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Electricity Crises: मंत्री जी बोले सब ठीक चल रहा, जनता बोली घंटों से बिजली गुल...गांवों से लेकर शहर तक आफत
Electricity Crises: उत्तर प्रदेश में बिजलीकर्मियों द्वारा प्रदेशव्यापी हड़ताल का 24 घंटे बाद असर दिखाई देने लगा है। ऊर्जा मंत्री के दावे हवा में नजर आ रहे हैं। लोग बिजली और पानी के संकट से परेशान हो रहे।
Electricity Crises in UP: उत्तर प्रदेश में बिजलीकर्मियों द्वारा प्रदेशव्यापी हड़ताल चल रही है। हड़ताल के 24 घंटे बाद इसका व्यापक असर दिखाई दे रहा है। एक तरफ ऊर्जा मंत्री व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित होने का दावा कर रहे हैं जबकि दूसरी तरह जनता परेशान है। न केवल ग्रामीण क्षेत्र में बल्कि शहरों में भी घंटों बिजली गुल रही। जानकारी के अनुसार आठ उत्पादन गृहों से बिजली उत्पादन ठप कर दिया गया।
ट्रांसमिशन की कई लाइनें बंद होने और बड़ी संख्या में उपकेंद्रों और फीडरों से बिजली आपूर्ति बाधित होने से आम लोगों पर बड़ा असर पर पड़ा है। शहर से लेकर गांवों तक में लोगों के बिजली कटौती से सारे काम बाधित हो रहे हैं। न्यूजट्रैक टीम ने प्रदेश के अलग अलग जिलों में पड़ताल की और लोगों से बातचीत की तो पता चला की कहीं 4 घंटे से तो कही 16 घंटे से बिजली गुल है। दरअसल, गुरुवार शाम ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने प्रेस कॉनफ्रेंस में यह दावा किया था कि प्रदेश में कहीं पर बिजली संकट नहीं है। प्रशासन की टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं। हालांकि जब पड़ताल की तो ये दावे छूटे साबित हुए।
एटा: 65 हड़ताली बिजली कर्मियों पर गाज, DM ने किया सेवा समाप्त
एटा के जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल के निर्देशन में हड़ताली बिजली कर्मियों पर बड़ा एक्शन लिया गया है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन आलोक कुमार ने विद्युत कर्मियों द्वारा की गई हड़ताल के मद्देनजर कार्यवाही करते हुए जिले में अब तक कुल 65 संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी है।
भदोही: हड़ताल का कोई असर नहीं, हो रहा बेहतर संचालन
भदोही जिले में भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं। प्रदेश स्तरीय हड़ताल के बावजूद जिले में बिजली व्यवस्था सामान्य दिनों से बेहतर है। जिलाधिकारी गौरांग राठी और एसपी डॉ. अनिल कुमार के संयुक्त निर्देशन में जिले के सभी विद्युत सब स्टेशनों पर पुलिस व प्रशासनिक कर्मियों द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है। जिस वजह से निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की जा रही है। पुलिस व प्रशासनिक टीमों द्वारा लगातार सभी क्षेत्रों में भ्रमण कर स्वाभाविक व सामान्य टेक्निकल फाल्ट को भी बेहतर तरीके से अटेंड किया जा रहा है। बिजली आपूर्ति संबंधित शिकायतों के त्वरित निवारण हेतु कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसका हेल्पलाइन नंबर- 05414-250305-250308 और 250309 स्थापित किया गया है।
स्थापित कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे कर्मियों द्वारा 24 घंटे अनवरत बिजली सम्बंधित प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा रहा है। पुलिस व प्रशासनिक टीमों द्वारा लगातार सतर्क दृष्टि रखते हुए प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित किया जा रहा है। गैरकानूनी गतिविधियों पर सख्त वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। हड़ताल के दौरान भी आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने के लिए भदोही पुलिस व प्रशासन प्रतिबद्ध है।
वाराणसी: PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में भी हाहाकार, कांग्रेस सड़क पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बिजली संकट देखने को मिल रहा है। हड़ताली कर्मचारियों की वजह से शहर में भी बिजली आपूर्ति ठप है। जानकारी के अनुसार, वाराणसी शहर में भीषण बिजली कटौती देखी जा रही है। 40 फीसद से अधिक शहरी इलाकों में पानी की किल्लत देखने को मिल रहे है। बिजली कटौती से परेशान काशी की जनता के पक्ष में कांग्रेस के नेता शनिवार (18 मार्च) को सड़क पर उतरे। कांग्रेस नेताओं ने सत्ताधारी बीजेपी सरकार को बिजली संकट के लिए घेरा।
कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में लहुराबीर आज़ाद पार्क में कांग्रेस प्रदर्शन किया। बिजली आपूर्ति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर कर्मचारियों सड़े संवादहीनता का आरोप लगाया। इस दौरान कोंग्रेसी नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जालौन: बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटा जिला-प्रशासन
जालौन में भी बिजली कर्मियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर 72 घंटे की हड़ताल की है। जालौन की नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुई है। जालौन डीएम चांदनी सिंह (Jalaun DM Chandni Singh) ने एडीएम सिटी मजिस्ट्रेट और सभी एसडीएम को अपनी टीम के साथ मिलकर बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए निर्देशित किया। जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट वीरेंद्र कुमार मौर्य शहर के मोहल्लों में बाधित हो चुकी विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस टीम के साथ पहुंचे। लाइनमैन और टेक्निकल टीम को लेकर फॉल्ट लाइन को ठीक करने का काम जारी है।
बता दें, कि जालौन में भी संविदा विद्युत कर्मचारियों ने 72 घंटे की हड़ताल की है। जिससे जिले की विद्युत व्यवस्था बिगड़ गई है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक बत्ती गुल है। जिसे सुचारू रूप से चालू कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी कोशिश कर रही है। कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत भी हो गई है। वहीं, विद्युत संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे हैं। जिलाधिकारी चांदनी सिंह के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में नगर पालिका कर्मचारी और प्राइवेट कर्मचारियों साथ ही आईटीआई छात्रों की मदद से बिजली व्यवस्था को सुचारू करने के प्रयास तेज हैं।
सिटी मजिस्ट्रेट बोले
सिटी मजिस्ट्रेट वीरेंद्र कुमार मौर्य ने बताया, जालौन में विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से बहाल करने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को लगाया गया है। उरई शहर की विद्युत आपूर्ति को 5 से 6 मोहल्लों में चालू कर दिया गया है। तीन मोहल्लों में लाइट का फाल्ट नहीं मिल पाने के कारण उसे चेक कराया जा रहा है। कुछ ही घंटों में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह सुचारू रूप से चलने लगेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में एसडीएम और लेखपाल की टीम को भेजा गया है। जहां फॉल्ट है उसे ढूंढकर सही कराया जा रहा है।
गाजीपुर: जिले में बिजली कहीं चालू, तो कही बंद
गाजीपुर में बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की वजह से बिजली सेवा चरमरा गई है। गाजीपुर जिले में बिजली कहीं चालू, तो कही बंद है। विद्युत् उपकेंद्र पर जिनकी डियूटी लगी है उन कर्मचारियों ने फोन बंद कर रखा है। बिजली आपूर्ति बंद होने से उपभोक्ता परेशान हैं। आम लोगों का कहना है कि वो कभी भी सड़क पर उतर सकते हैं।
बिजली कर्मचारियों को मुकदमे का भी डर नहीं
जिलाधिकारी के सख्त निर्देश के बावजूद सप्लाई सुचारू रूप से चालू नहीं हो सकी है। जिस वजह से उपभोक्ता पानी व रोशनी के लिए परेशान हैं। जिले में बड़ी मश्क्कत से कहीं-कहीं पानी की आपूर्ति हो रही है। जबकि, अन्य जगहों परअधिकारियों को पानी सप्लाई चालू कराने के लिए जूझना पड़ रहा है। आलम ये है, कि तहसीलदार व एसडीएम को फोन करने के उपरांत भी सिर्फ दिलासा ही मिल रहा है।
इस संबंध में मोहम्मदाबाद तहसीलदार का बयान भी आया है। उन्होंने कहा, तहसील क्षेत्र में बिजली सुचारू रूप से चालू है। जबकि, क्षेत्र के बाराचवर आदि उपकेंद्रों से सुबह 5 बजे से ही विद्युत आपूर्ति बंद है। बाराचवर उपकेंद्र पर तैनात लेखपाल ने बताया कि, कल रात 12 बजे सप्लाई किसी तरह चालू हुई थी। लेकिन सुबह 5 बजे से फिर बंद है। लेखपाल ने बताया कि जिले से जिस कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई थी उसका फोन बंद आ रहा है। इस कारण सप्लाई बंद है।
गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के अधिकांश फीडर बंद पड़े हैं, इनमें दुबिहां नेवादा, बाराचवर सहित अन्य हैं। जिस वजह से इन फिडरों के उपभोक्ता काफी परेशान हैं। लोगों के घरों में लगे इनवर्टर भी अब जबाब दे चुके हैं।
तहसीलदार और SDM दे रहे दिलासा
दुबिहां व बाराचवर फीडर के उपभोक्ताओं ने कहा, 'बिजली गुल होने के वजह से बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में एसडीएम और तहसीलदार से भी संपर्क किया गया। मगर, निदान की बजाय सिर्फ दिलासा दी जा रही है। वहीं, बाराचवर फीडर पर मौजूद लाईनमैन मनोज यादव ने कहा कि, अगर एसडीएम साहब के तरफ से लिखित हमें दिया जाता है, तो सप्लाई चालू कर सकता हूं।
हरदोई: फाल्ट से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बाधित, गहराया पानी संकट
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान 132 KVA विद्युत सब स्टेशन में फॉल्ट होने की वजह से अब पूरे शाहाबाद ब्लाक क्षेत्र की आपूर्ति ठप हो गई है। जिससे पानी का संकट गहराने लगा है। बिजली कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल को लेकर पहले से ही तीन फीडरों की बिजली गुल थी। शनिवार (18 मार्च) की सुबह हुई बारिश के कारण 132 केवीए विद्युत सब स्टेशन आगमपुर में फाल्ट हो जाने की वजह से पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। बिजली आपूर्ति बाधित होने से शहरी क्षेत्र में पानी का भीषण संकट खड़ा हो गया है। आपको बता दें, पिछले दो दिनों से बिजली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 72 घंटे की स्ट्राइक पर हैं।
स्ट्राइक की वजह से कोई कर्मचारी अपने काम पर नहीं है। अख्तियारपुर, तहसील और अल्लाहपुर के आधा फीडर पर शुक्रवार से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित चल रही थी लेकिन शनिवार की सुबह हुई बारिश ने आगमपुर 132 केवीए विद्युत सब स्टेशन पर भी फाल्ट कर दिया। जिससे बचे खुचे क्षेत्रों की भी विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। बिजली आपूर्ति ठप हो जाने की वजह से शहरी क्षेत्र में पानी का संकट खड़ा हो गया है। लोग बूंद-बूंद पानी को तरस गए हैं। खंड विकास अधिकारी को एसडीओ का चार्ज तो दे दिया गया परंतु एसडीओ का चार्ज लेने के बाद खंड विकास अधिकारी पूरी तरह से अपने को असहाय महसूस कर रहे हैं। कोई भी कर्मचारी काम पर लौटने को तैयार नहीं है।
हालांकि, एसडीएम धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने संविदा कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव सहित कई कर्मचारियों से बात की। लेकिन, बात नहीं बन सकी। पानी का संकट खड़े हो जाने की वजह से शहर में त्राहि-त्राहि मची हुई है।
हरदोई में आधा दर्जन गांवों में 12 घंटे से बिजली गायब
शुक्रवार सुबह से लखनऊ राजमार्ग स्तिथ कई गावों में विद्युत आपूर्ति नहीं होने से काम काज में लोगो को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा कई बार विद्युत उपकेन्द्र पर फ़ोन किया गया तो मोबाइल नंबर बंद मिला। ग्रामीणों द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी फ़ोन मिलाया गाया पर कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। बारिश के चलते कंडौना, नया गाँव, खेतुइ, साहुलपुर समेत आधा दर्जन गावों में देर शाम तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। ग्रामीणों को मोमबत्ती व दिए की रोशनी में आवश्यक कार्य पूरे किए। विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के चलते उपकेन्द्र में आई खामी को अब तक दूर नहीं किया जा सका है। ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बहाल ना होने से लोगो में आक्रोश व्याप्त है।
कानपुर में बिजली गुल, भटके लोग
कानपुर जैसे औद्योगिक शहर के अधिकतर इलाकों में बिजली गुल रही। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक वहीं शनिवार को सुबह से ही बिजली गुल है। श्याम नगर, गोविंद नगर, लाल बंगला, बर्रा आदि इलाकों में लाइट नहीं आ रहा है। बारिश होने की वजह से कई जगहों पर खंभे से ही बिजली खराब हो गई है। कहीं कहीं सोसायटी को लोगों ने दुकानों से बिजली कर्मी को बुलाकर ठीक करा लिया तो कुछ मोहल्लों में लोग बिजली का इंतजार कर रहे हैं। श्याम नगर निवासी मीरा निगम ने बताया कि सुबह से पानी ही नहीं है। बिना पानी के खाना से लेकर सबकुछ थम गया है।
अलीगढ: अभी तक विद्युत व्यवस्था सुचारू
अलीगढ़ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अलीगढ़ की हरदुआगंज तापीय परियोजना के बाहर विद्युत कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि रात 10:00 बजे से हम लोग सांकेतिक हड़ताल पर हैं। हमारा एक भी कर्मचारी काम पर नहीं गया है। शत प्रतिशत लोग हमारे हड़ताल पर हैं। हमारी मांग है कि 3 दिसंबर को जो हमारा सरकार से समझौता हुआ था उसे लागू किया जाए। समझौते के तहत संघर्ष समिति की मांगों को 312 दिन बीत जाने के बावजूद भी पूरा नहीं किया गया है। सरकार ने समझौते का उल्लंघन किया है। अभी हमने 72 घंटे की सांकेतिक से हड़ताल की है। हालांकि अभी तक विद्युत व्यवस्था सुचारू है। डीएम ने कहा यदि स्वेच्छा से काम कर रहे विद्युत कर्मियों को अगर कोई रोकेगा तो उसके खिलाफ एस्मा के तहत हम कार्रवाई करेंगे।
बांदा: खाली बर्तन व बाल्टी लेकर लोगों ने जाम किया रोड
बांदा: शहर मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत पल्हरी में बिजली पानी की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने जाम लगाया है। 2 दिनों से बिजली पानी ना आने को लेकर आसपास के ग्रामीणों ने रोड पर खाली बर्तन व बाल्टी रोड जाम किया है। रोड जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे उच्च अधिकारियों ने समझा-बुझाकर किसी तरह जाम खुलवाया मामला आरटीओ ऑफिस पल्हरी रोड का बताया जा रहा है।
पल्हरी गांव की मुख्य सड़क पर अनशन पर बैठे लोगों का कहना है कि उनके यहां ट्रांसफार्मर फूंक गया था 5 दिन हो गए लेकिन कोई भी ट्रांसफार्मर बनाने नहीं आया। लाइट ना आने की वजह से पानी भी नहीं आ रहा है। सभी की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई है। पानी लेने के लिए पैदल चलकर हैंडपंप तक जाना पड़ता है। बच्चे बीमार पड़ रहे हैं और पढ़ भी नहीं पा रहे हैं। आज पल्हरी गांव के ग्रामीणों ने मुख्य सड़क पर कई घंटे जाम लगाए रखा मौके पर पहुंचे अधिकारियों के आश्वासन देने के बाद जाम खोला गया। बता दें कि बांदा शहर के कई मोहल्लों में पिछले चार-पांच दिन से लाइट नहीं आई है और लाइट ना होने की वजह से पानी की भी भारी किल्लत है। विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद से प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह फेल नजर आ रही है वहीं तमाम अव्यवस्थाओं के कारण जनता में हाहाकार मचा हुआ है।
गाजीपुर: जनपद में कहीं बिजली चालू तो कहीं गुल
गाजीपुर: बिजली कर्मियों के हड़ताल से बिजली संकट गहरा गया है। जनपद में कहीं बिजली चालू है तो कहीं गुल है। सबस्टेशनों पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है उन्होने भी फोन बंद कर लिया है। मोहम्मदाबाद तहसीलदार का बयान तहसील क्षेत्र में बिजली आपूर्ति चालू है, लेकिन मोहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के ही कुछ बाराचवर आदि उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति बंद है। जिसके वजह से उपभोक्ता परेशान होकर सड़क पर उतर सकते हैं। तो वहीं बाराचवर उपकेंद्र पर फारुखी की डियूटी लगी है, लेकिन वो रात से ही नदारद हैं। उनका कहना है की बिजली संबंधित कोई काम मै नहीं जानता फिर भी जनपद से मेरी डियूटी लगाई गई है।
अमेठी: 40 घंटे से विद्युत सप्लाई न होने से लोगों में आक्रोश
अमेठी प्लाजनपद में पिछले 40 घंटे से विद्युत सई न होने से लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। नाराज़ उपभोक्ताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा हैं। जिसके बाद डीएम ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा विद्युत सप्लाई को जल्द दुरस्त कर चालू करें।
फतेहपुर: जेई सहित चार पर मुकदमा, 19 बिजली संविदा कर्मी बर्खास्त
फतेहपुर जिले में 14 सूत्रीय मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक प्रमोद कुमार के नेतृत्व में तीन दिन से चल रहे कर्मचारियों का हड़ताल के कारण सभी विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मियों ने काम बंद कर दिया है। जिस कारण से जिस क्षेत्र में बिजली फाल्ट हो रहा है, वहां की बिजली सप्लाई बंद हो गई। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए बिंदकी उपकेंद्र रूरल में तैनात जेई सुरेश कुमार व जितेंद्र सिंह, देवी प्रसाद व राहुल कुमार के खिलाफ लेखपाल जितेंद्र कुमार के तहरीर पर एस्मा सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मुराइन टोला पावर हाउस में तैनात सभी 19 लोगों को प्राइम वन कंपनी ने जिला प्रशासन के शिकायत पर बर्खास्त करने का लेटर जारी किया है। इस मामले की पुष्टि करते हुए एसडीएम अवधेश निगम ने बताया कि मुराइन टोला पावर हाउस में तैनात 19 संविदा कर्मी ड्यूटी से गायब मिलने पर कार्यवाई हुई है। बिंदकी में जेई सहित चार कर्मी पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
आंदोलन में एटा के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी आमने-सामने
एटा जनपद मुख्यालय विद्युत कार्यालय एटा में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रही विद्युत कर्मियों की मांगों के विरोध में हड़ताल की गयी। बीते दिन अधीक्षण अभियंता की शिकायत पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सौरभ त्रिपाठी को अवैध रूप से जलेसर पुलिस द्वारा ले जाने के बाद विद्युत कर्मियों में एसई के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया है।
शनिवार को विभागीय वरिष्ठ अधिकारी द्वारा गलत तरीके से शिकायत कर जलेसर के जेई व संघर्ष समिति के अध्यक्ष पुलिस से पकड़ कर शांति रुप से चल रहे आंदोलन को कुचलने के कुत्सित प्रयास करने और अपने ही विभाग के कर्मचारियों से गद्दारी करने पर उन्हें जय चंद्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि जो भाई-भाई का साथ न दे अपनों से ही गद्दारी करें, उसे जयचंद जैसे पुरस्कार से नवाजा जा सकता है। उन्होंने मेरे खिलाफ जलेसर थाने में एक लिखित तहरीर दी, जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा विद्युत सप्लाई को प्रभावित किया जा रहा है तथा लोगों को भड़काया जा रहा है। पुलिस मुझे अवैध रूप से बीती रात पकड़ कर ले गई जब मेरे कर्मचारी प्रशासन के खिलाफ विरोध करने पर तथा शीघ्र ही न छोड़ने पर जेल भरो आंदोलन करने पर अड़ गए तो उन्होंने मुझे छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि बीते दिन तक मेरी जानकारी के अनुसार जनपद के 100 से अधिक गांव अंधेरे में डूबे हुए थे। आज उनकी संख्या उससे कहीं अधिक हो गई है। अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन आलोक कुमार ने बताया कि विद्युत कर्मियों द्वारा की गई हड़ताल को दृष्टिगत जनपद के विभिन्न विद्युत उप केन्द्रों का शनिवार को निरीक्षण कर जायजा लिया, जिसमें तहसील जलेसर क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले। एसएसओ दाताराम विद्युत उप केन्द्र सकीट, एसएसओ अजय औद्योगिक आस्थान, एसएसओ अवधेश जलेसर टाउन, पुष्पेन्द्र लाईनमैन जलेसर टाउन के विरूद्ध विद्युत आपूर्ति में बाधा डालने, अपनी ड्यूटी स्थल पर उपस्थित न होने के कारण सेवा समाप्त कर दी गयी है। चार कर्मचारियों की सेवा समाप्त करते हुए अन्य कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वह तत्काल अपनी तैनाती स्थल पर ड्यूटी करना सुनिश्चित करें, अन्यथा की स्थिति में कड़ी विधिक कार्यवाही की जााएगी।