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बसपा और ओवैसी के मुस्लिम प्रत्याशियों ने कई सीटों पर बिगाड़ा सपा का समीकरण, कांटे के मुकाबले में खिल गया कमल

UP Election Results 2022: मुस्लिम बहुल इन सीटों पर मुस्लिम मतों का बंटवारा होने के कारण कांटे की लड़ाई में सपा उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Monika
Published on: 14 March 2022 8:33 AM GMT
Mayawati - Asaduddin Owaisi
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मायावती - असदुद्दीन ओवैसी (फोटो : सोशल मीडिया )

UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और एआईएमआईएम (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi ) ने करीब 14 सीटों पर सपा (SP) उम्मीदवारों को हराने में बड़ी भूमिका निभाई। मुस्लिम बहुल इन सीटों पर मुस्लिम मतों का बंटवारा होने के कारण कांटे की लड़ाई में सपा उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। मुस्लिम बहुल इन सीटों पर बसपा और ओवैसी दोनों ने मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे।

हालांकि दोनों दलों के उम्मीदवार जीतने में कामयाब नहीं हो सके मगर उन्होंने भाजपा (BJP) की जीत का रास्ता जरूर खोल दिया। इस कारण सपा के कई दिग्गज उम्मीदवार भी करीबी मुकाबले में हार गए और साइकिल को पंक्चर करते हुए कमल खिलने में कामयाब रहा।

कई सीटों पर सपा की राह में कांटा बनी बसपा

इस बार के विधानसभा चुनाव में बसपा की ओर से 89 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए थे। चुनाव के पहले ही माना जा रहा था कि कई सीटों पर ये मुस्लिम उम्मीदवार सपा की जीत की राह में बड़ा कांटा बन सकते हैं। बसपा यद्यपि पूरे प्रदेश में सिर्फ एक सीट जीतने में कामयाब रही मगर उसने करीब 9 सीटों पर सपा उम्मीदवारों की हार में जरूर बड़ी भूमिका निभाई। जौनपुर, कानपुर कैंट, मुरादाबाद, मेरठ दक्षिण, मोहम्मदी, कोल, बिसवां, बहराइच, अलीगढ़, फिरोजाबाद, बुलंदशहर और जौनपुर सीटों पर बसपा ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतार दिए थे और इनमें से 9 सीटों पर बसपा प्रत्याशियों ने सपा की हार की पटकथा लिख दी। इन सीटों पर अगर मुस्लिम मतों का बंटवारा न हुआ होता तो सपा प्रत्याशियों के जीतने की राह आसान हो सकती थी मगर ऐसा नहीं हो सका।

मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर बिगाड़ दिया खेल

चुनाव से पहले यादव और मुस्लिम मतों के एकतरफा सपा के खाते में जाने की बात कही जा रही थी मगर बसपा ने मुस्लिम मतों में सेंधमारी करने के लिए कई सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर सपा का खेल बिगाड़ दिया। इन सीटों पर जातीय समीकरण के आधार पर सपा की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा था मगर बसपा के मुस्लिम उम्मीदवारों ने भी मजे का वोट काटते हुए भाजपा की जीत की राह प्रशस्त कर दी।

उदाहरण के तौर पर बहराइच को सीट को लिया जा सकता है जहां पर बसपा ने मोहम्मद नईम को उतारा था। इस सीट पर सपा के उम्मीदवार यासर शाह को भाजपा की उम्मीदवार अनुपमा जयसवाल ने 4078 मतों से हराया है। नईम को इस सीट पर 10299 मत मिले हैं और उन्होंने भाजपा की जीत की राह प्रशस्त करने में प्रमुख भूमिका निभाई।

कई दिग्गज प्रत्याशी भी हो गए ढेर

इसी तरह नकुड़ सीट का भी उदाहरण लिया जा सकता है। चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा का दामन थामने वाले धर्म सिंह सैनी की इस सीट पर मजबूत पकड़ मानी जाती है मगर इस बार उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी को इस सीट पर सिर्फ 315 मतों से जीत हासिल हुई है। बसपा और ओवैसी ने इस सीट पर भी मुस्लिम प्रत्याशी उतारकर सैनी का खेल बिगाड़ दिया।

सीतापुर की महमूदाबाद सीट पर भी यही कहानी दोहराई गई। दो बार विधानसभा का चुनाव जीतने वाले सपा उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा को इस सीट पर मुस्लिम मतों के बंटवारे का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसी तरह अलीगढ़, बिसवां, फिरोजाबाद, जौनपुर, कोल, मेरठ दक्षिण, मोहम्मदी और मुरादाबाद नगर सीटों पर भी बसपा के मुस्लिम प्रत्याशियों ने सपा प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ते हुए भाजपा की जीत की राह आसान बना दी।

ओवैसी के प्रत्याशियों ने भी निभाई भूमिका

दूसरी ओर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी कई सीटों पर सपा प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ दिया। जौनपुर की शाहगंज सीट पर सपा प्रत्याशी शैलेंद्र यादव ललई की मजबूत पकड़ मानी जाती रही है मगर इस बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। इस सीट पर निषाद पार्टी के रमेश सिंह ने 719 वोटों से जीत हासिल की है। इस सीट पर एआईएमआईएम के प्रत्याशी नायब अहमद खान को 8129 मत मिले हैं और ललई की हार में उनकी बड़ी भूमिका मानी जा रही है।

इसी तरह औराई सीट पर भाजपा प्रत्याशी दीनानाथ भास्कर की जीत में भी एआईएमआईएम के प्रत्याशी ने बड़ी भूमिका निभाई। इस सीट पर भास्कर ने सपा की अंजनी सरोज को 1627 मतों से हराया है। यहां पर एआईएमआईएम के प्रत्याशी ने 2190 मत काटकर भास्कर की जीत की राह आसान बना दी। नकुड़ सीट पर भी एआईएमआईएम के प्रत्याशी रिजवान ने 3593 मत हासिल करके धर्म सिंह सैनी की 315 मतों से हार में बड़ी भूमिका निभाई।

इस तरह खुली भाजपा की जीत की राह

बाराबंकी की कुर्सी सीट पर सपा के प्रत्याशी राकेश कुमार वर्मा को 217 मतों से हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर ओवैसी के प्रत्याशी अशरफ खान ने 8541 मत हासिल करके भाजपा प्रत्याशी की जीत का मार्ग प्रशस्त किया।

सुल्तानपुर में भाजपा प्रत्याशी विनोद सिंह ने सपा के अनूप संडा को पराजित करने में कामयाबी हासिल की है। इस सीट पर भी ओवैसी के प्रत्याशी मिर्जा अकरम बेग ने 5251 मत हासिल करके भाजपा की जीत की पटकथा लिख दी।

बिजनौर और फिरोजाबाद सीट पर भी ओवैसी के प्रत्याशियों के मतों ने भाजपा को लाभ पहुंचाया। इस तरह बसपा और ओवैसी के मुस्लिम प्रत्याशियों ने तमाम सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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