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UP Flood : डरा रहा घाघरा-शारदा नदियों का बढ़ता जलस्तर, गांवों से पलायन शुरू

UP Flood: ग्रामीणों की सूचना पर पीएससी के कमांडर जयवीर सिंह की टीम द्वारा स्टीमर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।

Sami Ahmed
Published on: 19 Sept 2022 12:30 PM IST
UP Flood
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घागरा एवं शारदा नदियों के जलस्तर से घिरे गांव 

UP Flood News : सीतापुर में रविवार को बाढ़ का पानी क्षेत्र के लगभग चालीस मजरों मे ग्रामीणों के घरों में प्रवेश कर गया। वही इन गांव के संपर्क मार्गों पर बाढ़ के पानी का बहाव तेज गति से चल रहा है। नदी के तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीण ऊंचे स्थान पर पलायन कर रहे हैं। इसके साथ ही कतिपय ग्रामीण अपने घरों की छतों पर खाना पीना सोना परिवार के साथ कर रहे हैं। वही म्योढी छोलहा के टापू पर बसे रेती गाँव के ग्रामीण बाढ़ के पानी में फंसे हुए थे।

ग्रामीणों की सूचना पर पीएससी के कमांडर जयवीर सिंह की टीम द्वारा स्टीमर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। म्योढी छोलहा श्रीराम पुरवा गांव के बीच में करीब तीस मीटर तटबंध बांध बाढ़ के पानी से कट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि शारदा नदी के बाढ़ का पानी ने तटबंध को क्षण भर में काटकर समाप्त कर दिया जिससे गांव में चारों तरफ बाढ़ का पानी ही नजर आ रहा है।

जलस्तर में तेजी से वृद्धि

घागरा एवं शारदा नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है ग्रामीणों के घरों एवं खेत संपर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी चल रहा है बाढ़ के पानी से करीब आधा दर्जन संपर्क मार्ग कट गए हैं जिसके चलते ग्रामीणों को आवागमन करने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। बाढ़ के पानी से प्राथमिक विद्यालय चहलारी प्राथमिक विद्यालय उच्च प्राथमिक विद्यालय जैतहिया प्राथमिक विद्यालय ठेकेदार पुरवा प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामलाल पुरवा प्राथमिक विद्यालय श्रीरामपुरवा प्राथमिक विद्यालय म्योढी छोलहा आदि में बाढ़ का पानी भर गया है जिससे पठन पाठन का कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गया है।

बाढ़ का पानी गौलोक कोडर के सुकई पुरवा, संबारी पुरवा,पासिन पुरवा, आसाराम पुरवा दुर्गा पुरवा निर्मल पुरवा गार्गी पुरवा परमेश्वर पुरवा लोध पुरवा जंगल टपरी संतरामपुरवा सिसैया बाजार चौकी पुरवा ठेकेदार पुरवा जैतहिया श्यामलाल पुरवा सुंदर नगर चहलारी गुरगुचपुर सुकेठा भरथा राजापुर कला खानी हुसैन पुर दुलामऊ कंडी बजहा ताहपुर म्योढी छोलहा श्रीराम पुरवा गौढी द्वारिकी सहित कई गाँव में बाढ़ का पानी चल रहा है।

बाढ़ का पानी कोलिया छडिया किशोरगंज सिरसा ताहपुर कुसमोहरा हरिहरपुर त्यागी बाबा कुटी दूलामऊ बसंतापुर गुरगुचपुर जंगल टपरी बसंतापुर से रामलाल पुरवा गौलोक कोडर भगत सिकरोहर से मुंशी पुरवा बहराइच मार्ग से जैतहिया ठेकेदार पुरवा आदि संपर्क मार्ग जलप्लावित हैं जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है।

म्योढी छोलहा के टापू पर बसे रेती गाँव के ग्रामीणों जागेश्वर रामपाल बलराम नवाब राधेश्याम सहज राम श्यामलाल इस्लाम छेद्दू भूसैली आदि के परिवारों को पीएससी कमांडर जयवीर सिंह के नेतृत्व में स्टीमर से बाढ़ के पानी से सकुशल सुरक्षित बाहर लाया गया।

मगरमच्छ नदी से बाहर निकले

वही शारदा नदी के किनारे बसे बढ़ईडीह के मजरा द्वारिकी गांव में बीते दो दिनों से मगरमच्छ नदी से बाहर निकल कर आबादी में ग्रामीणों द्वारा देखा गया है। मगरमच्छ ग्रामीणों के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है। ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई है। वन विभाग के कर्मचारी गांव तक नहीं पहुंचे हैं। शासन प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित गांव में पांच हजार लंच पैकेट वितरित किए गए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की बाढ़ चौकी मारुबेहड़ पर मौजूद उप जिलाधिकारी पीएल मौर्य व तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं चौकी पर मौजूद कर्मचारियों से वार्तालाप कर उन्हें बाढ़ से निपटने के लिए दिशा निर्देशित किया जा रहा है। वही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में प्रकाश की व्यवस्था चिंता का सबब बनी हुई है। तहसील प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि ग्रामीणों को उजाले के लिए गांव में सौर ऊर्जा लाइट लगाई गई है लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है ।

उप जिलाधिकारी पी एल मौर्य ने बताया कि घाघरा एवं शारदा नदियों के बाढ़ का पानी ग्रामीणों के घरों में भरा हुआ है शासन प्रशासन द्वारा लगातार ग्रामीणों की मदद की जा रही है तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह ने बताया कि मेयोड़ी छोलहा एवं श्री राम पुरवा गांव के बीच में तटबंध नहीं कटा है शारदा नदी का पानी निचले स्तर से नदी के पेट से बाहर निकल कर गांव में प्रवेश हो गया है। क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति सामान्य है।

बाढ़ का कहर लोगों के लिए मुसीबत

यूपी के लखीमपुर खीरी धौराहरा तहसील इलाके में बाढ़ का कहर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। मूसलाधार बारिश के बाद नेपाल की नदियों के द्वारा छोडे गये पानी से घाघरा नदी मे बाढ जैसे हालात बन गये है। घाघरा नदी का पानी अब कटान करने के बजाय गांवो में घुस रहा है। जिसके चलते लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं।

दो दिन पूर्व हुई क्षेत्र मे मूसलाधार बरसात के बाद अब क्षेत्र में मौजूद घाघरा नदी ने आँखें दिखानी शुरु की। ताजा मामले के अनुसार तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड ईसानगर के ग्राम बंशीवेली, बेलागढी, कैरातीपुरवा, गदियाना, मिलिक गौरी समेत तमाम गावो में घाघरा नदी का पानी भर गया है। जानकारी के मुताबिक गावो में एक फिट तक पानी भरा है। जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।ज्ञा त हो कि उत्तराखंड के धारचूल्हा में बादल फटने की घटना से शारदा नदी अपने शवाव पर बह रही है। हालांकि शारदा नदी के द्वारा पलिया व निघासन तहसील क्षेत्र बाढ के पानी से घिरे हैं।

लखीमपुर खीरी के धौराहरा मैं 3 दिनों तक हुई बारिश के बाद घाघरा नदी का जल स्तर बढ़ गया है बारिश के साथ चली हवाओं ने गन्ने व केले और उड़द का फसल को बर्बाद कर दिया ईसानगर में घाघरा का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों में बाढ़ का पानी भर गया इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्र में गिरे पेड़ों की वजह से बिजली व्यवस्था चरमरा गई है 3 दिनों से अधिकतर गांवों में अंधेरा है।

कई गांवों के लोग की बढी परेशानी

बीती रात अचानक घाघरा नदी के उफनाने से ईसानगर गांव ओझापुखा गाडरियन पुरवा कैराती पुरवा समेत कई गांवों में घाघरा का पानी गांव में घुस गया है। जिससे हजारों लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। कई लोगों को सुरक्षित जगह तलाशनी पड़ गई।

आपको बताते चलें स्कूल में भी भर गया है पानी स्कूल में तैनात शिक्षकों ने स्कूल में भरे पानी को देखकर अपने उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया स्कूल तक न पहुंच पाने की सूचना दी। बुधवार रात से अधिकतर गांव की बिजली सप्लाई बंद है बिजली विभाग जल्द ही लाइनों को सही कर रहा है बिजली लाई जारी करने का दावा कर रहा है।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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