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UP Election: बबिता फोगाट समेत 63 लोगों पर बागपत में मुकदमा दर्ज, ये संगीन है आरोप
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चुनाव आयोग ने कोरोना के कारण रैलियों पर 31 जनवरी तक प्रतिबंध लगाया है। लेकिन इसके बावजूद भी सियासी दल भीड़ जुटाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। चुनाव आयोग की रोक के बाद भी प्रत्याशी जमकर प्रचार कर रहे है। भारतीय महिला रेसलर बबीता फोगाट के खिलाफ भी एक मुकदमा दर्ज हुआ है। मामला जनपद बागपत का है जहां पाली गॉव में बबिता फोगाट (Babita Fogat) बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक (KP Malik) के समर्थन में जनसभा करने पहुँची थी। कृष्णपाल मलिक (Krishnapal Malik) बडौत विधानसभा क्षेत्र (Baraut assembly constituency) से बीजेपी प्रत्याशी है और मौजूदा विधायक भी है।
आपको बता दे कि बीती 21 जनवरी को बबिता फोगाट बागपत जनपद के बलि गॉव में पहुचीं थी। बतौर मुख्य अतिथि प्रचार करने पहुचीं बबिता फोगाट ने केपी मलिक के समर्थन में प्रचार किया। जिसमें जनसभा में ना तो सोशल डिस्टेंसिंग थी न सभा की परमिशन ली गयी थी। खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा था। कोविड गाइडलाइन (Covid Guidelines) की बात की जाए तो वहां जनसभा में मौजूद किसी भी सक्ष के चेहरे पर मास्क तो लगा ही नही दिखाई दिया। खुद बीजेपी प्रत्याशी (BJP Candidate) केपी मलिक, बीजेपी बागपत जिलाध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर (Surajpal Gurjar), महिला रेसलर बबिता फोगाट भी बिना मास्क ही जनसभा कररही थी। गांव-गलियों में बिना मास्क बिना परमिशन केपी मलिक के पर्चो का वितरण किया जा रहा था। खुलेआम नेताओ की मनमानी और चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना करते हुए कुछ फोटो भी बबिता फोगाट ने अपने ट्विटर एकाउंट से ट्वीट की है। जिसमें वह खुद भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) प्रत्याशी के समर्थन में पर प्रचार कर रही है। आपको बता दे कि 30 जनवरी तक चुनाव आयोग (Election Commission) ने सभी रैलियों व रोड शो पर रोक लगा रखी है।
उक्त मामले में महिला रेसलर बबिता फोगाट, बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक, जिलापंचायत सदस्य रविन्द्र व बीजेपी नेता शशांक मलिक (Shashank Malik) सहित 60 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने धारा 269, 270, 188 व महामारी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की है।