको बताते हैं कि यूपी में सोशल मीडिया पर यूपी के नेता (UP Ke Neta) और उनकी पार्टी (UP Political Parties) की कितनी पहुंच है, उनका और उनकी पार्टी के कितने फॉलोअर (UP Political Parties Social Media Followers) हैं जिसके जरिए वह अपनी बात अपने लोगों तक पहुंचाएंगे। अपनी पार्टी के विजन को कार्यकर्ताओं अपने लोगों के सामने रखेंगे। जिसके जरिए उसका प्रचार प्रसार कर जनता का मत हासिल करेंगे। क्योंकि चुनाव आयोग (Election Commission) ने 15 जनवरी तक अभी सभी तरह के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है।

उम्मीद यह भी है कि आगे यह जारी रहेगी क्योंकि जिस तरह से कोरोना वायरस के मामले (Corona Ke Mamle) बढ़ रहे हैं उसको देखकर यही कहा जा सकता है कि ये रोक आगे भी जारी रह सकती है। तो जब बात डिजिटल प्रचार की हो रही है तो चलिए आपको बताते हैं, यूपी के बड़े दलों और नेताओं की सोशल मीडिया (Social Media) पर कितनी पहुंच है। सबसे पहले बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की करते हैं। सोशल मीडिया के तीन प्लेटफार्म जो सबसे पॉपुलर हैं, उसमें ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम है। हालांकि और भी तमाम प्लेटफार्म हैं जहां पर लोक जुड़े हुए हैं लेकिन सबसे ज्यादा बात इन्हीं तीनों की होती है इसलिए आपको बताते हैं कि इस पर बीजेपी के कितने फॉलोअर हैं।

यूपी के राजनीतिक पार्टियों के सोशल मीडिया फॉलोअर्स

पार्टी

ट्विटर

फेसबुक

इंस्टाग्राम

भारतीय जनता पार्टी

1.73 करोड़

1.6 करोड़

42 लाख

कांग्रेस

84 लाख

62.16 लाख

10 लाख

समाजवादी पार्टी

28 लाख

32.15 लाख

2.63 लाख

बहुजन समाज पार्टी

2. 46 लाख

99 हजार

-

आम आदमी पार्टी

50.8 लाख

51.95 लाख

6.13 लाख

एआईएमआईएम

7. 71 लाख

9.15 लाख

-

राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी)

42 हजार

15 हजार

-

यूपी के बड़े नेताओं की सोशल मीडिया फॉलोइंग

अब आपको बताते हैं कि सोशल मीडिया पर यूपी के बड़े नेताओं की क्या फ्रेंड फॉलोइंग है।

यूपी के नेता

ट्विटर

फेसबुक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

16.8 करोड़

68.86 लाख

केशव प्रसाद मौर्य

33 लाख

44.60 लाख

अखिलेश यादव

15.4 करोड़

75 लाख

प्रियंका गांधी

44 लाख

45.19 लाख

असदुद्दीन ओवैसी

21 लाख

36.30 लाख

ओमप्रकाश राजभर

80 हजार

दो लाख

शिवपाल सिंह यादव

7.59 लाख

5.57 लाख

जयंत चौधरी

1.5 लाख

5000

छोटी पार्टियों के लिए डिजिटल प्रचार-प्रसार बेहद कठिन

अब इन आंकड़ों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि छोटी पार्टियों के लिए डिजिटल प्रचार-प्रसार कितना कठिन हो सकता है। हालांकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का बाकी क्षेत्रीय दलों के मुकाबले काफ़ी सक्रिय है। लेकिन उन्होंने जिन छोटे-छोटे दलों से गठबंधन कर 2022 का रण फतेह करने की योजना बनाई है, उनकी सोशल मीडिया (Social Media) पर पहुंचना के बराबर है ऐसे में बीजेपी के मुकाबले वह काफ़ी कमजोर हैं। जैसा की सब को पता है बीजेपी और कांग्रेस का देश भर में अपना सोशल मीडिया का प्लेटफार्म और उनकी टीम है उस लिहाज से समाजवादी पार्टी काफी कमजोर है लेकिन वह उसने भी अब डिस्टल चुनाव प्रचार पर पूरा फोकस दिया है और अपनी डिजिटल टीम को मजबूत करते हुए छोटे-छोटे वीडियो ट्विटर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपलोड कर अपनी बात जनता तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने डिजिटल टीम के साथ बैठक कर चुनाव के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए थे हालांकि अखिलेश यादव या भी मानते हैं कि बीजेपी से मुकाबले उनके संसाधन कम है लेकिन उसके बावजूद भी अब चुनाव आयोग का आदेश आया है तो वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए अपनी डिस्टल टीम को मजबूत कर रहे हैं और अपनी बात मतदाताओं तक पहुंचाने की पुरजोर तरीके से कोशिश भी कर रहे हैं।

पूरे देश में कांग्रेस का है आईटी सेल

कांग्रेस (Congress) की बात करें तो उत्तर प्रदेश के साथ ही उनका पूरे देश में आईटी सेल है। इस वजह से वह काफी सक्रिय हैं, पांच चुनावी राज्यों में उनकी टीम बाकी राज्यों से आकर वहां कार्य कर सकती है। हालांकि उनका ज्यादा फोकस पंजाब पर है, उत्तर प्रदेश में भी प्रियंका की अगुवाई में आटी टीम एक्टिव है लेकिन यहां पर मुख्य लड़ाई बीजेपी और सपा में ही दिखाई दे रही है। बहुजन समाज पार्टी की बात करें तो मायावती खुद सोशल मीडिया पर काफी लेट आई हैं, लेकिन उनकी भी सक्रियता पिछले दिनों बढ़ी है। सतीश चंद्र मिश्रा से लेकर बहुजन समाज पार्टी और मायावती सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मजबूत कर अपनी बात पहुंचाने का कार्य कर रही हैं।

डिजिटल प्रचार के लिए सबसे मजबूत बीजेपी

डिजिटल प्रचार-प्रसार के लिहाज से देखें तो यूपी में सबसे मजबूत भारतीय जनता पार्टी (BJP) है। क्योंकि सबसे पहले 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ही डिजिटल प्रचार अभियान की शुरुआत की थी और भारतीय जनता पार्टी ने इस पर काम करना शुरू किया और आज वह इसमें काफ़ी मजबूत हैं।पहले जिन नेताओं की सोशल मीडिया पर ना के बराबर हाजिरी थी वह भी इससे जुड़ें और अपनी पहुंच को बढ़ाएं लेकिन जब तक वह मजबूत होते बीजेपी काफी आगे निकल चुकी थी।

यही वजह है कि आज जब चुनाव आयोग डिजिटल प्रचार के जरिये चुनाव करने का फैसला किया है तो भारतीय जनता पार्टी इसमें काफी आगे दिखाई दे रही है। उनके शीर्ष नेता मोदी की बात करें तो उनकी फैन फॉलोइंग वर्ल्ड लेवल की है। योगी आदित्यनाथ की भी फ्रेंड फॉलोइंग काफी अच्छी है। इस लिहाज से उनकी आईटी टीम और उनके संसाधन काफी मजबूत है। यही वजह है की वह करोड़ों प्रदेशवासियों तक अपनी बात पहुंचाने में आसानी महसूस कर रहे हैं।

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Shreya

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